राष्ट्र विरोधी गतिविधियों के विरूद्ध जुलूस व प्रदर्शन
सुपौल। दिल्ली के जेएनयू कैंपस में राष्ट्रविरोधी नारेबाजी एवं प्रखंड के रामपुर शिव मंदिर में प्रतिमा
सुपौल। दिल्ली के जेएनयू कैंपस में राष्ट्रविरोधी नारेबाजी एवं प्रखंड के रामपुर शिव मंदिर में प्रतिमा तोड़े जाने से नाराज विश्व हिन्दू परिषद व बजरंग
दल के कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को मुख्य सड़क में जुलूस निकाल कर विरोध प्रदर्शन किया। विश्व हिन्दू परिषद के प्रखंड अध्यक्ष कमलेश सम्राट के नेतृत्व में हुए प्रदर्शन में कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की। राष्ट्र विरोधी नारेबाजी करने वालों को देशद्रोही की संज्ञा देते हुए कड़ी से कड़ी सजा देने की माग की गयी तथा अदालत द्वारा आरोपी कन्हैया कुमार को जमानत पर छूट जाने के लिए पुलिस प्रशासन को दोषी माना। रामपुर शिव मंदिर के हनुमानजी की प्रतिमा को ख्ाडित करने वालों के विरूद्ध अब तक नहीं हुई कार्रवाई को पुलिस की निष्क्रियता मानते हुए कार्यकर्ताओं ने इस मामले में पुलिस पर तुष्टिकरण की नीति अपनाने का आरोप लगाया। बाजार से प्रखंड कार्यालय तक मुख्य सड़क पर प्रदर्शन करते कार्यकर्ता जगह जगह रूक कर नुक्कड़ सभा को संबोधित भी कर रहे थे और उक्त दोनों घटनाओं को देश एवं हिन्दुओं की अस्मिता से खिलवाड़ बता रहे थे। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की गतिविधि को विश्व हिन्दू परिषद व बजरंग दल के कार्यकर्ता कतई
बर्दाश्त नहीं करेंगे। अध्यक्ष श्री सम्राट ने अपने संबोधन में कहा कि
उन्होंने स्वयं प्रतिनिधि मंडल के साथ मंदिर परिसर का निरीक्षण किया जहा
स्पष्ट रूप से हिंदुओं के धर्मिक भावना के साथ खिलवाड़ किया गया है। किसी के भी ईष्ट के साथ इस प्रकार का कृत्य सहन से परे है। कहा कि घटना को लंबी अवधि बीतने के बाद भी पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है और घटना को अंजाम देने वालों को चिन्हित नहीं किया जा सका है। कहा कि बीते 13 फरवरी को मंदिर के गर्भगृह में हुई चोरी के प्रति यदि
पुलिस गंभीर हुई होती तो प्रतिमा तोड़े जाने के दूसरी घटना को टाला
जा सकता था। कहा कि परिषद व दल के कार्यकर्ता परिणाम चाहते हैं।
वक्ताओं में अरूण कुशवाहा, दीपक बख्शी, ललिता देवी आदि शामिल थे।
जबकि प्रदर्शन में दर्जनों कार्यकर्ताओं की उपस्थिति रही।