फ्लाइट पर पैसे खर्च करने की नहीं जरूरत, भारतीय कार से ही निपटा सकते हैं इन पड़ोसी देशों की यात्रा
विदेश यात्रा की प्लानिंग इतनी आसान नहीं होती। ट्रैवलिंग रहने-खाने का खर्चा ही इतना होता है कि इसके लिए कई महीनों तक घूमने- फिरने की कुर्बानी देनी पड़ती है और फ्लाइट में तो अच्छे- खासे पैसे लग जाते हैं लेकिन भारत के कुछ पड़ोसी देशों की यात्रा के लिए फ्लाइट लेने की नहीं जरूरत। अपनी कार से प्लान कर सकते हैं यहां का रोड ट्रिप।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। फॉरेन ट्रिप की प्लानिंग में जो सबसे बड़ी चीज आड़े आती है वो है फ्लाइट का खर्चा। इसे देखकर ऐसा लगता है कि इतने पैसों में तो भारत में आसपास की कई सारी जगहों को कवर किया जा सकता है। कई बार इसी सोच के चलते विदेश यात्रा की प्लानिंग धरी की धरी रह जाती है, लेकिन क्या आप जानते हैं कुछ ऐसे फॉरेन डेस्टिनेशन्स भी हैं, जहां आप अपने फ्लाइट का खर्चा बचा सकते हैं। जी हां, भारत के कुछ पड़ोसी देशों की यात्रा के लिए आपको फ्लाइट लेने की जरूरत नहीं होती। कार या बस से भी इन जगहों को एक्सप्लोर कर सकते हैं। अगर आप भी इस साल विदेश यात्रा के सपने को पूरा करना चाहते हैं, तो ये रहे इसके कुछ शानदार ऑप्शन्स।
भूटान
भूटान बहुत ही शांत और खूबसूरत देश है। भारत और चीन के बीच में स्थित भूटान अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए दुनियाभर में मशहूर है। इस देश की यात्रा के लिए आपको फ्लाइट लेने की नहीं जरूरत। ट्रेन या बस से बागडोगरा पहुंचें और वहां से बस या टैक्सी के जरिए भूटान में घूमने-फिरने का मजा लिया जा सकता है। ये भी पढ़ेंः- US और UK से कहीं ज्यादा खूबसूरत है यह देश, बजट में निपटा सकते हैं यहां की यात्रा
नेपाल
नेपाल भारत का दूसरा ऐसा पड़ोसी देश है, जहां की यात्रा के लिए फ्लाइट पर पैसे बर्बाद करने की नहीं जरूरत। अपनी कार से इस खूबसूरत देश को एक्सप्लोर कर सकते हैं। गोरखपुर, बहराइच, बाराबंकी, फैजाबाद से नेपाल बहुत ज्यादा दूर नहीं।
थाईलैंड
हां, थाईलैंड को भी आप वाया रोड कवर कर सकते हैं, लेकिन अगर आप थाईलैंड को कार से एक्सप्लोर करने की सोच रहे हैं, तो इसके लिए कम से कम 15 दिन की छुट्टी चाहिए होगी, क्योंकि दिल्ली से थाईलैंड पहुंचने में ही लगभग 6 से 7 दिन लग जाते हैं।बांग्लादेश
बांग्लादेश भी भारत को पड़ोसी मुल्क है, जिसे आप काफी कम बजट में निपटा सकते हैं, क्योंकि यहां पहुंचने के लिए फ्लाइट पर पैसे लुटाने की नहीं जरूरत। झारखंड, मेघालय, पश्चिम बंगाल होते हुए आसानी से बांग्लादेश पहुंचा जा सकता है।