खूबसूरत और एडवेंचर से बने भारत के ऐसे पुल, जिसे देखने दूर-दूर से आते हैं पर्यटक
भारत में घूमने-फिरने वाली जगहों की कमी नहीं लेकिन अगर आप घुमक्कड़ी के शौकीन हैं और भारत की ज्यादातर जगहों को कवर कर लिया है तो इस बार प्लान बनाएं इन पुलों को देखने का। जो खूबसूरत होने के साथ ही एडवेंचर से भरे हुए हैं। भारतीयों के अलावा दूर देशों से भी लोग इसे देखने आते हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में।
By Priyanka SinghEdited By: Priyanka SinghUpdated: Sun, 19 Nov 2023 02:51 PM (IST)
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। एडवेंचर का मतलब सिर्फ स्काई डाइविंग, स्कीइंग, पैराग्लाइडिंग ही नहीं है, हर वो चीज़ एडवेंचरस हो सकती है जिसे करके या देखकर आपको रोमांच महसूस हो। अगर आप घुमक्कड़ प्रवृत्ति के हैं, तो जाहिर सी बात है बहुत सारी जगहें आपकी लिस्ट में कवर हो चुकी होंगी और कई सारी बाकी होंगी, लेकिन क्या इस लिस्ट में भारत के उन ब्रिज को शामिल किया है, जिसे देखने की होड़ भारतीयों में ही नहीं, बल्कि विदेशी पर्यटकों में भी है। जी हां, यहां कई ऐसे ब्रिज हैं, जो खूबसूरत होने के साथ ही आश्चर्य से भरे हुए हैं। आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ ब्रिज के बारे में।
पंबन ब्रिज, तमिलनाडु
तमिलनाडु में स्थित पंबन ब्रिज को देखना वाकई अद्बुत है, ये भारत का पहला सी ब्रिज है, जो 1914 में शुरू हुआ था। समुद्र के बीचों-बीच बने इस पुल से होकर गुजरना गजब का एडवेंचर है। पंबन एक रेलवे ब्रिज है। जो रामेश्वरम से पंबन आइलैंड को जोड़ता है। लगभग 145 खंभों पर टिका ये पुल इंजीनियरिंग का बेजोड़ नमूना है। इसे देखने के लिए आप रोड ट्रिप प्लान करें।
लिविंग रूट ब्रिज, मेघालय
मेघालय का लिविंग रूट की रचना खुद प्रकृति ने की है। जो पेड़ों की जड़ों से बना हुआ है। इसलिए इसका नाम लिविंग रूट ब्रिज है। हालांकि इस ब्रिज तक पहुंचने का रास्ता इतना आसान नहीं है। अच्छी-खासी ट्रेकिंग करनी पड़ती है, लेकिन जब आप यहां पहुंचते हैं, तो सारी थकान मिट जाती है। उमेशियांग नदी पर बना ये पुल डबल डेकर ब्रिज है। वैसे आप मेघालय में ऐसे कई ब्रिज देख सकते हैं।
ग्लास स्काईवॉक, सिक्किम
अगर आप थोड़ा और एडवेंचर करना चाहते हैं, तो सिक्किम का रूख करें। यहां आपको ग्लास ब्रिज देखने को मिलेगा। वैसे एक ऐसा ग्लास ब्रिज बिहार के नालंदा जिले के राजगीर में भी है। सिक्किम के पेलिंग में स्थित है ये ग्लास ब्रिज, जिस पर वॉक करना आश्चर्य के साथ डराने वाला भी होता है। ये ग्लास स्काई वॉक चेनरेजिग मूर्ति के सामने है। जो लगभग 137 फीट ऊंची है। इस जगह से चेनरेजिग मूर्ति, तीस्ता और रंगीत नदियों का एक साथ दीदार कर सकते हैं।ये भी पढ़ेंः- उत्तराखंड ही नहीं, महाराष्ट्र आकर भी देख सकते हैं फूलों की घाटी, फोटोग्राफी के लिए है बेस्टPic credit- freepik