Barton Creek Caves में मिलते हैं मायन सभ्यता के अवशेष, इतिहास और पर्यटन का मिलता है अनोखा संगम
अगर आपके भीतर मानव इतिहास और उससे जुड़े पुरातत्वों के बारे में जानने की रूची है तो आपको बार्टन क्रीक गुफाओं (Barton Creek Caves) में घूमने जरूर जाना चाहिए। मध्य अमेरिका में स्थित इन गुफाओं में मायन सभ्यता और संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। इन गुफाओं से जुड़ी कई कहानियां हैं जिनके बारे में जानने में आपको काफी मजा आएगा। आइए जानें बार्टन क्रीक गुफाओं के बारे में।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Barton Creek Caves: कई लोगों की रूची इतिहास और पुरानी चीजों के बारे में जानकारी इकट्ठा करने की होती है, तो कई लोग नई-नई रोमांचक जगहों पर घूमना चाहते हैं। ऐसे में अगर आपको इतिहास और घूमन-फिरने दोनों का शौक है, तो हम आपको एक ऐसी जगह के बारे में बताने वाले हैं, जिसेक बारे में जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे। आइए जानते हैं इस खास जगह के बारे में और क्या चीजें बनाती हैं उसे इतना खास।
कहां है बार्टन क्रीक गुफा?
इस जगह का नाम है बार्टन क्रीक गुफा, जो बेलीज में स्थित है। यह एक प्राकृतिक गुफा है, जिसे इतिहास में दिलचस्पी रखने वाले और पर्यटन में रूची रखने वाले, दोनों ही प्रकार के लोग देखना और जानना पसंद करते हैं। आपको बता दें कि बेलीज मध्य अमेरिका में स्थित एक देश है। यह मध्य अमेरिका के उत्तर-पूर्वी तट पर स्थित है। इस गुफा को बार्टन क्रीक गुफा नाम इसलिए मिला, क्योंकि यह कायो जजिले में सैन इग्नोसिया के पास ऊपरी बार्टन क्रीक क्षेत्र में स्थित है। इसलिए इसे बार्टन क्रीक की गुफाओं के नाम से जाना जाता है।
Picture Courtesy: X (formerly Twitter)यह भी पढ़ें: आपको हैरान कर देगा Unakoti का यह रहस्यमयी तीर्थस्थल, मौजूद हैं देवी-देवताओं की 99,99,999 मूर्तियां
मायन सभ्यता के अवशेष
इस गुफा को इतना खास इसलिए माना जाता है, क्योंकि इन गुफाओं में मायन सभ्यता से जुड़े अवशेष आज भी पाए जाते हैं। इसलिए पुरात्तव और इतिहास में रूची रखने वाले लोगों को यह जगह बेहद खास लगती है।
इन गुफाओं में मायन सभ्यता के अवशेष पाए जाते हैं, जिसके कारण ये गुफा इतनी खास मानी जाती है। मायन सभ्यता 1500 ईसा पूर्व और 300 ईस्वी के बीच बेलिज क्षेत्र में फैली और लगभग 1200 ई. तक खूब समृद्ध बनी और फली फूली। इन गुफाओं में नरकंकाल भी पाए जाते हैं, जो वहां बसी पुरानी सभ्यता का प्रमाण देती है।
इन गुफाओं 200 से 600 ईसा पूर्व मिट्टी के बर्तन के टुकड़े और आभूषण भी मिलते हैं, जो तब के समय में यहां बसी सभ्यता के अस्तीत्व का सबूत देती है। इसके कारण इस गुफा को मायन अंडरवर्ल्ड के नाम से भी जाना जाता है।
इस गुफा में घुसने के लिए 1 मील घुमावदार नदी का रास्ता तय करके आना होता है। इस गुफा में प्रवेश करवाने वाली नदी लगभग 19 गुफाओं को आपस में जोड़ती है। इस गुफा को पहली बार 1970 में पीस कॉर्प्स स्वयंसेवकों ने खोजा था। पुरात्तवों के अलावा, यहां समुद्री पौधे और जीवों की कई प्रजातियां पाई जाती हैं, जिसके कारण इसे एक बेहद महत्वपूर्ण बॉयोलाजिकल कॉरिडोर माना जाता है। इस कॉरिडोर का नाम मेसोअमेरिकन बॉयोलाजिकल कॉरिडोर है।