Vegetable Price Hike: आम जनता पर पड़ रही महंगाई की मार, प्याज-आलू के बाद चढ़ गया टमाटर का भाव

देश में आम जनता को महंगाई से कोई राहत नहीं मिली है। जहां एक तरफ भीषम गर्मी से लोग परेशान है तो अब महंगाई ने भी आम जनता को परेशान कर दिया है। एक बार फिर से हरी सब्जियों के साथ टमाटर के दाम में इजाफा हो रहा है। पिछले हफ्ते प्याज और आलू के दाम में बढ़ोतरी हुई थी और अब टमाटर महंगा हो गया है।

By Priyanka Kumari Edited By: Priyanka Kumari Publish:Wed, 19 Jun 2024 09:41 AM (IST) Updated:Wed, 19 Jun 2024 09:41 AM (IST)
Vegetable Price Hike: आम जनता पर पड़ रही महंगाई की मार, प्याज-आलू के बाद चढ़ गया टमाटर का भाव
Tomato Price Hike: महंगा हो गया टमाटर

HighLights

  • प्याज आलू की कीमतों के बाद टमाटर के दाम में बढ़ोतरी हुई है।
  • सप्लाई कम होने की वजह के इनके दाम चढ़ गए।

बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। हीटवेव और भीषण गर्मी ने आम जनता को डबल झटका दिया है। इस गर्मी के सीजन में सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं। देश के कई इलाकों में प्याज और आलू के साथ टमाटर भी महंगा होते जा रहा है। पिछले दो हफ्तों में टमाटर के दाम में दोगुना इजाफा हुआ है।

शुरुआती समय में टमाटर की कीमत महाराष्ट्र और दक्षिणी राज्यों कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और केरल में देखी गई थी, लेकिन अब पूरे देश में इसके दाम बढ़ गए हैं। कहा जा रहा है कि टमाटर के दाम और चढ़ सकते हैं।

क्या है टमाटर के भाव

एगमार्कनेट (Agmarknet) जो कि सरकारी पोर्टल है उसके अनुसार साउथ इंडिया में टमाटर की औसत थोक कीमत 35 से 50 रुपये प्रति किलोग्राम है। वहीं, कर्नाटक के कुछ बाजारों में टमाटर के दाम 60 रुपये प्रति किलो पहुंच गई है। अगर खुदरा भाव की बात करें तो कई जगह पर टमाटर 80 रुपये प्रति किलो के भाव से मिल रहा है।

आंकड़ों के मुताबिक पिछले दो-तीन सप्ताह में टमाटर के दाम एक साल की तुलना में दोगुनी हो गई है। हालांकि, अभी उत्तर-भारत में टमाटर की कीमतों में इतनी तेजी देखने को नहीं मिली है। लेकिन, माना जा रहा है कि जुलाई में सह स्थिति जटिल हो सकती है। दरअसल, जब-जब सप्लाई में कमी आती है तो कीमतों में उछाल आता है।

क्यों महंगा हो रहा है टमाटर

जानकारों के अनुसार इस साल टमाटर के प्रोडक्शन ज्यादा नहीं हुआ है। भीषण गर्मी की वजह से फूल और फल खराब हो गए जिसकी वजह से उत्पादन भी कम हुआ।

इसके अलावा माना जा रहा है कि मंडी में टमाटर का सप्लाई भी ज्यादा नहीं हो रहा है। पिछले एक साल से जुलाई और अक्टूबर के बीच टमाटर के दाम आसमान छूते हैं।

कई क्षेत्र में बरसात के मौसम में टमाटर को उगााया जाता है,लेकिन ज्यादा बारिश की वजह से भी कई बार फसल खराब हो जाती है।

कितना महंगा हुआ प्याज-आलू

अधिकारिक आंकड़ों के अनुसार से एक साल की तुलना में आलू के दाम 43.82 फीसदी बढ़ गए हैं। वहीं, प्याज की कीमत में भी 55.05 फीसदी का इजाफा हुआ है। पिछले साल प्याज की कीमतों को कंट्रोल करने के लिए सरकार ने प्याज के निर्यात को बंद कर दिया था, लेकिन इस चालू कारोबारी साल में फिर से प्याज का निर्यात शुरू हो गया है।

टमाटर की कीमतों में करीब 37.29 फीसदी का इजाफा हुआ है। कुछ दिन पहले आई क्रिसिल (Crisil) की रिपोर्ट के अनुसार प्याज की कीमतों में 43 फीसदी , टमाटर की कीमतों में 39 फीसदी और आलू में 41 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।

भीषण गर्मी और कम बारिश की वजह से सब्जियों के दाम में बढ़ोतरी हो रही है। बढ़ती महंगाई को लेकर विशेषज्ञों का कहना है कि गर्मी की वजह से महंगाई दर ऊंची बनी रहेगी। इक्रा (ICRA) का अनुमान है कि जून 2024 में थोक महंगाई (Wholesale Inflation) 3 फीसदी तक पहुंच सकती है।

महंगाई दर को कंट्रोल करने में मानसून (Monsoon 2024) की महत्वपूर्ण भूमिका है।

 

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