कन्याकुमारी तक की यात्रा के लिए रेलवे की 'आस्था' ट्रेन, 13 दिन और 14 रात को लगेंगे मात्र इतने पैसे

अब दक्षिण भारत की यात्रा करना आसान होगा। इसके लिए जेब भी कम ढीली होगी। आस्था ट्रेन रक्सौल से चलकर पटना होते हुए मोकामा होकर तिरुपति मदुरई रामेश्वरम कन्याकुमारी त्रिवेंद्रम और पुरी होते हुए वापस पटना होकर रक्सौल तक जाएगी।

By Akshay PandeyEdited By: Publish:Thu, 11 Feb 2021 09:31 PM (IST) Updated:Thu, 11 Feb 2021 09:31 PM (IST)
कन्याकुमारी तक की यात्रा के लिए रेलवे की 'आस्था' ट्रेन, 13 दिन और 14 रात को लगेंगे मात्र इतने पैसे
दक्षिण भारत की यात्रा करने वालों के लिए आइआरसीटी ने खास ट्रेन चलाई है। प्रतीकात्मक तस्वीर।

जागरण संवाददाता, पटना। इंडियन रेलवे कैटिरंग एंड टूरिज्म कारपोरेशन (आइआरसीटीसी) दक्षिण भारत के लिए विशेष आस्था सर्किट ट्रेन शुरू करने जा रही है। यह ट्रेन रक्सौल से चलकर पटना होते हुए मोकामा होकर तिरुपति, मदुरई, रामेश्वरम, कन्याकुमारी, त्रिवेंद्रम और पुरी होते हुए वापस पटना होकर रक्सौल तक जाएगी। इसके लिए यात्रियों को 900 रुपये प्रति यात्री प्रति दिन देने होंगे। यह ट्रेन 12 मार्च को रक्सौल से खुलकर दक्षिण भारत के तीर्थ स्थानों का भ्रमण करते हुए 13 दिन बाद अर्थात 25 मार्च को वापस लौट आएगी। पूरी यात्रा के लिए प्रति यात्री 13,230 रुपये देने होंगे।

सिक्योरिटी गार्ड करेंगे सामान की सुरक्षा

इस संबंध में आइआरसीटीसी के क्षेत्रीय प्रबंधक राजेश कुमार ने बताया कि इस आस्था सर्किट ट्रेन में स्लीपर श्रेणी में यात्रियों को ले जाया जाएगा। यात्रियों के खाने-पीने के लिए शाकाहारी भोजन, घूमने के लिए बस, रहने के लिए धर्मशाला के साथ ही प्रत्येक कोच में सुरक्षाकर्मियों की भी व्यवस्था की जाएगी। यात्री जिस वक्त देवी-देवताओं के दर्शन करने अथवा अन्य प्रमुख जगहों पर घूमने जाएंगे तो उस वक्त सिक्योरिटी गार्ड श्रद्धालुओं के सामान की सुरक्षा करते रहेंगे।

450 से अधिक सीट हो सकती है बुक 

टूर प्रबंधक सह आइआरसीटीसी के वरीय पर्यवेक्षक संजीव कुमार ने बताया कि यात्रियों कोविड संक्रमण के खतरों को देखते हुए उनके लिए विशेष व्यवस्था की गई है। कोविड संक्रमण से बचाव के लिए सभी दिशा-निर्देशों का अनुपालन करने का निर्देश जारी किया गया। संजीव ने बताया कि इसके पहले 31 जनवरी को दक्षिण भारत के लिए आस्था स्पेशल ट्रेन की शुरुआत की गई थी, उस ट्रेन में 250 टिकट वेटिंग रह गया था। काफी मांग होने के कारण इस ट्रेन में प्रतिक्षा सूची में 250 तक पहुंच गई थी। आइआरसीटीसी की ओर से दूसरी ट्रेन शुरू की गई है, जिसमें 750 यात्रियों की व्यवस्था की गई है। 450 से अधिक सीट बुक भी हो सकती है।

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