North East Express Accident: सैकड़ों की तादाद में जहां-तहां से बक्सर स्टेशन पर आकर फंसे यात्री, नहीं मिली पटना की ट्रेन
बिहार के बक्सर जिले में रघुनाथपुर स्टेशन के पास नॉर्थ ईस्ट दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। भले ही पांचवे दिन से इस रूट पर परिचालन सही हो गया हो लेकिन चार दिन तक यात्री ट्रेन के जरिए बक्सर से पटना जाने में असमर्थ रहे। भारी संख्या में यात्री बक्सर पर पहुंच तो जाते थे लेकिन उन्हें पटना की ट्रेन नहीं मिलती थी।
HighLights
- दुर्घटना के बाद चार दिन तक रहा रेल यातायात पूरी तरह से ठप
- अप लाइन में चल रही ट्रेन पकड़कर जाना पड़ा डीडीयू जंक्शन
जागरण संवाददाता, बक्सर। नई दिल्ली-हावड़ा मुख्य रेल मार्ग से जुड़ा होने के कारण बक्सर के लोगों की जिंदगी में रेलवे की अहम भूमिका है। बीते बुधवार की रात रघुनाथपुर रेलवे स्टेशन पर हुए हादसे के बाद बक्सर के रास्ते रेल यातायात पूरी तरह ठप हो गया।
शुक्रवार की रात अप लाइन में परिचालन शुरू किया गया, लेकिन डाउन में स्थिति रविवार की सुबह ही सुधर सकी। इस बीच हमने शनिवार की रात बक्सर रेलवे स्टेशन का जायजा लिया, जहां हमें सैकड़ों की तादाद में परेशान यात्री मिले। ज्यादातर लोग दूर-दराज के हैं।
स्थानीय लोगों को पता है कि इस रूट से ट्रेनें नहीं चल रहीं, इसलिए वे स्टेशन नहीं आए हैं। इधर-उधर से ट्रेन पकड़ने के लिए बक्सर आए लोगों को लग रहा है कि यहां आकर फंस गए। यहां से अच्छा होता कि वाराणसी या डीडीयू से गया रूट की ट्रेन पकड़ लेते।
रात 08.00 बजे
प्लेटफार्म नंबर एक, इससे जुड़े प्रतीक्षालय और बाहर पोर्टिको की तरफ खुले आसमान के नीचे ढेर सारे यात्री बैठे हैं। इन सभी को डाउन लाइन यानी पूर्व दिशा की ट्रेन पकड़नी है। सभी को इंतजार है कि पटना की तरफ जाने के लिए कोई ट्रेन आए। हालांकि इनकी संख्या सामान्य दिनों से काफी कम है।
अंकित उपाध्याय गाजीपुर के रहने वाले हैं। वह पटना जाने के लिए ट्रेन पकड़ने बक्सर आए थे। जब उन्हें पता चला कि यहां पटना के लिए कोई ट्रेन नहीं मिलेगी, तो वे अप लाइन में चल रही ट्रेन पकड़कर दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन के लिए रवाना हो गए, ताकि वहां से कोई ट्रेन पकड़ सकें, जो डायवर्ट होकर पटना जा रही हो।
भागलपुर के रमाशंकर पाल और लखीसराय के अमरजीत कुमार को भी इंतजार था कि कम से कम पटना जाने के लिए कोई ट्रेन मिल जाए।
रात 8.15 बजे
इस बीच अनाउंसमेंट होता है कि अप लाइन पर दिल्ली जाने के लिए मगध एक्सप्रेस आ रही है। हमारी टीम प्लेटफार्म नंबर दो की ओर बढ़ती है। इस प्लेटफार्म पर काफी यात्री अलग-अलग ट्रेनों का इंतजार करते दिखे। 8.19 बजे मगध बक्सर पहुंची और आगे के लिए रवाना हुई।
इसी बीच एक ट्रेन प्लेटफार्म नंबर एक की तरफ आती दिखी। हमारी टीम जब लौटकर उधर गई, तो देखा कि यह मेमू ट्रेन है। इस बीच अनाउंसमेंट हुआ कि प्लेटफार्म नंबर एक पर आई डीडीयू-पटना मेमू आगे नहीं जाएगी। इसके बाद इस ट्रेन से सैकड़ों की तादाद में यात्री उतरते हैं।
अचानक पूछताछ काउंटर पर भीड़ बढ़ती है। लोग जानना चाहते हैं कि पटना जाने के लिए कौन सी ट्रेन मिलेगी? जब जवाब नहीं में मिलता है, तो कुछ लोग परेशान होकर प्लेटफार्म की तरफ लौटते हैं और कुछ बाहर निकल जाते हैं।
रात 8.30 बजे
थोड़ी देर पहले तक लगभग वीरान से दिख रहे स्टेशन के आटो स्टैंड में खूब रौनक हो गई है। लोग दूर के शहरों तक जाने के लिए ऑटो वालों से बात कर रहे हैं।
ऑटो वाले डुमरांव के लिए 600 से 700 तो, आरा के लिए दो हजार रुपए तक मांग रहे हैं। यात्रियों से उनकी जिच हो रही है। शहर में जाने वाले ई-रिक्शा वाले भी 10 रुपए की बजाय 20 रुपए किराया मांग रहे हैं।
यह भी पढ़ें- Bihar Train Accident: दुर्घटना के चार दिन बाद भी डाउन लाइन पर नहीं चलीं ट्रेनें, ट्रैक की हो रही मरम्मत