Bihar Mahananda River: महानंदा नदी फिर से उफान पर, 12 घंटे में जलस्तर में हुई 40 सेमी की वृद्धि

नेपाल के तराई इलाके में हो रही मूसलाधार बारिश का असर बिहार में दिखने लगा है। बिहार में महानंदा नदी फिर से उफान पर है। पिछले 12 घंटों में नदी का जलस्तर में 40 सेमी तक की वृद्धि हो गई है। संवेदनशील स्थानों और तटबंध पर विभागीय अभियंता नजर रख रहे हैं। अधिकारियों ने शुक्रवार तक महानंदा नदी के जलस्तर में वृद्धि होने की संभावना जताई है।

By Rajeev Choudhary Edited By: Rajat Mourya Publish:Thu, 27 Jun 2024 03:47 PM (IST) Updated:Thu, 27 Jun 2024 03:47 PM (IST)
Bihar Mahananda River: महानंदा नदी फिर से उफान पर, 12 घंटे में जलस्तर में हुई 40 सेमी की वृद्धि
नेपाल में हो रही बारिश से महानंदा नदी का जलस्तर बढ़ रहा है। (फोटो- जागरण)

HighLights

  • महानंदा नदी एक बार फिर से उफान पर है, जलस्तर में लगाता वृद्धि हो रही है
  • अधिकारियों ने शुक्रवार तक जलस्तर में वृद्धि होने की जताई गई संभावना
  • संवेदनशील स्थानों व तटबंध पर विभागीय अभियंता रख रहे नजर

संवाद सूत्र, सालमारी (कटिहार)। महानंदा नदी फिर से उफान पर है। पिछले दो दिनों से नदी का जलस्तर घट रहा था। बुधवार शाम से ही नदी के जलस्तर में एक बार फिर से वृद्धि होने लगी। जलस्तर में वृद्धि होने से बाढ़ नियंत्रण विभाग के अभियंता स्थिति पर पैनी नजर रख रहे हैं।

विभागीय अभियंता के मुताबिक, जलस्तर घटने बढ़ने के साथ महानंदा नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी का सिलसिला जारी है। नेपाल के तराई इलाकों में लगातार हो रही बारिश की वजह से महानंदा नदी के जलस्तर में वृद्धि का सिलसिला तत्काल जारी है।

वहीं, आजमनगर प्रखंड क्षेत्रों में अब तक बहुत कम बारिश हुई है। कहीं-कहीं अभी भी क्षेत्र के किसान पंपिंग सेट से सिंचाई कर अगहनी धान की रोपाई आरंभ कर चुके हैं। केवल तीन फीसदी अगहनी धान की रोपाई अभी तक हो पाई है।

नेपाल की बारिश का बिहार में असर

बताया गया है कि जिस दिन नेपाल के तराई इलाके में बारिश होती है, महानंदा नदी के जलस्तर में वृद्धि होने लगती है। बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के कनीय अभियंता राहुल कुमार ने बताया कि बुधवार की शाम से गुरुवार सुबह तक 12 घंटे के भीतर 30 से 40 सेंटीमीटर महानंदा नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी हुई है।

बाढ़ नियंत्रण सब-डिवीजन सालमारी स्थित झौआ के निकट 40 सेंटीमीटर जलस्तर में वृद्धि हुई है। हलांकि, जलस्तर चेतावनी स्तर से अब भी 15 सेमी कम है। बहरखाल के निकट 40 सेंटीमीटर वृद्धि हुई है। आजमनगर के स्पर संख्या 56 के निकट 37 सेंटीमीटर जलस्तर में वृद्धि हुई है और वार्निंग लेवल 15 सेमी नीचे है।

धबौल गांव के निकट 38 सेंटीमीटर जलस्तर में वृद्धि दर्ज की गई है। यहां जलस्तर चेतावनी स्तर से 20 सेमी नीचे है। अगले 12 घंटे तक जलस्तर में इसी तरह वृद्धि होने की संभावना जताई गई है। कनीय अभियंता ने बताया कि संवेदनशील स्थानों व तटबंध पर राउंड द क्लाक नजर रखी जा रही है।

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