गया जिले के इमामगंज में रेलवे लाइन बिछाने की मांग, लोगों ने याद दिलाया चुनावी सभा में किया वादा

Gaya News तत्कालीन रेलमंत्री व वर्तमान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जब रेल मंत्री थे तब 1998 में इस क्षेत्र से रेलवे लाइन बिछाने की घोषणा की थी। वहीं तत्कालीन रेलमंत्री लालू प्रसाद यादव ने वर्ष 2008 में शेरघाटी रंगलाल हाई स्कूल में सभा के दौरान शिलान्यास भी किया था।

By Shubh Narayan PathakEdited By: Publish:Mon, 28 Dec 2020 01:22 PM (IST) Updated:Mon, 28 Dec 2020 01:22 PM (IST)
गया जिले के इमामगंज में रेलवे लाइन बिछाने की मांग, लोगों ने याद दिलाया चुनावी सभा में किया वादा
गया जिले के इमामगंज में रेलवे लाइन बिछाने की हो रही मांग। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गया/इमामगंज, जागरण टीम। गया जिले के इमामगंज प्रखंड को रेलवे लाइन से जोड़ने के लिए मांग तेज होने लगी है। रविवार को इमामगंज के गांधी मैदान में जनसभा का आयोजन किया गया। इस जनसभा में इमामगंज विधानसभा क्षेत्र के इमामगंज, डुमरिया व बांकेबाजार प्रखंड के नागरिकों ने शामिल होकर रेलवे लाइन से जोडऩे के लिए सरकार से मांग की। इस संबंध में रेल लाइन निर्माण संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष बिगन पासवान ने बताया देश आजादी के 73 सालों से विकास का बाट जोह रहा है। उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र में रेलवे लाइन नहीं रहने के  कारण इलाके का विकास प्रभावित है।

तत्‍कालीन रेलमंत्री नीतीश कुमार की घोषणा का हवाला दे रहे लोग

उन्होंने बताया कि तत्कालीन रेलमंत्री व वर्तमान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जब रेल मंत्री थे तब 1998 में इस क्षेत्र से रेलवे लाइन बिछाने की घोषणा किए थे। वहीं तत्कालीन रेलमंत्री लालू प्रसाद यादव ने वर्ष 2008 में शेरघाटी रंगलाल हाई स्कूल में सभा के दौरान शिलान्यास भी किया था। उस समय प्रस्तावित रेलवे लाइन का नक्शा भी विभाग के पास है। उस नक्शे को तब अखबारों में भी छापा गया था।

रेलवे ने तैयार की थी नई रेलवे लाइन बिछाने की योजना

रेलवे ने इस इलाके से नई रेलवे लाइन बिछाने की योजना तैयार की थी। यह रेलवे लाइन बिहार राज्य अंतर्गत गया जिले के गुरारू से शुरू होकर झारखंड के डाल्टेनगंज तक जानी थी। इस  रेलवे लाइन बिछाए जाने पर गुरारू, मथुरापुर, गुरूआ, शेरघाटी, कुम्भी, नारायणपुर, चारपहरा, नौडीहा बाजार छतरपुर, डालाट्टी दुलटी, कजरी, डाल्टेनगंज स्टेशन व होल्ट से जुड़ेगा। जिससे लोगों को रोजगार बढ़ेगा और क्षेत्र का विकास भी होगा। हालांकि बाद के दिनों में रेलवे ने इस योजना को पूरी तरह भुला दिया। रविवार को आयोजित जनसभा में मुसाफिर पासवान, श्रीमोहन यादव, रामस्वरूप यादव, शम्भू पहाडिय़ा, दीपकरावत, बाबूलाल प्रसाद, नागेंद्र प्रसाद सिंह, चंद्रदेव प्रसाद, रामदेंनी प्रसाद मेनन, पिंकी देवी, रेणु देवी, कयामुद्दीन अंसारी आदि दर्जनों लोगों मौजूद थे।

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