NEET Paper Leak Case: तो ऐसे हुआ था पेपर लीक... नीट केस में सामने आया एक और बड़ा अपडेट, गिरोह ने इनसे ली थी मदद

नीट पेपर लीक मामले (NEET Paper Leak Case) में एक और बड़ा खुलासा हुआ है। अब इस केस में साइबर अपराधियों की अहम भूमिका सामने आई है। बताया जा रहा है कि इस केस से जुड़े गिरोह ने नीट यूजी प्रश्न पत्र बाहर लाने के लिए साइबर अपराधियों की मदद ली थी। पेपर लीक मामले में देवघर से गिरफ्तार पंकु कारू और बिट्टू कुमार साइबर ठग गिरोह से जुड़े है।

By Ashish Shukla Edited By: Mukul Kumar Publish:Tue, 25 Jun 2024 08:44 AM (IST) Updated:Tue, 25 Jun 2024 08:44 AM (IST)
NEET Paper Leak Case: तो ऐसे हुआ था पेपर लीक... नीट केस में सामने आया एक और बड़ा अपडेट, गिरोह ने इनसे ली थी मदद
प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर

HighLights

  • नीट यूजी पेपर लीक मामले में देवघर से गिरफ्तार पंकु, कारू और बिट्टू हैं साइबर ठग
  • लोन और नौकरी सेटिंग के नाम पर करते थे ठगी, शेखपुरा और नवादा में थे काफी सक्रिय
  • पेपर लीक में संगठित अंतरराज्यीय गिरोह को उपलब्ध कराए थे डुप्लीकेट सिम और फोन

जागरण संवाददाता, पटना। नीट यूजी पेपर लीक मामले (NEET Paper Leak Case) में साइबर अपराधियों की संलिप्तता भी उजागर हुई है। अंतरराज्यीय गिरोह ने नीट यूजी प्रश्न पत्र बाहर लाने के लिए साइबर अपराधियों से संपर्क किया था। पेपर लीक मामले में देवघर से गिरफ्तार पंकु, कारू और बिट्टू कुमार साइबर ठग गिरोह से जुड़े है।

ये लोग शेखपुरा, नालंदा और नवादा में अपना संगठित गिरोह चलाकर लोन एवं नौकरी सेटिंग करवाने आदि के नाम पर लोगों को ठगी का शिकार बनाते थे। इन्हीं तीनों ने पेपर लीक से जुड़े गिरोह को आश्रयस्थल, डुप्लीकेट सिम कार्ड और मोबाइल फोन उपलब्ध कराया था।

पूछताछ में पता चला कि तीनों फर्जी सिम और फर्जी बैंक खाता का उपयोग कर साइबर ठगी की रकम भी मंगाते थे। पेपर लीक से जुड़े गिरोह को डुप्लीकेट सिम और मोबाइल फोन इसी गिरोह ने उपलब्ध कराया था।

पंकू और बिट्टू ने पूछताछ में ईओयू को बताया कि उन दोनों ने देवघर से फर्जी आइडी के आधार पर दो मोबाइल खरीदे थे, जिसमें फर्जी सिम लगाए थे।

कारू के पास से दो अलग अलग कंपनियों का मोबाइल, आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, इंडियन बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, एसबीआई का तीन एटीएम कार्ड, ब्लैंक चेक, 40 हजार नकद, कार, जियो कंपनी का दो खाली रैपर, जिसपर दो मोबाइल लिखा हुआ था, देवघर के बारमसिया चौक स्थित मोबाइल स्टोर से खरीदारी किए सामान, इंडियन बैंक का पासबुक, पंजाब नेशनल बैंक का पासबुक मिला।

दोनों पासबुक राजीव कुमार के नाम से था। साथ ही चार अलग अलग बैंकों के ब्लैंड चेक को बरामद किया गया। इसी तरह पंकु कुमार के पास से एक मोबाइल, एयरटेल कंपनी का सिम कार्ड, आईसीआईसीआई, इंडियन, एक्सीस, विजया, बैंक ऑफ बड़ौदा बैंक का एटीएम कार्ड, पंकु के नाम से दो पैन कार्ड, एक पासपोर्ट औ चेक बुक मिला।

इसी तरह परमजीत उर्फ बिट़्टू कुमार के पास से एक मोबाइल, नकद, तीन बैंकों का एटीएम कार्ड, पैन कार्ड, बिट्टू के नाम से दो आधार कार्ड, बैंक पासबुक, राम रौशन का आधार कार्ड और चंदन कुमार के नाम से वोटर आइडी कार्ड मिला था।

मोबाइल, सिम कार्ड और बैंक खाता से उजागर होंगे राज

तीनों के पास से बरामद मोबाइल एक ही कंपनी के हैं। इनके पास से बरामद मोबाइल फोन और सिम कार्ड की जांच की जा रही है। डुप्लीकेट सिम कार्ड से किस मोबाइल नंबर पर बात की गई थी?

बरामद मोबाइल से डिलीट किए गए नंबर, मैसेज को भी जांच एजेंसी रिकवर कर रही है। ताकि यह पता चला चल सके कि उस नंबर से कितने लोगों से संपर्क किया गया था और मैसेज कहां कहां भेजे गए थे। जरूरत पड़ी तो ईओयू इन तीनों को रिमांड पर लेकर पूछताछ कर सकती है।

गिरोह के संपर्क में थे तीनों आरोपित

तीनों आरोपितों ने पूछताछ में कई और का नाम उजागर किए है। हालांकि जांच प्रभावित न हो इस वजह से उनका सभी का नाम गोपनीय रखा गया है। तीनों कब से और कैसे गिरोह के संपर्क में आए? कब से गिरोह के लिए डुप्लीकेट सिम और मोबाइल के साथ अन्य संसाधन उपलब्ध करा रहे थे? किसी और राज्य के गिरोह से इनका संपर्क था या नहीं, इस बिन्दु पर भी जांच की जा रही है।

नीट प्रश्न पत्र लीक मामले में नौ आरोपितों की जमानत याचिका पर सुनवाई 25 को ‌

नीट प्रश्न पत्र लीक मामले में आठ आरोपितों की ओर से दायर नियमित जमानत याचिका और एक आरोपित द्वारा दायर अग्रिम जमानत याचिका पर शुक्रवार को अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश पंचम राजेंद्र प्रसाद सिन्हा की अदालत में सुनवाई हुई। अदालत ने इस मामले में पुलिस से पूर्ण केस डायरी की मांग की।

इस मामले में सुनवाई की अगली तिथि 25 जून मुकर्रर की गयी है। सुनवाई के दौरान अभियोजन पक्ष की ओर से अदालत को बताया गया कि जो केस डायरी दाखिल की गई वह अपडेट नहीं है।

आरोपित रीना कुमारी के अधिवक्ता उदय शंकर सिंह ने बताया कि इस मामले में आरोपित संजीव कुमार की ओर से अग्रिम जमानत याचिका दाखिल की गई है, जबकि सिकंदर येदुवेन्दु उर्फ सिकन्दर प्रसाद येदुवेन्दु आयुष राज, रीना कुमारी, शिवानंद कुमार, अखिलेश कुमार, अमित आनंद, रौशन कुमार और नीतीश कुमार की ओर से नियमित जमानत याचिका दाखिल की गई है।

पूछताछ के लिए ईओयू कार्यालय पहुंचा परीक्षार्थी सोनू

नीट-यूजी पेपर लीक कांड में आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) की नोटिस पर सोमवार को एक और छात्र पहुंचा। छात्र की पहचान नीट परीक्षार्थी सोनू कुमार के रूप में हुई है, जो अपने अभिभावक के साथ आया था।

हालांकि, पूरा मामला सीबीआइ को सौंपे जाने के कारण उससे विस्तार से पूछताछ नहीं की जा सकी। संक्षिप्त पूछताछ में आवश्यक जानकारी लेकर उसे वापस भेज दिया गया।

मालूम हो कि ईओयू ने करीब 15 परीक्षार्थियों को नोटिस दिया था जिसमें चार से पूछताछ की जा चुकी है। सोनू कुमार पांचवां परीक्षार्थी था, जो ईओयू की नोटिस पर पहुंचा था।

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