NEET Paper Leak Case: हजारीबाग के ओएसिस स्कूल से बाहर आया था नीट का पेपर, बिहार EOU ने किए कई खुलासे
NEET UG 2024 Paper Leak Case नीट पेपर लीक मामले में आए दिन नए खुलासे हो रहे हैं। बिहार ईओयू ने केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय को अपनी जांच रिपोर्ट सौंप दी है। वहीं ईओयू अब जल्द ही सीबीआई को भी अपडेटेड रिपोर्ट सौंपेगी। फिर आगे की जांच सीबीआई ही करेगी। इसके पहले ईओयू ने कई सवालों पर से पर्दा उठा दिया है।
![NEET Paper Leak Case: हजारीबाग के ओएसिस स्कूल से बाहर आया था नीट का पेपर, बिहार EOU ने किए कई खुलासे](https://www.jagranimages.com/images/newimg/24062024/24_06_2024-paper_leak_23745144_235841887_m.webp)
HighLights
- संजीव मुखिया गिरोह ने सिंटू को परीक्षा के दिन सुबह भेजा था साल्वड प्रश्न पत्र
- ईओयू ने कहा- सीबीआई को सौंपी जा रही पेपर लीक कांड की जांच
- कांड में शामिल अन्य व्यक्तियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही
राज्य ब्यूरो, पटना। नीट (यूजी) परीक्षा का प्रश्न पत्र झारखंड के हजारीबाग के परीक्षा केंद्र ओएसिस स्कूल से बाहर आया था। आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) के अनुसार, पटना के रामकृष्णनगर थाना अंतर्गत नंदलाल छपरा स्थित लर्न ब्वायज़ हास्टल एंड प्ले स्कूल से बरामद अधजले प्रश्न पत्र का सीरियल कोड हजारीबाग के ओएसिस स्कूल का ही है। इसका सत्यापन कर लिया गया है।
प्रथमदृष्टया हजारीबाग के ओएसिस परीक्षा केंद्र से प्रश्न पत्र की पैकिंग में छेड़छाड़ की जानकारी मिली है। प्रश्न प्रश्न पत्र के पोलीबैग, मूल प्रश्न पत्र की पैकिंग एवं संबंधित पैकिंग ट्रंक में छेड़छाड़ पाया गया है।
जांच टीम के अनुसार, प्रश्न पत्र के परिवहन और भंडारण के लिए तय सुरक्षा मानकों का अनुपालन पूर्ण रूप से नहीं किया गया। यही कारण है कि प्रश्न पत्र के बक्सों और लिफाफे के साथ छेड़छाड़ नहीं पकड़ी जा सकी। प्रश्न पत्र की पैकिंग में किस स्तर पर चूक हुई है, इस संबंध में अनुसंधान किया जा रहा है।
प्रश्न पत्र की चेन आफ कस्टडी का सत्यापन किया जा रहा है। इसको लेकर संबंधित परीक्षा केंद्र, एसबीआइ बैंक की शाखा और कुरियर कंपनी ब्लू डार्ट के दफ्तर में संबंधित कर्मियों का बयान लिया गया है।
चिंटू को वॉट्सऐप पर मिला था सॉल्वड पेपर का PDF
ईओयू के अनुसार, देवघर के देवीपुर फार्म हाउस से पकड़ा गया बलदेव उर्फ चिंटू इस पूरे प्रकरण के मुख्य सूत्रधारों में है। चिंटू, संजीव कुमार उर्फ लुटन मुखिया गिरोह से जुड़ा हुआ है।
अनुसंधान में मालूम चला है कि परीक्षा के दिन पांच मई की सुबह उसके मोबाइल पर इसी गिरोह के द्वारा नेट का सॉल्व प्रश्न पत्र (उत्तर सहित) की पीडीएफ फाइल भेजी गई थी। इसे स्कूल में रखे वाई-फाई प्रिंटर से प्रिंट निकाला गया। इसके बाद अभ्यर्थियों का ग्रुप बनवाकर उन्हें उत्तर सहित प्रश्न रटवाए गए थे।
अंतरराज्यीय पेशेवर गिरोह की भूमिका
ईओयू के अनुसार, इस कांड का अनुसंधान अब आगे सीबीआइ को सौंपा जा रहा है। देवघर से गिरफ्तार चिंटू से पूछताछ में जांच टीम को कई अहम सुराग हाथ लगे हैं।
चिंटू के खुलासे और झारखंड से बरामद संदिग्ध लिफाफे एवं बॉक्स से मिली जानकारी के आधार पर इस कांड में एक संगठित अंतरराज्यीय पेशेवर गिरोह की संलिप्तता प्रकाश में आई है। इसमें शामिल अन्य व्यक्तियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
परीक्षार्थियों को स्कूल तक ले जाने वाला ड्राइवर भी गिरफ्तार
नीट का प्रश्न पत्र रटाने वाली जगह लर्न बॉयज हॉस्टल एंड प्ले स्कूल की गोपनीयता बनाए रखने के लिए स्कूल से करीब दो किलोमीटर दूर एक ड्रॉप ऑफ पॉइंट बनाया गया था। इस जगह पर गिरोह के सदस्य उपस्थित थे।
यहां से परिक्षार्थियों को स्कूल तक ले जाने के लिए टैक्सी का उपयोग किया गया था जिसे भी बरामद कर लिया गया है। संबंधित टैक्सी ड्राइवर सह मालिक बिहारशरीफ के मुकेश कुमार को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
यह भी पढ़ें -