Rain in Buxar: बक्सर वाले खुश हो जाइए... 48 घंटे बाद मूसलाधार बारिश के आसार, भीषण गर्मी से मिलेगी राहत

Buxar News बिहार के बक्सर में बीते दिनों लोग भीषण गर्मी से परेशान चल रहे थे। लेकिन अब उनके लिए अच्छी खबर सामने आई है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने अपने पूर्वानुमान में 30 जून एवं 1 जुलाई को जिले में क्रमशः 29 व 23 मिलीमीटर वर्षा होने की संभावना व्यक्त की है। लोग उमस से भी परेशान हो रहे थे।

By Girdhari Agrwal Edited By: Sanjeev Kumar Publish:Thu, 27 Jun 2024 04:06 PM (IST) Updated:Thu, 27 Jun 2024 04:06 PM (IST)
Rain in Buxar: बक्सर वाले खुश हो जाइए... 48 घंटे बाद मूसलाधार बारिश के आसार, भीषण गर्मी से मिलेगी राहत
48 घंटे के भीतर बक्सर में जमकर होगी बारिश

HighLights

  • बक्सर में प्री-मानसून की बारिश का इस साल नहीं मिला साथ तो तापमान ने डराया
  • 30 जून एवं 1 जुलाई को जिले में क्रमशः 29 व 23 मिलीमीटर वर्षा होने की संभावना
  • 72 प्रतिशत नमी होने से बुधवार की दोपहर पूर्व उमस और गर्मी काफी थी

जागरण संवाददाता, बक्सर। Buxar News: बिहार के बक्सर में इन दिनों भीषण गर्मी से लोगों का बुरा हाल हो गया था। लेकिन अब मौसम विभाग ने राहत की खबर दे दी है। इसके मुताबिक 48 घंटे के भीतर बक्सर में जमकर बारिश होने के आसार हैं। लोगों को भारी उमस और गर्मी से राहत मिलेगी।

बता दें कि मौसम में नमी का स्तर 72 प्रतिशत होने से शुक्रवार की दोपहर पूर्व उमस और गर्मी काफी थी। वो भी तब जब जिले में वर्षा का बुरा हाल है। न्यूनतम तापमान 28.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। 30 जून एवं 1 जुलाई को जिले में क्रमशः 29 व 23 मिलीमीटर वर्षा होने की संभावना

हालांकि, दोपहर पलटी मारी पश्चिमी हवा में हल्की बूंदाबांदी हुई है। देखें तो जून की विदाई में दो दिन शेष हैं और जिला में अब तक 21.31 मिलीमीटर औसत वर्षा ही हुई है जबकि जिला कृषि कार्यालय के अनुसार 27 जून तक सामान्य वर्षापात का आंकड़ा 92.73 मिलीमीटर का है। हालांकि 

इस बात की जानकारी देते हुए कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ विज्ञानी सह प्रमुख डा. देवकरण ने बताया कि सब कुछ ठीक चलता रहा तो जून की अंतिम तारीख में मानसूनी बादल वर्षा की बौछारों से मिजाज को तरबतर करने को पहुंच सकते हैं। वैसे तो गर्मी से सभी त्रस्त हैं, लेकिन किसान वर्षा का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।

पुरैनिया गांव के संभ्रांत किसान बिरेंद्र तिवारी ने बताया कि आद्रा नक्षत्र को चढ़े पांच दिन गुजर गए। ऐसे में यदि वर्षा होती है तो वे धान के पौधों की रोपाई भी शुरू कर देंगे। उन्होंने कहा कि रोहिणी नक्षत्र के अंतिम समय में धान की पौधशाला तैयार करने को लेकर बीज डाला गया था, जिसकी सिंचाई रात में किया करते थे और दिन में खेत से पानी निकाल देते थे, जिससे पौधे सुरक्षित व सही हालत में हैं।

 प्री-मानसून ने नहीं दिया साथ तो तापमान ने डराया

Rain in Buxar: इस बार बक्सर में में प्री-मानसून की वर्षा का बुरा हाल रहा। वर्षा नहीं होने के कारण उष्ण लहर का प्रभाव अधिक दिन तक बना रहा। मई से शुरू हुई प्रचंड गर्मी ने जून के दो सप्ताह में रूला दिया। इसमें अधिकतम तापमान 47.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था। कई दिन तो बक्सर का अधिकतम तापमान राज्य भर में शिखर पर रहा, लेकिन पिछले 19-20 एवं 25-26 तारीख को हुई मामूली वर्षा के कारण तपन से राहत मिली है।

 शुक्रवार को 6.2 मिमी. हुई वर्षा

कुछ दिन से निरंतर पूरब की ओर चल रही हवा शुक्रवार की दोपहर में पलटी मार ली और लगभग डेढ़ बजे उत्तर पश्चिम की तरफ से बहती दिखी। उसी में हल्की बूंदाबांदी भी हुई। इस दौरान लालगंज कृषि विज्ञान केंद्र के वर्षा माप यंत्र में 6.2 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई।

chat bot
आपका साथी