अगर आप भी जापान जाने का सपना देखते हैं तो अब आप यहां के मशहूर माउंट फूजी (Mt Fuji) के वायरल व्यू का दीदार नहीं कर पाएंगे। दरअसल यहां तेजी से बढ़ते पर्यटन और पर्यटकों के खराब व्यवहार के चलते जापानी शहर फूजी कावागुचिको में मौजूद लॉसन कंवीनिएंस स्टोर के वायरल व्यू को ब्लॉक कर दिया गया है। आइए जानते हैं इस खबर के बारे में विस्तार से।
लाइफस्टाइल डेस्क, एजेंसी। अगर आप भी घूमने के शौकीन हैं और विदेश जाने का सपना देखते हैं, तो आपकी बकेट लिस्ट में भी जापान (Japan) का नाम जरूर शामिल होगा। जापान कई वजहों से दुनियाभर के पर्यटकों के बीच मशहूर है। यहां के खानपान से लेकर पहनावे और खूबसूरत जगहों तक को देखने लोग दूर-दूर से इस देश जाते हैं, लेकिन अब ट्यूरिस्ट्स को जापान में एक बेहद खूबसूरत नजारे के दीदार करने को नहीं मिलेंगे।
दरअसल, यहां मौजूद माउंट फूजी (Mt Fuji) के बर्फ से ढके खूबसूरत नजारे को अब लोग नहीं देख पाएंगे। ऐसा इसलिए क्योंकि जापानी अधिकारियों ने इस बेहद खूबसूरत दृश्य को ढंकने के लिए इसके आगे एक बड़ी काली स्क्रीन लगा दी है। आइए जानते हैं जापान के इस फैसले के पीछे की असल वजह-
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नहीं नजर आएगा अब माउंट फूजी का खूबसूरत नजारा
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक जापानी शहर फूजी कावागुचिको में मौजूद लॉसन कंवीनिएंस स्टोर के पास नजर आने वाले देश के सबसे ऊंचे शिखर की मनोरम दृश्य को ब्लॉक कर दिया है। यहां 2.5 मीटर ऊंचे (8.2 फीट) और 20 मीटर (66 फीट) लंबे काले कपड़े की एक स्क्रीन लगा दी है, जिसकी वजह से अब इस स्टोर से नजर आने वाला माउंट फूजी पर्यटकों को नजर नहीं आएगा। इस फैसले की वजह से यहां आने वाले पर्यटक हैं, जिन पर खराब व्यवहार के चलते अंकुश लगाने के मकसद से यह कदम उठाया गया।
इसलिए लगाया काला स्क्रीन
पिछले कुछ समय से लॉसन कंवीनिएंस स्टोर ट्यूरिस्ट्स के बीच माउंट फूजी को देखने और फोटो क्लिक कराने के लिए वायरल स्पॉट बन गया था। ऐसे में स्थानीय लोगों को पर्यटकों की वजह से काफी परेशानियां उठानी पड़ती थी। स्थानीय लोगों का मानना है कि यहां आने वाले कुछ पर्यटकों ने कूड़ा-कचरा करने के साथ ही पार्किंग और यातायात संबंधी नियमों का पालन करने से इनकार कर उनका जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया था।
क्या है लोगों का कहना
इस बारे में फुजिकावागुचिको के निवासी 73 वर्षीय कात्सुमाता कहते हैं कि "मैं वास्तव में खुश हूं कि विदेशी हमारे शहर में आ रहे हैं। लेकिन जब लॉसन स्टोर से तस्वीरें लेने की बात आती है, तो यहां की सड़क थोड़ी संकरी है और यह खतरनाक हो सकता है।" वहीं, फ्रांस से आए 45 वर्षीय सिरिल मालचंद कहते हैं कि उन्हें इस बैरियर को लगाने के बारे में ऑनलाइन पता चला और उन्होंने इस दृश्य को देखने वाले अंतिम लोगों में शामिल होने के लिए एक विशेष यात्रा की।
उन्होंने कहा कि "मुझे स्थानीय लोगों से सहानुभूति है। जब मैं देखता हूं कि कारों को देखे बिना लोग सड़क पार कर रहे हैं, तो इससे समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में मुझे यह स्क्रीन लगाना उतना बुरा नहीं लगता।"
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