SKMCH में फिर हुई लापरवाही, ऑपरेशन के नाम पर बांध दी पट्टी; अल्ट्रासाउंड हुआ तो मरीज और स्वजन रह गए सन्न
Bihar News बिहार के सरकारी अस्पतालों में इन दिनों जमकर धांधली चल रही है। इसका एक ताजा उदाहरण सामने आया है। दरअसल मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच अस्पताल में ऑपरेशन के नाम पर पट्टी बांध दी गई। इसके बाद जब अल्ट्रासाउंड के दौरान पट्टी खोली गई तो डॉक्टर और अस्पताल की पोल खुल गई। मरीज के स्वजनों ने अस्पताल में जमकर बवाल काटा।
HighLights
- अल्ट्रासाउंड में बैंडेज हटाने पर सामने आई बात
- ऑपरेशन नहीं, जांच के लिए लिया गया सैंपल
- छाती में गिल्टी की शिकायत पर लिया गया था सैंपल
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। एसकेएमसीएच में एक बार फिर लापरवाही सामने आई है। ऑपरेशन के नाम पर केवल पट्टी बांध देने की बात उजागर होते ही मरीज के स्वजन ने जमकर हंगामा किया।
हंगामे के बाद अधीक्षक ने अपने स्तर से छानबीन कर मामले को शांत कराया। अधीक्षक ने कहा कि छाती में गिल्टी की शिकायत पर जांच के लिए नमूना लिया गया था।
मीनापुर से इलाज के लिए आई थी महिला
मीनापुर की रहने वाली सूरज पासवान की पत्नी कविता कुमारी को इलाज के लिए 18 जून को भर्ती कराया गया था। सर्जरी विभाग के वार्ड-सात में वह भर्ती है। छाती में गांठ की समस्या को लेकर वह आई थी। कविता ने बताया कि चिकित्सक ने उसकी छाती का ऑपरेशन कराने की सलाह दी।
शुक्रवार को ऑपरेशन के लिए ओटी में बुलाया गया। वहां बेहोश करा दिया गया। करीब एक घंटे बाद उसे बाहर निकाला गया। बाहर निकलने के बाद दवा मिली। सभी दवाएं चलती रहीं। चिकित्सक ने सलाह दी थी कि एक दिन के अंतराल पर ड्रेसिंग करानी है।
इस बीच, जब वह सोमवार को अल्ट्रासाउंड के लिए गई और वहां बैंडेज हटाया गया तो चीरा नहीं लगा था। उसके बाद अधीक्षक से मिलकर उसने शिकायत की। आक्रोशित स्वजन वार्ड से लेकर अधीक्षक कार्यालय तक हंगामा करते रहे।
अधीक्षक ने कहा-ऑपरेशन नहीं, जांच के लिए निकाला गया पानी
अधीक्षक डॉ. कुमारी विभा ने बताया कि महिला मरीज की शिकायत के बाद इलाज करने वाले चिकित्सक से बातचीत की। उसका बीएचटी मंगा कर देखा गया। छानबीन के बाद यह बात सामने आई कि महिला का कोई आपरेशन नहीं हुआ है।
सुई से सैंपल निकाल कर एफएनएसी जांच के लिए लैब में भेजा गया है। नमूना लेने के बाद वहां पर घाव न हो जाए, इसके लिए पट्टी लगाई गई है। जब जांच रिपोर्ट आएगी, उसके बाद ही आगे का इलाज किया जाएगा। इस बीच उसे वार्ड में रखा गया है। अधीक्षक ने कहा कि स्वजन को सब समझा दिया गया है।
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