Delhi News: बुरे फंसे असदुद्दीन ओवैसी, खतरे में संसद की सदस्यता; इस वजह से बढ़ीं मुश्किलें
Delhi News ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष और हैदराबाद से लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। संसद में जय फलस्तीन बोलने पर ओवैसी के खिलाफ राष्ट्रपति से शिकायत की गई है। अधिवक्ता के अनुसार इस मामले में अब राष्ट्रपति को चुनाव आयोग से सलाह लेनी है। अब देखना यह होगा कि क्या असदुद्दीनु ओवैसी की संसद की सदस्यता जाएगी?
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HighLights
- संसद में 'जय फलस्तीन' बोलने पर बुरे फंसे ओवैसी।
- ओवैसी के खिलाफ राष्ट्रपति से की गई शिकायत।
- अब देखना होगा कि क्या ओवैसी की सदस्यता जाएगी?
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। लोकसभा में शपथ ग्रहण के दौरान 'जय फलस्तीन' के नारे लगाने पर असदुद्दीन ओवैसी की सदस्यता जा सकती है।
राष्ट्रपति से इस मामले की शिकायत करने वाले अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन के अनुसार संविधान के अनुच्छेद 102 के मुताबिक, अगर संसद सदस्य किसी और देश के प्रति निष्ठा जताता है तो उसकी सदस्यता जा सकती है।
राष्ट्रपति को चुनाव आयोग से लेनी है सलाह
ओवैसी ने फलस्तीन के प्रति निष्ठा प्रदर्शित की, इसलिए संसदीय कानूनों के मुताबिक, उनकी सदस्यता जा सकती है। उनके अनुसार इस मामले पर अब राष्ट्रपति को चुनाव आयोग से सलाह लेनी है। उसके बाद निर्णय लेना है।
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ओवैसी ने फलस्तीन के प्रति आस्था व्यक्त की
इस मामले को लेकर भाजपा, विहिप के साथ ही अन्य संगठन और बुद्धिजीवी भी ओवैसी के कृत्य को गलत बताते हुए कार्यवाई की मांग कर रहे हैं।
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विष्णु शंकर जैन के अनुसार संविधान के अनुच्छेद 103 के अनुसार अयोग्यता के इस मामले में राष्ट्रपति चुनाव आयोग को मामला भेजकर उनका सुझाव भेजेंगी, उसके बाद जो निर्णय होगा वह अंतिम होगा।