फोरेंसिक जांच ही खोलेगा राजधानी दुर्घटना का राज
जागरण संवाददाता, छपरा : राजधानी दुर्घटना का राज अब फोरेंसिक जांच पर ही निर्भर है। इसी जांच में राजधानी दुर्घटना का राज खुलने के आसार दिख रहे हैं। इस रिपोर्ट के आने के बाद ही मुख्य संरक्षा आयुक्त की जांच रिपोर्ट आने की संभावना है। विभागीय सूत्रों के मुताबिक छपरा-सोनपुर रेलखंड पर हुई राजधानी एक्सप्रेस दुर्घटना को लेकर कई तरह की आशंका व्यक्त की जा रही है। माओवादी बंदी को लेकर रेलवे के अधिकारी यह साबित करने में लगे हुए हैं कि यह माओवादी घटना है। इतनी बड़ी दुर्घटना रेलवे की लापरवाही के कारण नहीं हुई है। रात में पेंड्रोल क्लिप निकाली गयी थी। इस दुर्घटना में साजिश रचने की भी बात रेलवे के अधिकारी कह रहे हैं। वहीं जिला पुलिस इस घटना को माओवादी घटना नहीं मान रही है। इस घटना के लिए पुलिस सीधे तौर पर रेलवे की लापरवाही बता रही है। इसके अलावे राजधानी दुर्घटना को लेकर कई तरह की चर्चा भी हो रही है। लेकिन यह तो जांच के बाद ही पता चलेगा कि राजधानी एक्सप्रेस किस वजह से दुर्घटनाग्रस्त हुई। रेलवे के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार इस दुर्घटना का राज अब फोरेंसिक जांच से ही खुल सकता है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा कि आखिर यह दुर्घटना कैसे हुई। फोरेंसिक जांच रिपोर्ट आने के बाद ही सीआरएस की जांच रिपोर्ट आने की संभावना है। हालांकि सीआरएस एक जुलाई को मंडल रेल प्रबंधक सोनपुर के कार्यालय में बैठक कर रेल कर्मियों से पूछताछ करेंगे और दुर्घटना के कारणों की जांच भी करेंगे। वहीं सबकी नजर अब फोरेंसिक जांच पर ही टिक गई है। इसी जांच से सही पता चलेगा कि राजधानी एक्सप्रेस पटरी टूटने से दुर्घटनाग्रस्त हुई थी या इसे साजिश के तहत दुर्घटनाग्रस्त कराया गया था।