Rail Budget 2021: तेजस जैसी और ट्रेनों के साथ-साथ इन बड़ी योजनाओं का 2020 के रेल बजट में किया गया था एलान, जानें इस बार क्या होगा खास

तेजस जैसी और ट्रेनों के साथ-साथ कई बड़ी योजनाओं का एलान पिछले साल के बजट में किया गया था। इस बार भी सभी की निगाहें रेल बजट पर बनी हैं। माना जा रहा है कि इस बार बुलेट ट्रेन पर जोर देने के साथ-साथ बजटीय सहायता बढ़ाई जा सकती।

By Pooja SinghEdited By: Publish:Mon, 01 Feb 2021 10:42 AM (IST) Updated:Mon, 01 Feb 2021 10:42 AM (IST)
Rail Budget 2021: तेजस जैसी और ट्रेनों के साथ-साथ इन बड़ी योजनाओं का 2020 के रेल बजट में किया गया था एलान, जानें इस बार क्या होगा खास
तेजस जैसी और ट्रेनों के साथ-साथ इन बड़ी योजनाओं का 2020 के रेल बजट में किया गया था एलान

नई दिल्ली, जेएनएन। कोरोना के चुनौतीपूर्ण काल में केंद्र सरकार ने देश की अर्थव्यवस्था को लेकर जो नितियां लागू की थी आज यानी 1 फरवरी को आम बजट में कमोबेश उन्हीं नीतियों को आगे बढ़ाने का कार्य किया जाएगा। वित्त मंत्री आज सुबह 11 बजे आम बजट पेश करेंगी। सभी की निगाहें राजग-2 के तीसरे बजट पर है। सभी सेक्टर के लोगों को इंतजार है कि इस बार उनके लिए क्या खास होगा। इस क्रम में रेलवे के क्षेत्र में भी लोगों को इंताजर है कि इस बार क्या-क्या नई घोषणाएं हो सकती है। तो आइए जानते हैं कि इससे पहले साल 2020 में पेश किए बजट में रेलवे के क्षेत्र में किन बड़ी योजनाओं का एलान किया गया था। 

2020 के रेल बजट में इन बड़ी योजनाओं का हुआ था एलान

2020 के बजट में रेलवे क्षेत्र में कई बड़ी योजनाओं का एलान किया गया था। साल 2020 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किए गए बजट में तेजस जैसी और ट्रेनें चलाने के साथ-साथ रेलवे ट्रैक के किनारे सोलर पावर ग्रिड बनाने की घोषणा की गई थी। निर्मला सीतरमण ने रेल बजट पेश करते हुए कहा था कि तेजस जैसी और ट्रेनें चलाई जाएगी। ये ट्रेनें देश के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों को जोड़ेंगी। 

रेलवे में सोलर पावर का इस्तेमाल करने का एलान

इसके साथ ही रेलवे की कमाई को बढ़ाने के लिए रेलवे में सोलर पावर का इस्तेमाल करने पर दिया जोर दिया गया। इस दौरान रेलवे ट्रैक्स के पास खाली पड़ी रेलवे की जमीन पर सोलर पावर ग्रिड बनाए जाने की घोषणा हुई थी।

बेंगलुरु सबअर्बन ट्रांसपोर्टेशन प्रोजेक्ट के लिए हुई थी घोषणाएं

2020 के रेल बजट में 148 किलोमीटर लंबे बेंगलुरु सबअर्बन ट्रांसपोर्टेशन प्रोजेक्ट के लिए 20 फीसदी हिस्सा भारतीय रेलवे द्वारा दिए जाने की घोषणा हुई थी। इस योजना में 18 हजार 600 करोड़ रुपये का खर्च के बारे में भी बताया गया था। उन्होंने कहा था कि इसका विकास मेट्रो की तर्ज पर होगा। यही नहीं वित्त मंत्री सीतरमण ने पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के अंतर्गत 150 पैसेंजर ट्रेनें चलाने का भी एलान किया था। वहीं 2020 के बजट में 550 स्टेशनों को वाइ-फाई से लैस करने का भी एलान हुआ था।

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