Car On Lease: कार लेने का ये भी है शानदार तरीका, नहीं होता लोन और EMI का टेंशन

Buy New Car On Lease हम यहां पर बता रहे हैं कि आप लोन के बजाय लीज पर भी कार ले सकते हैं। कार लीज पर लेने का ऑप्शन उन लोगों के लिए बहुत काम की चीज है जो आपनी कार से बहुत जल्दी बोर हो जाते है या फिर साल दो साल में अपनी गाड़ी को बदल देते हैं।

By Mrityunjay Chaudhary Edited By: Mrityunjay Chaudhary Publish:Fri, 28 Jun 2024 08:00 AM (IST) Updated:Fri, 28 Jun 2024 08:00 AM (IST)
Car On Lease: कार लेने का ये भी है शानदार तरीका, नहीं होता लोन और EMI का टेंशन
लीज पर कार खरीदने का भी है बेहतर ऑप्शन

HighLights

  • कार लीज लेने पर लोन की EMI से कम मासिक फीस होती है।
  • कार लीज की फीस में गाड़ी के सभी खर्चे कवर होते है।
  • किसी तरह की डाउनपेमेंट नहीं देना पड़ता।

ऑटो डेस्क, नई दिल्ली। आज के समय में कार लगभग सभी की एक जरूरत की चीज बन गई है, जो पहले केवल विलासिता के लिए हुआ करती थी। इस समय बहुत से लोग कार की पूरी कीमत चुकाकर उसे खरीदते हैं, तो कई लोग लोन लेकर अपने इस सपने को पूरा करते है। हम यहां पर आपको एक ऐसे तरीके के बारे में बता रहे हैं, जिसकी मदद से आप कम खर्चे और बिना डाउनपेमेंट व लोन के ले सकते हैं।

क्या है काल लोन लीज ऑप्शन

हम यहां पर आपको लोन के बजाय लीज पर कार खरीदने के ऑप्शन के बारे में बता रहे है। लीज ऑप्शन उन लोगों के लिए बहुत ही काम का है, जो लोग अपनी कार से बहुत ही जल्दी बोर हो जाते है। इसके साथ ही उन लोगों के लिए भी काफी फायदेमंद है, जो लोग हर एक या दो साल के बाद गाड़ी बदलते है। कार लोन लीज पर लेना का सीधा मतलब होता है कि आपको कार इस्तेमाल के बदले उसकी फिक्स मंथली फीस भरनी होगी।

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कार लीज पर लेने से पहले जान ले यें बातें

कार लीज पर लेने से पहले आपको अपने बजट और जरूरतों को जरूर समझ लेना चाहिए। आपको पहले ये तय कर लेना चाहिए कि आप कितना पैसा खर्च कर सकते हैं। साथ ही यह भी जरूर चेक करें कि आपको किस तरह की कार की जरूरत है। कार को लीज पर लेने के लिए आपको डीलर या लीजिंग कंपनी से कॉन्टैक्ट करना चाहिए। आपको अलग-अलग डील्स या लीजिंग कंपनियों से बात करनी चाहिए और उनके ऑफर्स को कंपेयर करना चाहिए। कार को लीज पर लेने के लिए जब आप डीलर या लिजिंग कंपनी से कॉन्ट्रैक्स कर लेते हैं, तो आपको इसके बाद लीज लीज कॉन्ट्रैक्ट पर साइन करना पड़ता है।

कार को लीज पर लेने के फायदे तो है, लेकिन इसके कुछ नुकसान भी हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में।

कार लीज पर लेने के फायदे

कार लीज पर लेने पर मंथली पेमेंट आमरैत पर कार लोन के EMI की तुलना में कम होती है। आपको कार को लीज पर लेने के लिए किसी तरह की डाउनपेमेंट नहीं करना पड़ता है। आपको कार के मेंटेनेंस और रिपयरिंग की चिंता करने की जरूरत नहीं होती है।

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कार लीज पर लेने के नुकसान

अगर आप कार लीज पर लेते हैं, तो आप उस कार के मालिक नहीं होते है। आपको लीज का समय यानी कॉन्ट्रैक्ट खत्म होने के तुरंत बाद कार को डीलर या लीजिंग कंपनी को वापस करना होता है। कार लीज पर लेने पर अगर गाड़ी में किसी तरह का डैमेज होता है तो आपको उसके लिए पेमेंट करनी पड़ सकती है।

कार लोन और लीज में अंतर

जब आप कार लीज पर लेते हैं तो आपको उसके लिए हम महीने एक फिक्स चार्ज देना पड़ता है। यह उसी तरह होता है, जैसे कि आप किसी सर्विस का इस्तेंमाल सब्सक्रिप्शन चार्ज या रेंट का पेमेंट करके करते हैं, जबकि कार लोन में आपको उसकी किश्ते बैंक को इंट्रेस्ट रेट के हिसाब से देते हैं, जो घटती बढ़ती रहती हैं। कार लीज पर लेने पर आपको उसकी फीस के अलावा और कोई दूसरा चार्ज नहीं देना पड़ता है। इस फीस में इंश्योरेंस और मेंटेनेंस जैसी चीजें शामिल होती हैं। जबकि लोन पर ली हुई कार के लिए आपको ये सभी खर्चे अलग से उठाना पड़ता है। लीज पर ली हुई कार पर आपको टैक्स बेनेफिट्स मिलता है. इसके साथ ही आपकी कार की सर्विसिंग 5 साल तक के लिए फ्री रहती है. जबकि लोन पर ली हुई कार के मामने में ऐसा नहीं होता है।

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