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Women’s Day 2024: आसान और सुरक्षित सफर के लिए रेलवे से मिलती हैं महिलाओं को ये सुविधाएं

महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने के मकसद से हर साल 8 मार्च को इंटरनेशनल वीमेंस डे (Women’s Day 2024) मनाया जाता है। यह दिन दुनियाभर में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। इस मौके पर आज हम जानेंगे भारतीय रेलवे द्वारा महिला यात्रियों को दी गई कुछ ऐसी सुविधाओं के बारे में जिसकी मदद से उनका सफर आसान और सुरक्षित बन सकता है।

By Harshita Saxena Edited By: Harshita Saxena Updated: Wed, 06 Mar 2024 04:43 PM (IST)
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भारतीय रेलवे महिलाओं को देता है ये सुविधाएं
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Women’s Day 2024: महिलाएं समाज का अहम हिस्सा होती हैं, जो इसे बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान देती हैं। हालांकि, बावजूद इसके आज भी कई महिलाएं देश-दुनिया में अपने हक के लिए संघर्ष कर रही है। ऐसे में महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने के मकसद से हर साल 8 मार्च को इंटरनेशनल वीमेंस डे मनाया जाता है। हमारा देश बीते कई समय से नारी सशक्तिकरण की दिशा काम कर रहा है। ऐसे में महिलाओं एक सुरक्षित और प्रगतिशील माहौल बनाने हमारी सरकार हर क्षेत्र में कई प्रयास कर रही है।

इसी दिशा में महिलाओं को कहीं भी आने-जाने के लिए रेलवे ने उनकी यात्रा को आसान और सुरक्षित बनाने के लिए कई सुविधाएं दी हैं। हालांकि, बेहद कम लोग ही इन सुविधाओं के बारे में जानते हैं, जिनकी वजह से कम लोग ही इसका फायदा उठा पाते हैं। ऐसे में महिला दिवस के मौके पर आज हम आपको बताएंगे रेलवे की तरफ से महिलाओं को मिलने वाली कुछ सुविधाओं के बारे में-

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ट्रेन से नहीं उतार सकता टीटीई

अगर आप किसी वजह से देर रात किसी ट्रेन में सफर कर रही हैं और आपके पास टिकट नहीं है, तो टीटीई आपको ट्रेन से नीचे नहीं उतार सकता है। अगर आपको जबरदस्ती ट्रेन से उतारने की कोशिश की जाती है, तो आप महिला रेलवे अथॉरिटी से शिकायत कर सकती है। यूं तो ट्रेन में बिना टिकट सफर करना गैर-कानूनी होता है। ऐसे में अगर आप को ट्रेन से उतारा गया है, तो आरपीएफ या जीआरपी की जिम्मेदारी होगी कि आपको सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जाए।

महिलाओं के लिए रिजर्व बर्थ

लंबी दूरी के लिए स्लीपर क्लास के हर कोच में छह बर्थ का आरक्षण कोटा, वातानुकूलित 3 टियर (3एसी) में हर कोच में चार से पांच लोअर बर्थ और वातानुकूलित 2 टियर (2एसी) क्लास में हर कोच में तीन से चार लोअर बर्थ महिलाओं के लिए आरक्षित है। यह कोटा गर्भवती महिलाओं, सीनियर सिटीजनों, 45 साल या उससे ज्यादा उम्र की महिला यात्रियों के लिए तय किया गया है।

महिलाओं के लिए लोअर बर्थ

रेलवे के कंप्यूटराइज्ड पैसेंजर रिजर्वेशन सिस्टम के तहत प्रावधान है कि वरिष्ठ नागरिकों, 45 साल की महिला यात्रियों को लोअर बर्थ ऑटोमेटिकली लोअर बर्थ दी जाएगी, भले ही रिजर्वेशन के दौरान सीट का कोई विकल्प न दिया गया हो, यह प्रावधान तब भी यह लागू होगा।

बर्थ एक्सचेंज करने का अधिकार

अगर आप गर्भवती हैं और आपको मिडिल या अपर बर्थ अलॉट हुई हैं, तो ट्रेन डिपार्टचर के बाद अगर कोई लोअर बर्थ खाली रह जाती है, तो प्रेग्नेंट महिला ऑन बोर्ड टिकट चेकिंग स्टाफ से संपर्क कर मिडिल या अपर बर्थ की जगह लोअर बर्थ मांग सकती है।

टिकट बुकिंग के लिए लाइन

ऑनलाइन बुकिंग के अलावा जिन रिजर्वेशन ऑफिस में अभी तक कम्प्यूटराइज्ड सिस्टम नहीं हुआ है और वहां अगर महिला यात्रियों के लिए अलग से काउंटर भी नहीं हैं, तो ऐसे में महिलाओं को टिकट लेने के लिए सामान्य कतार में लगने की जरूरत नहीं है। वह सामान्य लाइन से अलग एक ही काउंटर पर अलग से लाइन लगा सकती हैं।

महिलाओं के लिए रिजर्व कोच

मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों में महिलाओं के लिए अनारक्षित श्रेणी में एक अलग कोच रिजर्व होगा। इसके अलावा उपनगरीय ट्रेन, जो 150 किमी तक की छोटी दूरी तय करती हैं, में भी महिलाओं के लिए सेपरेट कंपार्टमेंट/कोच रिजर्व हैं। साथ ही जहां भी आवश्यकता और संभव हो भारतीय रेलवे की तरफ से महिला विशेष ट्रेन भी चलाई जाती हैं। इस बारे में आप रेलवे ऑफिस से जानकारी ले सकती हैं।

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सोर्स- भारतीय रेलवे

Picture Courtesy: Freepik