भागलपुर-किऊल जंक्शन के बीच DMU की जगह चलेगी EMU, जानिए... इसकी खासियत Bhagalpur News
इससे यात्री जल्द ही न सिर्फ कम समय में गंतव्य स्थल तक पहुंचेंगे। बल्कि सुखद यात्रा करेंगे। ईएमयू अन्य पैसेंजर ट्रेनों की तुलना किसी स्टेशन पर रुकने के बाद जल्द रफ्तार पकड़ती है।
भागलपुर [जेएनएन]। आने वाले दिनों में भागलपुर से किऊल के बीच चलने वाली पैसेंजर ट्रेनों की रफ्तार बढ़ेगी। किऊल तक विद्युतीकरण का काम पूरा होने के बाद इस खंड पर ईएमयू (इलेक्ट्रिकल मल्टीपल यूनिट) सवारी गाड़ी का परिचालन शुरू करने की कवायद रेलवे ने तेज कर दी है। अभी जहां भागलपुर से किऊल के बीच की 98 किमी की दूरी पैसेंजर ट्रेनों को पूरा करने में तीन घंटे लगते हैं। पर, ईएमयू के चलने से यह दूरी दो से सवा दो घंटे में ही पूरी होगी। दरअसल, भागलपुर से जमालपुर और किऊल के बीच आधा दर्जन सवारी गाडिय़ों का परिचालन डीजल इंजन से होता है। विद्युतीकरण के बाद डीजल से चलने वाली ट्रेनों को इलेक्ट्रिक इंजन से चलाने की योजना है। इसलिए डीएमयू को ईएमयू रैक में तब्दील किया जाना है। इसके परिचालन से यात्रियों को काफी सहूलियत होगी।
जल्द पकड़ती है रफ्तार
यात्री जल्द ही न सिर्फ कम समय में गंतव्य स्थल तक पहुंचेंगे। बल्कि सुखद यात्रा करेंगे। ईएमयू डीजल इंजन से चलने वाली पैसेंजर ट्रेनों की तुलना किसी स्टेशन पर रुकने के बाद जल्द रफ्तार पकड़ती है। इसमें कोच की संख्या भी डीएमयू की तुलना में ज्यादा है। ईएमयू में तीन इंजन लगे रहते हैं। इस कारण रफ्तार तुरंत पकड़ती है।
पांच और ट्रेनों में इसी महीने लगेंगे इलेक्ट्रिक इंजन
अभी भागलपुर से खुलने वाली तीन ट्रेन विक्रमशिला, जनसेवा और दानापुर इंटरसिटी का परिचालन इलेक्ट्रिक इंजन से हो रहा है। वहीं, इस महीने के अंत तक अंग एक्सप्रेस, गरीब रथ, नई दिल्ली साप्ताहिक, भागलपुर-रांची एक्सप्रेस और अमरनाथ एक्सप्रेस का परिचालन भी डीजल की जगह इलेक्ट्रिक इंजन से होगा।
अपूर्व श्रीवास्तव (सहायक इलेक्ट्रिक अभियंता) ने कहा कि अभी भागलपुर-किऊल के बीच तीन ट्रेनें इलेक्ट्रिक इंजन से चल रही है। जल्द ही इलेक्ट्रिक इंजन से परिचालन शुरू कराने का निर्देश मिलेगा। ईएमयू का भी परिचालन शुरू किया जाएगा।