Bihar Education: ढेर सारी शिकायत लेकर MLC के पास पहुंच गए इस जिले के शिक्षक, नाराज होकर खोल डाली शिक्षा विभाग की पोल
बिहार के एक जिले में शिक्षक वेतन संबंधी समस्या को लेकर एमएलसी के पास पहुंच गए हैं। उन्होंने शिक्षा विभाग के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। वेतन से जुड़ी समस्या को लेकर शिक्षकों ने एमएलसी को एक ज्ञापन भी सौंपा है। शिक्षकों ने अपनी शिकायत सुनाते हुए कहा कि वह काफी समय से अपनी समस्या बता रहे हैं लेकिन इसका समाधान नहीं निकल रहा।
HighLights
- दबाव डालकर एचएम के द्वारा गुणवत्तापूर्ण संबंधी अनापत्ति प्रमाण पत्र लिया जा रहा
- शिक्षकों ने शिकायत में कहा, शिक्षकेत्तर कर्मियों के एसीपी लाभ से वंचित रखा गया
- शिक्षकों के दो वर्षों से महंगाई भत्ता का भुगतान लंबित, एमएलसी ने सुनी समस्या
जागरण संवाददाता, मधुबनी। नियोजित शिक्षकों को समय पर वेतन नहीं मिल रहा है। जिले के नियमित व नियोजित शिक्षकों के दो वर्षों से महंगाई भत्ता का भुगतान लंबित है। इसको लेकर रविवार को परिसदन में एमएलसी डॉ. मदन मोहन झा को बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ की ओर से ज्ञापन सौपा गया।
शिक्षक संघ के नेताओं ने बताया कि शिक्षक अपनी समस्याओं को लेकर कई बार ज्ञापन सौंपा है। इसके बाद भी समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा है।
स्कूल प्रबंधन के बिना अधियाचना के एजेंसी के माध्यम से विद्यालयों में जबरन डेस्क, बेंच, शौचालय, प्रयोगशाला में उपयोग में लाये जाने वाले उपकरण दिया जा रहा है। दबाव डालकर एचएम के द्वारा गुणवत्तापूर्ण संबंधी अनापत्ति प्रमाण पत्र लिया जा रहा है।
इन लाभों से शिक्षकों को रखा गया वंचित
इन्होंने बताया कि सामान्य प्रशासन विभाग के अधिसूचना संख्या 19300, दिनांक 13 दिसंबर 23 में निहित प्रावधान के तहत राजकीयकृत माध्यमिक, उच्च माध्यमिक विद्यालयों के परिचारियों का उच्चत्तर पद का प्रभार (वेतन सहित) के लाभ से वंचित रखा गया है।
शिक्षकेत्तर कर्मियों को एसीपी लाभ से वंचित रखा गया है। ज्ञांपन सौंपने वालों में अध्यक्ष फैयाज अहमद, सचिव शंभू झा, गौरी मिश्र सहित अन्य संघ के नेता शामिल थे।
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