Nitish Kumar के राज में किसानों के लिए होने जा रहा अब तक का सबसे बड़ा काम, खटाखट बढ़ जाएगी इनकम; पढ़ें डिटेल

Bihar News बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के राज में किसानों के लिए अब तक सबसे बड़ा काम होने जा रहा है। सेंटर फॉर एक्सीलेंस अब मोटे अनाजों का हब बनेगा। किसानों को खेती के लिए यहां तक कि ट्रेनिंग भी दी जाएगी। सेंटर को चौथी कृषि रोड मैप के तहत टनकुप्पा प्रखंड के मायापुर में कृषि विभाग की 48 एकड़ जमीन पर बनाया जा रहा है।

By himanshu gautam Edited By: Mukul Kumar Publish:Wed, 19 Jun 2024 04:51 PM (IST) Updated:Wed, 19 Jun 2024 04:57 PM (IST)
Nitish Kumar के राज में किसानों के लिए होने जा रहा अब तक का सबसे बड़ा काम, खटाखट बढ़ जाएगी इनकम; पढ़ें डिटेल
नीतीश कुमार के राज में किसानों के लिए होने जा रहा काम

HighLights

  • 200 करोड़ की लागत से बन रहा है बिहार का पहला मोटे अनाज का सेंटर ऑफ एक्सीलेंस
  • बिहार सहित अन्य प्रदेश के किसानों को दी जाएगी मोटे अनाज की खेती करने का प्रशिक्षण

हिमाशुं गौतम, फतेहपुर। Bihar News अब वो दिन दूर नहीं जब बिहार सहित सभी राज्यों के किसान मोटे अनाज की खेती करने के लिए प्रशिक्षण प्राप्त करने सेंटर ऑफ एक्सीलेंस मायापुर आएंगे। प्रशिक्षण के बाद किसानों को मोटे अनाज की खेती से आर्थिक स्थिति सुदृढ़ बनेगी। किसान विकास की श्रेणी में होगा। सेंटर में किसानों को मोटे अनाज की खेती करने के लिए विशेष प्रशिक्षण मुफ्त में दिया जाएगा।

सेंटर को चौथी कृषि रोड मैप के तहत टनकुप्पा प्रखंड के मायापुर में कृषि विभाग की 48 एकड़ जमीन पर 200 करोड़ की लागत से बनाया जा रहा है। परिसर में आधुनिक भवन, आवास, प्रशासनिक भवन, प्रशिक्षण केंद्र, चारदीवारी, सिचाई के तलाब, सड़क, बिजली आदि की सुविधा उपलब्ध होगी।

आज देश विदेश में मोटे अनाज की मांग तेज से बढ़ रहा है। मोटा अनाज के प्रति लोगों का झुकाव बढ़ता जा रहा है। लोगो की जरूरत के अनुसार किसान को जागरूक होकर मोटे अनाज की खेती करना होगा। इसके लिए केंद्र से लेकर राज्य सरकार जोर शोर से लगी हुई है।

इंटरनेशनल क्राप रिसर्च इंस्टीट्यूट फार सेमी एराइड ट्रापिक (इक्रीसैट) हैदराबाद की टीम मायापुर में मिलेट्स की खेती पर एक वर्ष से अनुसंधान शुरू कर दी है। इक्रीसैट कृषि के क्षेत्र में कार्य करने वाली एवं हैदराबाद में स्थापित एक महत्वपूर्ण संस्थान है।

पूरी टीम मिलेट्स की खेती पर अनुसंधान कर रही

वरीय वैज्ञानिक कुलदीप सिंह के नेतृत्व में पूरी टीम मिलेट्स की खेती पर अनुसंधान कर रही है। फसल को देखने एवं खेती करने के तरीका को जानने दूसरे जिला के किसानों की टोली पहुंच रही है। किसानों को मड़ुआ एवं चीना सहित कई प्रकार की मिलेट्स की खेती के प्रति प्रोत्साहित किया जा रहा है।

विश्व में मोटे अनाज का दौर लौट रहा है। इसी परिपेक्ष्य में 2023 को अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष घोषित किया गया है। अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष के तहत पूरे भारत में मिलेट्स की खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है।

मिलेट्स पोषक तत्वों एवं फाइबर से भरपूर होता है। प्रति 100 ग्राम मिलेट्स में 13.11 ग्राम प्रोटीन एवं 11.18 ग्राम फाइबर सहित लौह एवं कार्बोहाइड्रेट पाए जाते है। मिकेट्स ब्लडप्रेशर और मधुमेह रोग के लिए रामबाण है।

मायापुर मिलेट्स केंद्र किसानों के लिए बेहतर होगा

सेंटर इंचार्ज डॉ. राहुल प्रियदर्शी ने बताया कि मिलेट्स की खेती में किसानों का अभिषय बहुत आगे तक जाएगा। सरकार खेती के लिए मुफ्त बीज सहित प्रशिक्षण देने की राष्ट्रीय स्तर व्यवस्था दे रही है। मायापुर मिलेट्स केंद्र किसानों के लिए बेहतर होगा।

प्रखंड कृषि पदाधिकारी शोमेश्वर मेहता ने बताया कि क्षेत्र में इस वर्ष मोटे अनाज की खेती के लिए बहुत सारे किसानों को बीज देकर जागरूक किया गया है। सेंटर आफ एक्सीलेंस के बन जाने पर किसानों का दिन बदल जायेगा।

यह भी पढ़ें-

Pappu Yadav : देवेश चंद्र ठाकुर के चौके पर पप्पू यादव का छक्का, सीतामढ़ी की जनता से कर दी भावुक अपील; सियासत तेज

ससुर से लेकर दामाद तक... पूरा परिवार मिलकर करता था फ्रॉड, तरीका जान रह जाएंगे हैरान; पुलिस ने 2 को किया गिरफ्तार

chat bot
आपका साथी