बिहार: सोहन के लिए साहिला परवीन बन गई शालिनी, हिंदू रीति-रिवाज से मंदिर में लिए सात फेरे

बिहार के बेगूसराय में झारखंड की एक मुस्लिम लड़की ने हिंदू लड़के से हिंदू रीति-रिवाज से शादी की है। झारखंड की साहिला परवीन ने शालिनी बनकर बेगूसराय के नौलखा मंदिर में बेगूसराय के सोहन कुमार के साथ सात फेरे लिए।

By Akshay PandeyEdited By:
Updated: Mon, 08 Mar 2021 11:41 AM (IST)
बिहार: सोहन के लिए साहिला परवीन बन गई शालिनी, हिंदू रीति-रिवाज से मंदिर में लिए सात फेरे
नौलखा मंदिर में सोहन और शालिनी ने की शादी।

बेगूसराय, जागरण संवाददाता। Inter Religion Love Marriage in Bihar बेगूसराय के सोहन के लिए झारखंड की रहने वाली साहिला नाम बदलकर शालिनी बन गई। इसके बाद दोनों ने मंदिर में हिंदू रीति-रिवाज से शादी रचाई। दरअसल, बिहार के बेगूसराय में एक मुस्लिम लड़की ने हिंदू लड़के से शादी की है। झारखंड के हजारीबाग जिले की रहने वाली साहिला परवीन ने शालिनी बन कर बेगूसराय के नौलखा मंदिर में बेगूसराय के फुलवड़िया थाना क्षेत्र के निपानिया गांव के रहने वाले सोहन कुमार के साथ सात फेरे लिए। विवाह के दौरान लड़के के परिवार के सदस्य मौजूद रहे। पूरे इलाके में इस विवाह की चर्चा हो रही है।

डेढ़ साल पहले दोनों में हुई थी दोस्ती

मिली जानकारी के अनुसार सोहन हजारीबाग में किसी बैंक में काम करता था। डेढ़ साल पहले दोनों में दोस्ती हुई, फिर धीरे-धीरे प्यार हो गया। काफी दिनों तक साथ रहने के बाद दोनों ने शादी करने का फैसला किया। साहिला परवीन ने अपने प्रेमी सोहन के साथ बेगूसराय पहुंच कर नौलखा मंदिर में शादी कर ली।

बोली लड़की, प्यार में नहीं देखा जाता धर्म

बेगूसराय के फुलवड़िया थाना क्षेत्र के निपानिया गांव के रहने वाले लड़के के परिवार वालों ने शादी समारोह में शिरकत की। याादी जयमंगला वाहिनी के बैनर तले शादी संपन्न हुई। प्रेमी जोड़े ने बताया कि दोनों ने प्यार किया था और अब शादी की है। झारखंड के हजारीबाग जिले की निवासी लड़की ने कहा कि प्यार में जाति-धर्म नहीं देखा जाता है। मुझे सोहन से प्यार हुआ और अब शादी की है। सोहन ने बताया कि बैंकिंग के काम के दौरान उसकी साहिला से दोस्ती हुई थी। दोस्‍ती धीरे-धीरे प्यार में बदल गई। इसके बाद दोनों ने शादी करने का मन बनाया।

शादी के बाद प्रेमी जोड़ा काफी खुश

शादी के बाद प्रेमी जोड़ा काफी खुश है। जाति धर्म से ऊपर उठकर शादी को लेकर वे कहते हैं कि अगर लड़के को लड़की और लड़की को लड़का पसंद हो तो शादी में धर्म और जाति नहीं देखनी चाहिए।