Diwali 2023: भारत ही नहीं विदेशों में भी होती है दीपावली की धूम, जानें किन देशों में होता है सेलिब्रेशन
देशभर में दिवाली की धूम देखने को मिल रही है। इस खास मौके के लिए हर कोई तैयारियों में लगा हुआ है। यह हिंदू धर्म का एक प्रमुख त्योहार है जिसे हर साल धूमधाम से मनाया जाता है। देश के हर कोने पर इस त्योहार की रौनक देखने को मिलती है। हालांकि सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि विदेशों में भी इस त्योहार को धूमधाम से मनाया जाता है।
By Harshita SaxenaEdited By: Harshita SaxenaUpdated: Tue, 07 Nov 2023 04:38 PM (IST)
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। देशभर में दिवाली (Diwali 2023) की रौनक देखने को मिल रही है। हर साल यह त्योहार पूरे देश में धूमधाम से मनाया जाता है। दीपावली हिन्दुओं का एक प्रमुख त्योहार है, जिसकी धूम देश के हर कोने पर देखने को मिलती है। यह पर्व हर साल कार्तिक माह ही अमावस्या को मनाया जाता है। इसी क्रम में इस बार 12 नवंबर को दिवाली का त्योहार मनाया जाएगा, जिसे लेकर देशभर में तैयारियां जोरों पर है। हालांकि, भारत इकलौता ऐसा देश नहीं है, जहां इस त्योहार की चहल-पहल देखने को मिलती है।
भारत के अलावा कई ऐसे दूसरे देश भी हैं, जहां धूमधाम से दीपावली का पर्व मनाया जाता है। आज इस आर्टिकल में हम कुछ ऐसे ही देशों के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां दीपों के इस पर्व का उत्सव मनाया जाता है।यह भी पढ़ें- दिवाली पर सजावट से लेकर कपड़े, जूलरी हर तरह की शॉपिंग के लिए बेस्ट हैं दिल्ली के ये मार्केट्स
जापान
दिवाली का पर्व जापान में भी मनाया जाता है। हालांकि, इसे मनाने का तरीका यहां थोड़ा अलग होता है। इस दिन यहां के लोग अपने बगीचों में पेड़ों पर लालटेन और कागज से बने पर्दे लटकाते हैं। बाद में इन्हें आसमान में छोड़ दिया जाता है। इतना ही नहीं इस मौके पर लोग नाच-गाने के साथ ही बोटिंग का भी लुत्फ उठाते हैं।
थाईलैंड
जापान के अलावा थाईलैंड में भी दीपों का यह पर्व मनाया जाता है। हालांकि, यहां इस त्योहार को क्रियोंध के नाम से जाना जाता है। इस मौके पर यहां केले की पत्तियों से दीये बनाए जाते हैं, जिन्हें रात में जलाया जाता है। इसके साथ ही धूप बत्ती भी जलाई जाती है, जिन्हें बाद में कुछ पैसों के साथ नदी में बहा दिया जाता है।श्रीलंका
पड़ोसी देश श्रीलंका में भी इस त्योहार को काफी धूमधाम से मनाया जाता है। यहां इस पर्व का खास महत्व है, क्योंकि यह महाकाव्य रामायण से जुड़ा हुआ है। इस खास मौके पर लोग अपने घरों में मिट्टी के दीये जलाते हैं और एक-दूसरे से मिलते हैं।