अगस्त से जमालपुर टू जसीडीह-आसनोसल तक ईएमयू से होगा सफर

-जमालपुर-किऊल के बीच विद्युतीकरण चालू होने के बाद इलेक्ट्रिक इंजन से दौड़ने लगी ट्रेन -आसन

By JagranEdited By: Publish:Sun, 16 Jun 2019 09:20 PM (IST) Updated:Sun, 16 Jun 2019 09:20 PM (IST)
अगस्त से जमालपुर टू जसीडीह-आसनोसल तक ईएमयू से होगा सफर
अगस्त से जमालपुर टू जसीडीह-आसनोसल तक ईएमयू से होगा सफर

-जमालपुर-किऊल के बीच विद्युतीकरण चालू होने के बाद इलेक्ट्रिक इंजन से दौड़ने लगी ट्रेन

-आसनसोल-किऊल इएमयू का जमालपुर तक होगा विस्तार

-रेल यात्रियों को होगी सहूलियत

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केएम राज, संवाद सहयोगी, जमालपुर (मुंगेर)। अगस्त महीने में लौहनगरी वासियों को रेलवे की ओर से जमालपुर से जसीडीह-आसनोसल के बीच नई ट्रेन का तोहफा मिलने वाला है। अब मॉडल स्टेशन जमालपुर से जसीडीह-आसनसोल के लिए सीधा रेल सेवा का लाभ यात्री लेंगे। जमालपुर से किऊल तक रेल विद्युतीकरण होने के बाद इस खंड पर इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रेन परिचालन शुरू हो गया है। इसी कड़ी में आसनसोल-जसीडीह-किऊल तक चलने वाली ईएमयू का विस्तार जमालपुर तक करने पर रेलवे में मंथन चल रहा है। सबकुछ ठीक रहा तो दो महीने बाद इसका परिचालन शुरू हो जाएगा। इससे यात्रियों को काफी सहूलियत होगी। अभी जहां जमालपुर से किऊल के बीच की 42 किमी की दूरी तय करने में डीजल इंजन से चलने वाली पैसेंजर ट्रेनों को पौने दो से दो घंटे लगते हैं। वहीं, अगस्त से यह दूरी एक से सवा घंटे घंटे में पूरी होगी।

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जमालपुर से एक साप्ताहिक ट्रेन है आसनोसल के लिए

जमालपुर से आसनसोल जाने के लिए भागलपुर-साहिबगंज-रामपुरहाट के रास्ते एक्सप्रेस और पैसेंजर मिलाकर पांच ट्रेने हैं। वहीं, किऊल-जसीडीह के रास्ते एक ही ट्रेन है। ऐसे में ईएमयू के चलने से रेल यात्रियों को काफी राहत मिलेगी। जमालपुर से जहां जसीडीह की दूरी तीन घंटे तो आसनसोल की दूरी पांच से साढ़े पांच घंटे में पूरी होगी। बाबानगरी देवघर जाने वाले यात्रियों को इस ट्रेन से फायदा होगा।

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प्लेटफॉर्म से खुलते ही पकड़ लेती है रफ्तार

लोकल यात्री जल्द ही न सिर्फ कम समय में गंतव्य स्थल तक पहुंचेंगे बल्कि सुखद यात्रा करेंगे। रेलवे ने ईएमयू (इलेक्ट्रिकल मल्टीपल यूनिट) ट्रेनें चलाने का फैसला किया है। ईएमयू डीजल इंजन से चलने वाली पैसेंजर ट्रेनों की तुलना किसी स्टेशन से खुलने के बाद जल्द रफ्तार पकड़ती है। इसमें कोच ज्यादा होते हैं और तीन इंजन लगे रहते हैं। इस कारण रफ्तार तुरंत पकड़ती है।

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कोट

अभी विक्रमशिला एक्सप्रेस का परिचालन विद्युत इंजन से शुरू हुआ है। जल्द ही जनसेवा एक्सप्रेस और अन्य ट्रेनें भी चलेंगी। इस खंड पर ईएमयू ट्रेन का भी परिचालन होगा। पटना और जसीडीह तरफ भी ईएमयू चलाने पर बात चल रही है।

-अपूर्वा श्रीवास्तव, सहायक इलेक्ट्रिक अभियंता।

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