हरित ऊर्जा से रौशन होंगे रेलवे स्टेशन, बचेगी बिजली

बक्सर पर्यावरण संरक्षण को लेकर रेलवे बेहद गंभीर है। साथ ही कोरोना काल में हुए नुकसान

By JagranEdited By: Publish:Wed, 17 Feb 2021 09:54 PM (IST) Updated:Wed, 17 Feb 2021 09:54 PM (IST)
हरित ऊर्जा से रौशन होंगे रेलवे स्टेशन, बचेगी बिजली
हरित ऊर्जा से रौशन होंगे रेलवे स्टेशन, बचेगी बिजली

बक्सर: पर्यावरण संरक्षण को लेकर रेलवे बेहद गंभीर है। साथ ही कोरोना काल में हुए नुकसान को कम करने के लिए भी रेलवे कई तरह की योजनाएं बना रहा है। इसी क्रम में बक्सर रेलवे स्टेशन को पूरी तरह से हरित ऊर्जा से रोशन करने की योजना तैयार कर ली गई है। हरित ऊर्जा का दायरा इतना बड़ा होगा कि स्टेशन के लाइट के अलावा सिग्नल प्रणाली भी इससे संचालित किए जाएंगे।

फिलहाल, कोविड काल में रेलवे को हुई घाटे की भरपाई के लिए स्टेशन के लिफ्ट तथा एस्कलेटर को अभी तक बंद रखा गया है। वहीं, बक्सर स्टेशन पर यात्रियों को वाई-फाई की सेवा का भी लाभ नहीं मिल रहा है। रेल सूत्रों से मिली जानकार के मुताबिक बक्सर स्टेशन को रौशन करने में बिजली मद में हर महीने लाखों रुपये खर्च होते हैं। इस खर्च में कमीलाने के लिए स्थानीय रेलवे स्टेशन समेत अन्य रेलवे स्टेशनों को भी सोलर प्लेट से आच्छादित किया जाएगा। ताकि, स्टेशन पर होने वाली ऊर्जा की खपत को ज्यादा से ज्यादा हरित ऊर्जा से पूरा किया जा सके। दरअसल, परंपरागत ऊर्जा स्त्रोतों के लगातार खत्म हो रहे भंडार को देखते हुए ऊर्जा मंत्रालय देशभर में हरित ऊर्जा को बढ़ावा दे रहा है। रेलवे सर्वाधिक ऊर्जा की खपत करने वाले विभागों में से एक है। ऐसे में रेल परिसरों में चलने वाले तमाम उपकरणों के लिए भी हरित ऊर्जा के तौर पर सोलर ऊर्जा का इस्तेमाल किया जाना है।

अभी रिटायरिग रूम और वेटिग हॉल में सोलर लाइट

अभी जहां एकाध भवन को ही सोलर प्लेट के माध्यम से सौर ऊर्जा से आच्छादित किया गया था वहीं, अब संपूर्ण रेलवे स्टेशन परिसर को ऊर्जा से आच्छादित किए जाने की योजना है। रिटायरिग रूम, रनिग रूम, वेटिग हॉल आदि जगहों में पूर्व से ही सौर ऊर्जा से ही विद्युत आपूर्ति तथा प्रकाश आदि की व्यवस्था की जा रही है। पूरी तरह से सौर ऊर्जा से आच्छादित किए जाने के बाद बिजली और डीजल की खपत भी कम होगी। रेल मंत्रालय ने भी वर्ष 2030 तक भारतीय रेलवे को पूरी तरह हरित ऊर्जा से संचालित करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। यह नवीकरणीय ऊर्जा स्त्रोतों पर निर्भरता बढ़ाने तथा शून्य कार्बन उत्सर्जन के लक्ष्य को हासिल करने की रणनीति का हिस्सा है।

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पर्यावरण संरक्षण को लेकर रेलवे गंभीर है। वर्ष 2030 तक अधिकांश कार्यों को हरित ऊर्जा से ही संपादित किए जाने का लक्ष्य रखा गया है, जिसके अंतर्गत वर्ष 2022 तक बक्सर समेत पूर्व मध्य रेलवे के सभी रेलवे स्टेशनों पर हरित ऊर्जा का अधिकाधिक प्रयोग करने की योजना है।

पृथ्वी राज, सूचना जनसंपर्क अधिकारी, पूर्व मध्य रेलवे।

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