Rajasthan के इस गांव में दिखती है तेंदुए और इंसान की अनोखी दोस्ती, डरने के बजाय बच्चे की तरह दुलार करते हैं लोग!
क्या आप जानते हैं कि राजस्थान में कुछ जगहें ऐसी भी हैं जहां तेंदुए और इंसान एक साथ रहते हैं? जी हां यहां आपको इंसान और तेंदुओं (Leopards) के बीच एक अनोखा रिश्ता देखने को मिलेगा। ये तेंदुए भेड़ियों और लकड़बग्घों की आबादी को तो काबू में रखते ही हैं साथ ही इन्हें लेकर लोगों के बीच खास तरह की आस्थाएं भी हैं।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Humans Leopards Live Together: धरती पर आज भी ऐसी जगहें मौजूद हैं, जहां लोग सिर्फ पर्यावरण ही नहीं, बल्कि जंगली शीर्ष शिकारियों (Apex predators) के साथ भी खुशी-खुशी रह रहते हैं। हम बात कर रहे हैं, राजस्थान के पाली जिले (Pali District) की जिसमें Falna, Dantiwara, Bera और Jawai जैसे इलाके रबारी (Rabari) समुदाय का बसेरा हैं। यहां तेंदुओं की मौजूदगी भेड़ियों और लकड़बग्घों की आबादी को काबू में रखती है, जो रबारी कम्युनिटी के लिए एक बड़ा खतरा बन सकते थे। रबारी समुदाय को पहचानने के लिए आपको ज्यादा मशक्कत नहीं करनी पड़ेगी। चमकदार लाल पगड़ियां ही इन लोगों का पता बताने के लिए काफी होती हैं।
तेंदुओं के लिए परफेक्ट हैबिटेट
अकेले जवाई (Jawai) में ही करीब 60 से ज्यादा Cave Leopards रहते हैं, खास बात है कि वह भी सिर्फ एक छोटे-से इलाके में। कई बार तो ये तेंदुए लोगों की छत पर बैठे दिखे हैं और कई बार यहां के लोगों ने लेपर्ड के मुंह से बकरी को भी छुड़ाया है। देखा जाए, तो इनकी नस्ल के बढ़ने और कायम करने के हिसाब से ये एकदम सही हैबिटेट है। कहा जा सकता है कि ये एक Leopard Country है।यह भी पढ़ें- इंडिया के ऐसे National Parks, जहां घूमने के लिए मानसून सीजन माना जाता है बेस्ट
यहां अलग है जिंदगी जीने का उसूल
आपको भी मालूम होगा, कि जिंदगी जीने का एक ही उसूल है- खतरा देखते ही जितना दूर भाग सकते हो, बस भाग लो! लेकिन रबारी समुदाय इस उसूल से कोसों दूर हैं। इस लेपर्ड-रबारी भाई-भाई के चलन के पीछे कुछ अलग-सी ही आस्थाएं हैं। लोगों का मानना है कि तेंदुए गांव की रक्षा करते हैं और बुरी बला से बचाते हैं।