Bihar Land registry: जमाबंदी कानून पर रोक के बाद बढ़ी चहल-पहल, इस जिले से एक दिन में 14 लाख आया राजस्व
Bihar Land Registry बिहार में जमाबंदी कानून पर सुप्रीम कोर्ट के द्वारा रोक लगाने के बाद से निबंधन कार्यालय में फिर से चहल पहल बढ़ गई है। पहले की तरह ही जमीनों की रजिस्ट्री होने लगी है। लखीसराय में सोमवार को जमीन की सबसे अधिक 39 रजिस्ट्री कराई गई। वहीं इस दौरान विभाग को 14 लाख 34 हजार रुपये का राजस्व भी प्राप्त हुआ।
HighLights
- सोमवार को जमीन की सबसे अधिक 39 रजिस्ट्री हुई
- विभाग को 14 लाख 34 हजार रुपये का राजस्व प्राप्त
संवाद सहयोगी, लखीसराय। Bihar Land Registry सुप्रीम कोर्ट द्वारा बिहार सरकार के जमाबंदी कानून पर रोक लगाने और पुराने नियमों के आधार पर जमीन की रजिस्ट्री कराने के आदेश का असर सोमवार को जिले के विभिन्न निबंधन कार्यालयों में दिखा।
सुबह 10 बजे से ही जिला निबंधन कार्यालय के अलावा हलसी और सूर्यगढ़ा स्थित अवर निबंधन कार्यालय में जमीन खरीद बिक्री करने वालों की भीड़ जमा होने लगी। निबंधन कार्यालय काफी दिनों बाद गुलजार नजर आया। कातिब, मुंशी से लेकर स्टांप वेंडर सभी खुश नजर आ रहे थे। सभी कोर्ट के फैसले को सही बताते नजर आए।
सोमवार को जमीन की सबसे अधिक 39 रजिस्ट्री
निबंधन कार्यालय के बाहरी परिसर में जमीन के निबंधन का कागज तैयार कराने को लेकर भीड़ लगी रही। तेज धूप और गर्मी के बीच कोल्ड ड्रिंक पीने और पिलाने का दौड़ चलता रहा।
कोर्ट द्वारा जमाबंदी कानून पर रोक लगाने के बाद सोमवार को जमीन की सबसे अधिक 39 रजिस्ट्री कराई गई। इससे विभाग को 14 लाख 34 हजार रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ। अप्रैल और चालू मई माह में अबतक की सबसे अधिक रजिस्ट्री एक दिन में हुई। क्योंकि जमाबंदी कानून लागू होने के बाद से जमीन रजिस्ट्री की संख्या काफी कम हो गई थी। राजस्व का भी नुकसान हो रहा था।
रैयत से लेकर प्रापर्टी डीलर काफी खुश
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद रैयत से लेकर प्रापर्टी डीलर काफी खुश नजर आए। शहर में जमाबंदी के पेंच के कारण कई जमीन की रजिस्ट्री महीनों से नहीं हो पा रही थी। कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद जैसे ही रास्ता साफ हुआ लोग रजिस्ट्री कराने में जुट गए हैं।
उम्मीद की जा रही है कि अगले एक दो दिन में यह संख्या और बढ़ेगी। जिला निबंधन पदाधिकारी उमाशंकर मिश्र ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा जमाबंदी कानून पर रोक लगाने के बाद सोमवार को सबसे अधिक जमीन की रजिस्ट्री कराई गई है।
उन्होंने बताया कि जिला निबंधन कार्यालय में कुल 30 दस्तावेजों की रजिस्ट्री हुई जिससे 11 लाख 51 हजार का राजस्व प्राप्त हुआ। जबकि हलसी निबंधन कार्यालय में तीन रजिस्ट्री हुई जिससे 96 हजार रुपये और सूर्यगढ़ा में छह रजिस्ट्री हुई, जिससे एक लाख 87 हजार रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ।
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