अगले माह से त्योहारों का आगाज, किसी भी ट्रेन में जगह नहीं
अगले महीने दशहरा पर्व है, इसके बाद नवंबर में दीवाली और छठ पर्व। मुख्य त्योहार में शामिल होने के लिए महानगरों में रहने वाले लाखों परिवार अपने घर पहुंचता है।
भागलपुर। अगले महीने दशहरा पर्व है, इसके बाद नवंबर में दीवाली और छठ पर्व। मुख्य त्योहार में शामिल होने के लिए महानगरों में रहने वाले लाखों परिवार अपने घर पहुंचता है। पर्व को लेकर ट्रेनों की सीटें अभी से बुक हो गई हैं। नतीजतन देश के बड़े शहरों से भागलपुर आने वाली सभी गाड़ियों की सीटें भर गई हैं। सात अक्टूबर के बाद आनंद विहार से आने वाली विक्रमशिला एक्सप्रेस में जगह भर गई है। 18 के बाद ही जगह है। वहीं सात नवंबर को दीपाली और 11 से चार दिवसीय लोक आस्था का महापर्व छठ। इस कारण एक नंवबर से 11 तक एक भी बर्थ खाली नहीं है। कुछ यही हाल दिल्ली, यूपी, बंगाल, पंजाब, बेंग्लुरु, मुम्बई और अन्य प्रदेश से आने वाली गाड़ियों की भी है। सभी में हॉउसफुल का बोर्ड टंग गया है। कुछ गाड़ियों में नो रूम पहुंच गया है तो कई में आरक्षण प्रतिक्षा की सूची 400 पार कर गया है। ऐसे में ट्रेन में टिकट मिलना मुश्किल है। घर आने वाले लोगों को जैसे-तैसे घर पहुंचना पड़ेगा। ऐसे में तत्काल टिकट से हद तक राहत मिलने की उम्मीद है।
देश के विभिन्न शहरों में नौकरी, रोजगार या अध्ययन कर रहे लाखों लोग इन दोनों पर्व में शामिल होने के लिए घर पहुंचते हैं। परेशानी से बचने के लिए कई ने पहले से ही ट्रेनों में आरक्षण करा लिया है। जो लोग अंतिम समय में आरक्षण लगाने की आस लगाए बैठे हैं, उनके लिए अब ट्रेनों में आरक्षण मिलना संभव दिखाई नहीं दे रहा है। इन जगहों से आरक्षण के लिए मारामारी
आरक्षण की सबसे अधिक माग दिल्ली, यूपी, नागपुर, चेन्नई, मुंबई, बेंग्लुरु, पंजाब, झारंखड, बंगाल से की तरफ जाने वाली ट्रेनों में है। इन जगहों से आने वाली गाड़ियों में वैसे तो सालों भर जगह कम होता है लेकिन पर्व के मौसम में स्थिति और ही भयावह हो गई है। भागलपुर की ट्रेनों में लंबी वेटिंग लिस्ट
बिहार का महापर्व होने के कारण ट्रेनों में आरक्षण का डिमांड बिहार की तरफ आने वाली ट्रेनों में है। इनमें विक्रमशिला एक्सप्रेस, फरक्का एक्सप्रेस, आनंद विहार साप्ताहिक एक्सप्रेस, लोकमान्य तिलक भागलपुर एक्सप्रेस, नई दिल्ली- भागलपुर गरीब रथ एक्सप्रेस, अंग एक्सप्रेस में लंबी वेटिंग लिस्ट है। तत्काल ही सहारा, ऐसे कटेगी टिकटें
- ट्रेन के प्रारंभिक स्टेशन से एक दिन पहले उस गाड़ी में तत्काल कोटे की सीटों पर बर्थ मिलना शुरू हो जाता है।
- एसी कोचों में सुबह दस बजे व स्लीपर में ग्यारह बजे से तत्काल टिकट बनते हैं।
- तत्काल टिकट का टोकन लेने के लिए पहले से ही आरक्षण फार्म को भरकर रखें।
- तत्काल फार्म पर अधिकतम चार यात्रियों के ही टिकट बन सकते हैं।
- अगर चार यात्रियों से ज्यादा का टिकट बनवाना हैं तो दूसरे फार्म के लिए एक और व्यक्ति को साथ ले जाएं। एक व्यक्ति एक ही फार्म पर टिकट बनवा सकता है।
- ऑनलाइन टिकट कंफर्म ही बनवाएं, क्योंकि वेटिंग का टिकट यात्रा में मान्य नहीं है। आनंद विहार से आने वाली विक्रमशिला स्थिति
सात से 17 अक्टूबर अक्टूबर तक वेटिंग
एक से 11 नंवबर तक लंबी प्रतिक्षा लोकमान्य तिलक से आने वाली एक्सप्रेस में वेटिंग
चार से 16 अक्टूबर अक्टूबर तक वेटिंग
एक से 14 नंवबर तक लंबी प्रतिक्षा आनंद विहार से आने वाली गरीब रथ एक्सप्रसे में वेटिंग
एक से 17 अक्टूबर अक्टूबर तक वेटिंग
तीस अक्टूबर से 10 नंवबर तक लंबी प्रतिक्षा