मुंगेर सदर अस्‍पताल में 'आशा' बनी निराशा: प्रसूता की मां से मांगे 2 हजार, पैसे लेकर ही गोद में दिया बच्‍चा

Munger News सदर अस्पताल का प्रसव केंद्र व ऑपरेशन कक्ष दलालों का अड्डा बन गया है। प्रसव से लेकर ऑपरेशन कराने के नाम पर आए मरीजों से दलाल मोटी रकम की मांग करते है। न देने पर रेफर करा देने की धमकी देते हैं।

By Haider AliEdited By: Publish:Sun, 04 Jun 2023 03:23 PM (IST) Updated:Sun, 04 Jun 2023 03:23 PM (IST)
मुंगेर सदर अस्‍पताल में 'आशा' बनी निराशा: प्रसूता की मां से मांगे 2 हजार, पैसे लेकर ही गोद में दिया बच्‍चा
अस्‍पताल में आशा बनी निराशा: प्रसूता की मां से मांगे 2 हजार रुपये, पैसे लेकर ही गोद में दिया बच्‍चा

HighLights

  • प्रसूता के पति ने लगा दिया डीएम को फोन
  • डीएम के आदेश पर देर रात एसडीओ व सिविल सर्जन मामले की करते रहे जांच

मुंगेर, संवाद सहयोगी: सदर अस्पताल का प्रसव केंद्र व ऑपरेशन कक्ष दलालों का अड्डा बन गया है। प्रसव से लेकर ऑपरेशन कराने के नाम पर आए मरीजों से दलाल मोटी रकम की मांग करते है। न देने पर रेफर करा देने की धमकी देते हैं।

ऐसा ही एक मामला बीती रात हुआ जमालपुर दरियापुर निवासी विमला देवी अपनी बेटी सोनी देवी (35) प्रसव कराने के लिए सदर अस्पताल पहुंची थी, वहां आशा कार्यकर्ता पूजा कुमारी और उनके साथ एक महिला गुड़िया कुमारी प्रसव के नाम पर जबरदस्ती बिमला देवी से दो हजार रुपए की मांग करने लगे।

प्रसूता के पति ने डीएम को लगाया फोन, डीएम ने सि‍विल सर्जन को दिए निर्देश

दोनों महिलाओं के डर से बिमला देवी ने दो हजार रुपए महिला को दे दिए, उसके बाद पति अजीत कुमार राय को इसकी जानकारी हुई तो उसने डीएम नवीन कुमार को फोन कर इसकी सूचना दे दी।

डीएम ने सिविल सर्जन पी एम सहाय और एसडीओ संजय कुमार को फोन कर अस्पताल जाकर जांच करने के निर्देश दिए। दोनों अधिकारी आनन-फानन में सदर अस्पताल पहुंचे और स्वजनों से पूछताछ की।

नॉर्मल डिलीवरी के लिए मांगे थे पैसे

बिमला देवी ने बताया की वह अपनी बेटी का प्रसव कराने के लिए सदर अस्तपताल आई थी, जांच के बाद कर्मचारियों ने कहा कि‍ ऑपरेशन कराना होगा, लेकिन मेरी बेटी ऑपरेशन कराने से डर रही थी, जिसके बाद आशा कार्यकर्ता पूजा कुमारी एक अन्य महिला के साथ उनके पास आई और कहा कि‍ नॉर्मल डिलीवरी करा देंगे कुछ पैसा देना होगा और वो जबरदस्ती करने लगी।

प्रसव के बाद दोनों ने कहा कि पहले दो हजार रुपए दो तभी बच्चा मिलेगा। इसपर प्रसूता की मां ने घबराकर अपने पास रखे 900 रुपए दोनों को दिए, जिसके बाद आशा और उसके साथ की महिला ने बच्चा दिया।

प्रसूता के पति अजीत कुमार राय ने बताया कि वह असरगंज प्रखंड के रहने वाले हैं, पत्नी की डिलीवरी करवाने के लिए अपने सुसराल जमालपुर दरियापुर आए थे, प्रसव को लेकर शनिवार की देर शाम सदर अस्तपताल पहुंचे, जहां प्रसव के नाम पर दो हजार रुपए आशा कार्यकर्ता सहित एक महिला ने उनकी सास से लि‍ए, जानकारी होने के बाद उन्‍होंने डीएम को फोन कर सारी जानकारी दी।

प्रसव के नाम पर पैसे लिए जाने की सूचना पर डीएम के संज्ञान पर जांच के लिए हम लोग सदर अस्पताल पहुंचे, जहां जानकारी हुई कि प्रसव कराने के लिए पहुंची महिला के पति से सदर अस्तपताल की आशा कार्यकर्ता पूजा कुमारी और एक अन्य महिला गुड़िया कुमारी ने दो हजार रुपए लिए हैं। स्वजन के आवेदन के बाद कानूनी कार्रवाई की जाएगी। - पीएम सहाय, सिविल सर्जन।

धन उगाही से परेशान रहते हैं मरीज और तीमारदार

सदर अस्पताल में वार्ड ब्वॉय द्वारा मरीज से पैसे मांगे जाने का यह पहला मामला नहीं है। मरीजों की मानें, तो अस्पताल में मरीजों की देखभाल के लिए आशाा कार्यकर्ता, ममता बेहतर इलाज के नाम पर पैसों की डिमांड करते हैं।

हालांकि‍, कुछ माह पहले ही गर्भपात कराने जमालपुर से और बाकरपुर गांव से आई महिलाओं से पांच-पांच हजार रुपए की मांग का आरोप सहायक मनीष कुमार आर्दशी और रविंद्र कुमार पर लगा था, जिसकी लिखित शिकायत उस वक्त मौजूद चिकित्सक कन्हैया ने सिविल सर्जन से की गई थी।

इस मामले ने भी ठंडे बस्ते में दम तोड़ दिया। इसी तरह कई मामले आगे चलकर दम तोड़ देते हैं, जिससे दलालों का मनोबल कम होने की बजाय बढ़ता ही जा रहा है।

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