रेगिस्तान की झुलसा देने वाली गर्मी में बना है ये गर्ल्स स्कूल, बिना AC और कूलर के भी रहता है कूल-कूल
राजस्थान के जैसलमेर में थार रेगिस्तान के बीच शान से खड़ा राजकुमारी रत्नावती गर्ल्स स्कूल भारतीय कारीगरों के हुनर का जीता जागता सबूत है। खास बात है कि राजस्थान में जहां तापमान 50 डिग्री सेल्सियस तक चला जाता है वहां 22 बीघा जमीन में फैला हुआ यह स्कूल बिना किसी एसी या कूलर के भी खुद को ठंडा रखने की क्षमता रखता है। आइए जान लीजिए इसकी खासियत।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Rajkumari Ratnavati Girls School: भारत और पाकिस्तान की सरहद पर मीलों दूर तक फैले थार रेगिस्तान के रेतीले तूफानों की गोद में मौजूद है, राजकुमारी रत्नावती गर्ल्स स्कूल। बता दें, राजस्थान के जैसलमेर में जहां तापमान 50 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है, वहीं इस अनोखे स्कूल में एक भी एयर कंडीशनर नहीं लगाया गया है। आइए आपको बताते हैं इससे जुड़े दिलचस्प बातें।
सैंडस्टोन से बनी है बिल्डिंग
यह वेस्टर्न डिजाइन, इंडियन क्राफ्ट्समैनशिप और प्रकृति को बखूबी इस्तेमाल करने वाला ऐसा स्कूल है, जहां थार रेगिस्तान की झुलसा देने वाली गर्मी में भी एसी की जरूरत नहीं पड़ती है। अमेरिका की मशहूर आर्किटेक्ट डायना केलॉग (Diana Kellogg) ने इसे डिजाइन किया है। चूंकि, राजस्थान की गर्मी से बचाने का सॉल्यूशन जैसलमेर के पत्थरों में ही मौजूद है, ऐसे में इस स्कूल की बिल्डिंग भी लोकल सैंडस्टोन से ही बनी है, जो इसे तपती गर्मी में भी ठंडा रखने में मदद करता है।गर्मी से बचने के लिए छत पर स्पेशल ट्रीटमेंट
मीडिया रिपोर्ट में एक क्राफ्ट्समैन के मुताबिक, मिस्तरी के गणित में यह बताया जाता है कि सीलिंग की हाइट जितनी ऊपर ली जाती है, उतना ही रूम भी ठंडा रहता है। स्कूल की छत पर भी एक ट्रीटमेंट किया गया है, जिसमें सीलिंग के नीचे लाइम प्लास्टर है, तो वहीं ऊपर की टाइल्स पर चीनी-मिट्टी की टुकड़ी बनाकर लगाई गई है, ताकि गर्मी को नीचे जाने से रोका जा सके।
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