किसी छोटे नेता का बयान.. सनातन धर्म पर स्टालिन की टिप्पणी पर क्या बोले AAP सांसद राघव चड्ढा?
आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता और राज्यसभा सदस्य राघव चड्ढा ने डीएमके (DMK) के नेता उदयनिधि स्टालिन द्वारा सनातन धर्म को लेकर दिए गए विवादित बयान की निंदा की। राघव चड्ढा ने मंगलवार को पीटीआई को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि छोटे नेताओ द्वारा दिए गए बयानों को आई.एन.डी.आई.ए (I.N.D.I.A) गठबंधन का आधिकारिक बयान नहीं माना जा सकता है।
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HighLights
- 'किसी छोटे नेता का बयान आई.एन.डी.आई.ए गठबंधन का बयान नहीं'
- चड्ढा बोले- मैं सनातन धर्म से हूं। मैं ऐसे बयानों की निंदा और विरोध करता हूं।
नई दिल्ली, पीटीआई। आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता और राज्यसभा सदस्य राघव चड्ढा ने डीएमके (DMK) के नेता उदयनिधि स्टालिन द्वारा सनातन धर्म को लेकर दिए गए विवादित बयान की निंदा की। राघव चड्ढा ने मंगलवार को पीटीआई को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि "छोटे" नेताओ द्वारा दिए गए बयानों को आई.एन.डी.आई.ए (I.N.D.I.A) गठबंधन का आधिकारिक बयान नहीं माना जा सकता है। बता दें कि राघव चड्ढा 14 सदस्यीय समन्वय समिति के सदस्य हैं, जो गठबंधन की शीर्ष निर्णय लेने वाली संस्था है।
सनातन धर्म को लेकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने डीएमके नेता और विपक्ष दलों के गठबंधन पर जमकर निशाना साधा था। भाजपा ने गठबंधन पर उदयनिधि को बचाने और उनके बयान पर कोई प्रतिक्रिया ने देने का आरोप लगाया था।
उदयनिधि ने दिया था ये बयान
तमिलनाडु सरकार में खेल मंत्री उदयनिधि स्टालिन (और डीएमके नेता) ने दो सितंबर को तमिलनाडु प्रोग्रेसिव राइटर्स आर्टिस्ट एसोसिएशन द्वारा सनातन के उन्मूलन विषय पर चेन्नई में आयोजित एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए सनातन धर्म के खिलाफ अपमानजनक बयान दिया।
उन्होंने अपने भाषण में कहा "कुछ चीजों का विरोध नहीं किया जा सकता है, उन्हें समाप्त ही किया जाना चाहिए। हम डेंगू, मच्छर, मलेरिया या कोरोना का विरोध नहीं कर सकते। हमें इसे खत्म करना है, यही हमने किया है। सनातन को मिटाना है। सनातन का विरोध करने के बजाय उसे मिटाना चाहिए।"
भाजपा लगातार गठबंधन पर हमलावर
स्टालिन के बयान के बाद से भाजपा लगातार आई.एन.डी.आई.ए गठबंधन पर निशाना साथ रही है। मंगलवार को भाजपा ने गठबंधन पर वोट बैंक की राजनीति करने का आरोप लगाया और कहा कि विपक्षी दलों के गठबंधन का सनातन धर्म को निशाना बनाने के लिए छिपा हुआ एजेंडा है।
किसी राज्य के किसी जिले के किसी छोटे नेता द्वारा...
उदयनिधि स्टालिन के बयान के बाद राजनीतिक गलियारे में चल रहे इस मुद्दे पर राघव चड्ढा ने कहा कि किसी पार्टी का कोई नेता ऐसी टिप्पणी करता है तो इसका मतलब यह नहीं है कि यह गठबंधन का बयान है। गठबंधन का गठन देश में महंगाई और बेरोजगारी जैसे बड़े मुद्दों को उठाने के लिए किया गया है। किसी राज्य के किसी जिले के किसी छोटे नेता द्वारा दिया गया बयान गठबंधन का आधिकारिक बयान नहीं है।
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पीटीआई से राघव चड्ढा ने आगे कहा, "मैं सनातन धर्म से हूं। मैं ऐसे बयानों की निंदा और विरोध करता हूं। इस तरह के बयान नहीं दिए जाने चाहिए। किसी भी धर्म पर ऐसी टिप्पणी करने से दूर रहना चाहिए। हमें सभी धर्मों का सम्मान करना चाहिए।"
भाजपा के खिलाफ विपक्षी दलों ने बनाया है गठबंधन
लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा को रोकने के लिए कई विपक्षी दलों ने आई.एन.डी.आई.ए (भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन) गठबंधन बनाया है। 13 सितंबर को दिल्ली में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार के आवास पर समिति की बैठक होगी।
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राघव चड्ढा ने बताया कि बैठक में उन मुद्दों पर चर्चा होगी, जो हम उठाएंगे। यह मुद्दे उन रैलियों या घर-घर अभियान के साथ राज्यों में लोगों तक पहुंचाए जाएंगे। सभी राज्य अलग-अलग हैं और इसी तरह हम अपनी विविधता का जश्न मनाते हैं। चुनावी रंग अलग है। हम इस पर राज्यवार चर्चा करेंगे।
इसके साथ ही राघव चड्ढा ने कहा कि इस गठबंधन को सफल बनाने के लिए हर राजनीतिक दल को तीन चीजों का त्याग करना होगा- महत्वाकांक्षा, मतभेद और मनभेद।