Baloda Bazar Violence: छत्तीसगढ़ के बलौदा बाजार में पत्थरबाजी और आगजनी, उग्र प्रदर्शनकारियों ने 200 से अधिक वाहनों को फूंका

छत्तीसगढ़ के बलौदा बाजार जिले से बड़ी खबर सामने आ रही है। यहां सतनाम समाज के लोगों के विरोध प्रदर्शन ने अचानक उग्र रूप धारण कर लिया। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने कलेक्ट्रेट में तोड़फोड़ की और आसपास खड़े वाहनों को जला दिया। इस हिंसक प्रदर्शन में अभी तक किसी जनहानि की सूचना नहीं है लेकिन बड़े पैमाने पर सार्वजनिक संपत्ति का नुकसान हुआ है।

By Jagran NewsEdited By: Siddharth Chaurasiya
Updated: Mon, 10 Jun 2024 08:27 PM (IST)
Baloda Bazar Violence: छत्तीसगढ़ के बलौदा बाजार में पत्थरबाजी और आगजनी, उग्र प्रदर्शनकारियों ने 200 से अधिक वाहनों को फूंका
छत्तीसगढ़ के बलौदा बाजार जिले से बड़ी खबर सामने आ रही है।

जागरण न्यूज नेटवर्क, बलौदाबाजार। छत्तीसगढ़ के बलौदा बाजार में उग्र प्रदर्शनकारियों ने सोमवार शाम को जमकर पथराव किया और कई गाड़ियों में तोड़फोड़ की। प्रदर्शनकारियों ने 200 से अधिक दोपहिया, 50 चारपहिया वाहनों को भी जला दिया। पुलिस ने इस मामले में अब तक 100 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है।

बिगड़े हालात पर काबू पाने के लिए रायपुर आईजी अमरेश मिश्रा, बिलासपुर आईजी संजीव शुक्ला समेत अतिरिक्त पुलिस बल को मौके पर भेजा गया है। इससे पहले दिन में उग्र प्रदर्शनकारियों (हजारों सतनामी समाज के लोग) ने यहां के कलेक्टर ऑफिस में जमकर तोड़फोड़ और आगजनी की। डीएम ऑफिस में आगजनी करने के बाद सतनामी समाज के प्रदर्शनकारियों ने जिला पंचायत भवन और तहसील ऑफिस को भी आग के हवाले कर दिया। जब पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने की कोशिश की तो उन्होंने पुलिस के साथ मारपीट भी की। इस मारपीट में कुछ पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।

Chattisgarh CM Vishnu Deo Sai tweets, "On the unpleasant situation that arose in Baloda Bazar district, the IG and Commissioner have been instructed to immediately reach the spot. The Chief Secretary and DGP have been summoned and preliminary information about the incident has… pic.twitter.com/dhbpOr2HVs

— ANI (@ANI) June 10, 2024

घटना के पीछे क्या बताया जा रहा है वजह?

इस हिंसक प्रदर्शन के पीछे कारण बताया जा रहा है कि 15 मई की देर रात सतनामी समाज के धार्मिक स्थल गिरौदपुरी धाम से करीब पांच किमी मानाकोनी बस्ती स्थित बाघिन गुफा में लगे धार्मिक चिन्ह जैतखाम को असामाजिक तत्वों ने क्षतिग्रस्त कर दिया गया था। पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है।

शुरुआती जानकारी के अनुसार, गिरौधपुरी में जैतखाम तोड़े जाने के विरोध में सतनामी समाज प्रदर्शन कर रहा था। हालांकि, इस हिंसक प्रदर्शन में अभी तक किसी जनहानि की सूचना नहीं है, लेकिन बड़े पैमाने पर सार्वजनिक संपत्ति का नुकसान हुआ है। जानकारी के अनुसार बीते दिनों अमर गुफा में तोड़फोड़ और जैतखाम को तोड़ने के विरोध में प्रदर्शन चल रहा था।

बलौदा बाजार की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। मै लोगो से शांति बनाये रखने का आग्रह करता हूं।सरकार की लापरवाही से यह अप्रिय स्थित निर्मित हुई है, पंद्रह दिनों पहले असामाजिक तत्वों द्वारा पवित्र जैत खम्भ को नुकसान पहुंचाने के मामले मे त्वरित कठोर कार्यवाही की गयी होती तो शायद यह…— Deepak Baij (@DeepakBaijINC) June 10, 2024

सतनामी समाज के करीब हजारों लोग इसके विरोध में कई दिनों से विरोध कर रहे थे। सोमवार को सभी प्रदर्शनकारी कलेक्ट्रेट और जिला पंचायत कार्यालय का घेराव करने निकले थे। इसी दौरान प्रदर्शनकारी उग्र हो गए और कलेक्टर परिसर में आग लगा दी। प्रदर्शनकारियों ने वहां खड़ी कई गाड़ियों में तोड़फोड़ की है।

सतनामी समाज के लोगों ने प्रशासन पर लगाया आरोप

सतनामी समाज के लोगों का आरोप है कि पकड़े गए लोग असली आरोपित नहीं हैं और पुलिस दोषियों को बचा रही है। वहीं, उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने रविवार को ही इस मामले की न्यायिक जांच की घोषणा की थी, लेकिन समाज के लोग सीबीआई जांच की मांग कर रहे थे। समाज के लिए सोमवार दोपहर लगभग ढाई बजे ज्ञापन देने के लिए कलेक्टर परिसर पहुंचे थे।

इस दौरान पुलिस ने उन्हें रोक दिया। प्रदर्शनकारी और पुलिस के बीच झड़प शुरू हो गई। बेरिकेड को तोड़कर हजारों की भीड़ कलेक्टर परिसर में पहुंच गई। लोगों ने पथराव के साथ गाड़ियों में तोड़फोड़ और आग लगाना शुरू कर दिया।

#WATCH | Chhattisgarh: On violence in Balodabazar, SSP Sadanand Kumar says, "...They had all given assurance - in writing too - that they would hold a peaceful program. But it got uncontrolled...Adequate Police arrangements had been made...Barricades had been put up at four spots… https://t.co/Q23kqvJW7X pic.twitter.com/sMlVhRNTnk— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) June 10, 2024

इससे कलेक्टर परिसर के कई विभागों के दस्तावेज जलकर राख हो गए। आग बुझाने दमकम की सात गाड़ियां पहुंची थी। इनमें से वाहनों को भी भीड़ ने आग के हवाले कर दिया। प्रदर्शन हिंसक होने के बाद सैंकड़ों कर्मचारियों और लोग फंसे हुए थे। उन्हें पुलिस ने किचन के रास्ते बाहर निकाला। प्रदर्शनकारियों ने कृषि विभाग के दफ्तर के अंदर लगे एयर कंडीशन को भी क्षतिग्रस्त किया।

बलौदा बाजार में उपद्रव पर एक्‍शन में CM साई

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साई ने बलौदा बाजार में हुई हिंसा पर रिपोर्ट मांगी है। साथ ही सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने वालों पर कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, "बलौदा बाजार जिले में उत्पन्न हुई अप्रिय स्थिति पर आईजी व कमिश्नर को तत्काल घटनास्थल पर पहुंचने के निर्देश दिए हैं। मुख्य सचिव और डीजीपी को तलब कर घटना की प्रारंभिक जानकारी ली एवं घटना की रिपोर्ट भी मंगाई है।"

उन्होंने कहा, "ज्ञातव्य हो गिरौदपुरी के अमर गुफा मामले में पूर्व में ही न्यायिक जांच हेतु गृहमंत्री विजय शर्मा को निर्देशित किया था, जिसकी घोषणा उनके द्वारा की गई थी। सीएम ने सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने वालों पर कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं और सभी से शांति व सौहार्द बनाए रखने की अपील की है।

क्यों भड़के सतनामी समाज के लोग?

सतनामी समाज के लोग जैतखाम तोड़े जाने का विरोध कर रहे हैं। जैतखाम छत्तीसगढ़ की बोली भाषा का शब्द है। जैत यानी जय और खाम यानी खंभा, जैतखाम मूलरूप से सतनामी पंथ के ध्वज का नाम है जो उनके संप्रदाय का प्रतीक है। आमतौर पर सतनाम समुदाय के लोग मोहल्ले या गांव में किसी चबूतरे या प्रमुख स्थल पर खंभे में सफेद झंडा लगाते हैं। छत्तीसगढ़ में सबसे बड़ा जैतखाम गिरौधपुरी में है। इसकी ऊंचाई 77 मीटर है यह कुतुब मीनार से भी ऊंचा हैं।

उम्र हुआ सतनामी समाज का प्रदर्शन, जान बचाकर भागे पुलिसकर्मी

पथराव के दौरान पुलिसकर्मी खुद की जान बचाकर कार्यालयों में छिपे रहे। बताया जा रहा है कि भीड़ उग्र हो रही थी, लेकिन लाठीचार्ज के आदेश नहीं मिले। इसके चलते पुलिसकर्मियों को वहां से भागना पड़ा।

प्रदर्शनकारियों ने दमकल गाड़ियों को भी बनाया निशाना

पुलिस के मुताबिक, प्रदर्शनकारी इमारतों पर चढ़ गए और जमकर उत्पात मचाया। आगजनी की खबर पर दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंची तो दमकल वाहनों में भी हमला बोल दिया गया। इस दौरान दमकल गाड़ियों में तोड़फोड़ करते हुए कई गाड़ियों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया।

उपमुख्यमंत्री ने न्यायिक जांच की घोषणा की थी

रविवार को उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा जैतखाम में हुई तोड़फोड़ मामले की न्यायिक जांच कराने की घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि प्रदेश में कही भी सामाजिक सौहार्द बिगाड़ाने वाली घटनाओं को बर्दाश्त नहीं की जाएगी। ऐसे कृत्य करने वाले दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही उन्होंने सभी से सामाजिक सौहार्द्र बनाए रखने की अपील भी की थी। बावजूद इसके सोमवार को समाज द्वारा प्रदर्शन उग्र्र हो गया और ये बड़ी घटना हो गई।

कलेक्टर एसपी ने ली थी शांति समिति की बैठक

तीन दिन पहले ही बलौदाबाजार कलेक्टर केएल चौहान और एसएसपी सदानंद कुमार ने शांति समिति की बैठक ली थी। इसमें सभी समाज के लोग और प्रमुख शामिल हुए थे। कलेक्टर ने सभी समाज प्रमुखों से शांति और सौहाद्र बनाए रखने की अपील की थी। साथ ही उन्होंने आश्वासन दिया था कि इस पूरे मामले की मजिस्ट्रियल जांच कराई जाएगी। लोगों ने मजिस्ट्रियल जांच पर सहमति भी दी थी। इसके बावजूद सोमवार को सतनामी समाज के लोग सीबीआई जांच की मांग को लेकर प्रदर्शन किया और भीड़ ने उग्र रूप धारण कर लिया।