सिर्फ एक व्यक्ति ने चट्टान काटकर रातभर में बनाया था Stree 2 में नजर आया ये दरवाजा, इस वजह से कहलाता है भूतिया
फिल्म Stree 2 Sarkate ka Aatank लगातार लोगों का मनोरंजन कर रही है। यह फिल्म मध्य प्रदेश के चंदेरी में शूट हुई है। फिल्म में कई ऐसी लोकेशन दिखाई गई हैं जो अब लोगों के बीच चर्चा का विषय बन रही है। चंदेरी का कटी घाटी गेट (Kati Ghati Gate History) इन्हीं जगहों में से एक है जो असल में भी अपनी भूतिया कहानी के लिए मशहूर है।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। बॉक्स ऑफिस पर इन दिनों फिल्म Stree 2: Sarkate ka Aatank जमकर धमाल मचा रही है। अमर कौशिक की कॉमेडी हॉरर यह फिल्म मध्य प्रदेश के एक छोटे से शहर में शूट हुई है, जो फिल्म के रिलीज होने के बाद से ही चर्चाओं में है। यह फिल्म असल में मध्य प्रदेश के अशोकनगर जिले में स्थित चंदेरी में शूट हुई है, जो आमतौर पर अपने कपड़ों के लिए जाना जाता है। हालांकि, अब फिल्म की रिलीज के बाद यह शहर अपनी लोकेशन्स के लिए भी मशहूर हो रहा है।
फिल्म में कई सारी जगहें दिखाई गई हैं, जिसमें से एक वह बस स्टैंड है, जहां विक्की (राजकुमार राव) फिल्म की अभिनेत्री श्रद्धा कपूर को बस में बिठाने के लिए जाता है। इस सीन में दिखाई गई जगह असल में चंदेरी का कटी घाटी गेट (Kati Ghati Gate Chanderi Interesting Facts)) है, जिसका निर्माण मालवा के सुल्तान के स्वागत में किया गया था। हालांकि, अब इसे लेकर कई सारी किस्से और कहानियां सुनने को मिलते हैं। स्थानीय लोगों का यह भी मानना है कि यह गेट भुतिया है, तो आइए जानते हैं इस रहस्यमयी गेट (kati Ghati Gate History) की कहानी-
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क्या है कटी घाटी गेट की कहानी?
इस गेट से जुड़ी सबसे प्रचलित कहानी के मुताबिक चंदेरी के तत्कालीन गवर्नर के बेटे जिमन खान ने मालवा के सुल्तान गियास-उद-दीन खिलजी के स्वागत के लिए इस गेट का निर्माण करवाया था। सुल्तान के आने में कम समय होने की वजह से जिमन खान ने एलान किया था कि जो व्यक्ति एक रात में चट्टान को काटकर गेट का निर्माण करेगा, उसे एक अच्छा इनाम दिया जाएगा। जिमन खान के एलान के बाद सिर्फ एक राजमिस्त्री इस काम को पूरा करने के लिए सहमत हुआ।
एक रात में तैयार हुआ था यह दरवाजा
सुबह तक राजमिस्त्री ने चट्टान काटकर गेट बना दिया, लेकिन हड़बड़ी में वह दरवाजे के कब्जों के लिए जगह बनाना भूल गया, जिससे वह बिना दरवाजे वाला एक बड़ा प्रवेश द्वार बन गया। राजमिस्त्री की इस गलती को मूर्खता समझ जिमन खान ने उसे इनाम न देने का फैसला किया। इस फैसले से राजमिस्त्री इतना परेशान हो गया कि उसने उसी दरवाजे पर अपनी जान दे दी। स्थानीय लोगों का कहना है कि अब यह जगह भुनिया है और आज भी राजमिस्त्री की आत्मा इस जगह पर घूमती है। इतना ही नहीं आज तक कटी घाटी गेट में कोई दरवाजा नहीं है।