Delhi-Jaipur with Vande Bharat: दिल्ली से जयपुर का सफर होगा छोटा और आसान, जल्द शुरू होगा वंदे भारत का संचालन
Delhi-Jaipur with Vande Bharat दिल्ली से जयपुर आने जाने वालों के लिए भारतीय रेलवे खुशखबरी लेकर आया है। उत्तर भारत के कई हिस्सों में वंदे भारत सुपरफास्ट ट्रेन की सौगात देने के बाद अब दिल्ली जयपुर रूट पर भी इस ट्रेन को शुरू किया जाएगा।
By Ritu ShawEdited By: Ritu ShawUpdated: Fri, 10 Feb 2023 03:53 PM (IST)
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Delhi-Jaipur With Vande Bharat: भारतीय रेलवे उत्तर भारत के कई शहरों को वंदे भारत सुपरफास्ट ट्रेन की सौगात देने के बाद अब राजस्थान को भी इससे जोड़ने जा रहा है। वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों के लिए 30 करोड़ रुपये निर्धारित करने के बाद राजस्थान को जल्द ही वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों से जोड़ा जाएगा। देश में पहले से ही सात वंदे भारत ट्रेन सेवाएं संचालित की जा रही हैं। ऐसे में अब दिल्ली और जयपुर के बीच वंदे भारत ट्रेनें चलने के बाद दिल्ली और जयपुर के बीच का ट्रैवेल टाइम काफी घट जाएगा और दो घंटे से भी कम समय में अपने डेस्टिनेशन पर पहुंचा जा सकेगा।
इस मामले पर उत्तर पश्चिमी रेलवे के महाप्रबंधक विजय शर्मा ने कहा कि "बजट में, राजस्थान में वंदे भारत सेवाओं के लिए 30 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। इस फंड का उपयोग वंदे भारत के रेक के ऊपर हाई राइज पैंटो लगाने के लिए किया जाएगा क्योंकि उत्तर पश्चिम रेलवे (एनडब्ल्यूआर) के तहत कई मार्गों पर उनकी जरूरत है।" जानकारी के मुताबिक दिल्ली और जयपुर के बीच वंदे भारत ट्रेन का संचालन अगले महीने शुरू होने की उम्मीद की जा रही है। इस के लिए एक नए डिपो की आवश्यकता होगी और साथ ही स्थान पर वायरिंग और उपकरणों की जांच भी की जाएगी।
यह ट्रेन पूरी तरह से भारत में बनाई गई है। महज 52 सेकेंड में यह 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ सकती है। ट्रेन 160 किमी/घंटा की अधिकतम गति से यात्रा कर सकती है। 200 किमी/घंटा स्केल-डाउन पीक स्पीड होगी। इस ट्रेन की सीटें 180 डिग्री तक फोल्ड हो सकती हैं। इसके अतिरिक्त, इसमें पावर बैकअप, वैक्यूम शौचालय और सीसीटीवी कैमरे भी हैं। इसके अतिरिक्त, आप नियमित ट्रेनों में उपयोग की जाने वाली पारंपरिक चेन के बजाय आप वन-पुश स्टॉप सुविधा का उपयोग कर सकते हैं।
दोनों शहरों के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस के उद्घाटन से जोधपुर और जयपुर के बीच की रेल यात्रा भी कम हो जाएगी। आम तौर पर, दो प्राचीन शहरों के बीच यात्रा करने में छह घंटे लगते हैं। एक बार ये ट्रेनें चलने के बाद दो घंटे में सफर तय किया जा सकेगा।