रिलैक्सिंग वेकेशन के लिए बेहतरीन जगह है पश्चिम बंगाल का ये गांव, जनवरी से मार्च है घूमने के लिए बेस्ट
अगर आप शोरगुल और भीड़ से दूर किसी शांत जगह जाकर वेकेशन मनाने की सोच रहे हैं तो पश्चिम बंगाल का कर सकते हैं प्लान। यहां कई सारी ऐसी जगहें हैं जो आपको कर देंगी मंत्रमुग्ध। ऐसी ही एक जगह है कलिम्पोंग से कुछ किमी दूर बसा रामधुरा गांव। आइए जानते हैं यहां क्या है खास और कब करें घूमने का प्लान।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में दार्जिलिंग सैर-सपाटे की सबसे मशहूर जगह है, जिस वजह से साल के ज्यादातर महीने ये जगह सैलानियों से भरी रहती है। यहां की खूबसूरती और पर्यटक स्थलों की भरमार देश और दुनिया से लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती है, लेकिन पश्चिम बंगाल में यही एकमात्र जगह नहीं है जहां आप घूमने-फिरने का मजा ले सकते हैं। दोआर, सुंदरबन, दीघा, कलिम्पोंग, कुर्सेओंग, चंदननगर जैसी और भी कई जगहें हैं देखने लायक।
पश्चिम बंगाल का हर एक शहर अपनी कोई न कोई खासियत लिए हुए है लेकिन एक चीज़ जो हर जगह कॉमन मिलेगी वो है प्राकृतिक खूबसूरती। अगर आप इस खूबसूरती का और करीब से दीदार करना चाहते हैं, तो इस बार यहां के छोटे से गांव रामधुरा का प्लान बनाएं। दार्जिंलिंग से बस 30 किमी और कलिम्पोंग से 15 किमी का सफर तय करके इस गांव पहुंचा जा सकता है। यहां से कंचनजंगा चोटियों को आसानी से देखा जा सकता है और इस नजारे को कैमरे में कैद किया जा सकता है।
रामधुरा के आसपास देखने लायक जगहें
रामधुरा से महज 2 किमी दूर बसा है एचे गांव है। जो खासतौर से अपने ऑर्गेनिक फॉर्मिंग के लिए मशहूर है।टिनचूली और तुकदाह
ये गांव दूर तक फैले खूबसूरत और खुशबूदार चाय के बागानों के लिए जाना जाता है। वैसेे यहां आकर आप पुराने ज़माने की इमारतों को भी देखने और उसमें ठहरने का भी एक्सपीरियंस ले सकते हैं, जो कभी ब्रिटिश अधिकारियों के ठिकाने हुआ करते थे।
बाड़ा मंगवा
इस गांव में आकर आप तीस्ता और रंगेट नदियों के संगम का अद्बुत नजारा देख सकते हैं। वैसे इस गांव को खूबसूरत बनाने का काम यहां के सीढ़ीनुमा खेत भी करते हैं।रामधुरा जाने का बेस्ट सीज़न
पश्चिम बंगाल के ज्यादातर जगहों को कवर करने का बेस्ट सीजन सितंबर से मार्च तक होता है। इस दौरान यहां का मौसम सुहावना होता है। जब आप बेफ्रिक होकर यहां घूम सकते हैं।