Delhi News: ऐतिहासिक रोशनआरा झील फिर हुई रोशन, ले सकेंगे लजीज व्यंजन और बोटिंग का आनंद

दिल्ली नगर निगम की योजना है कि अब रोशनआरा झील में नौकाविहार के साथ रेस्तरां की व्यवस्था की जाए। ताकि यहां पर परिवार संग लोग आकर झील का आनंद ले सकें और खाने-पीने के लजीज पकवानों का भी स्वाद चख सकें। साथ ही वर्षा होने पर भी इस झील में पानी जमा होगा। पीएम की अमृत सरोवर योजना के तहत इसका सुंदरीकरण किया गया है।

By Nihal Singh Edited By: Abhishek Tiwari
Updated: Mon, 10 Jun 2024 01:34 PM (IST)
Delhi News: ऐतिहासिक रोशनआरा झील फिर हुई रोशन, ले सकेंगे लजीज व्यंजन और बोटिंग का आनंद
रोशनआरा बाग में अमृत सरोवर तैयार। फोटो- हरीश कुमार

HighLights

  1. स्थानीय लोगों के अनुसार पहले इस झील में मछलिया भी होती थी
  2. निगम ने झील के चारों तरफ फुटपाथ और बैठने का बनाया है स्थान
  3. निगम इसमें रेस्तरां और बोटिंग के लिए निविद करेगा आमंत्रित

निहाल सिंह, नई दिल्ली। मध्य दिल्ली में ऐतिहासिक रोशनआरा बाग की झील अब फिर से रोशन हो गई है। 30 साल बाद यह अपने अलग रूप में दिख रही है। यहां पर उपराज्यपाल वीके सक्सेना के हस्तक्षेप के बाद न केवल इसका सुंदरीकरण किया गया बल्कि इसमें पानी भी रहे इसकी व्यवस्था की गई।

अमृत सरोवर योजना के तहत यहां पर जल बोर्ड ने सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) लगाया है जो इस झील में पानी की कमी नहीं होने देगा। साथ ही वर्षा होने पर भी इस झील में पानी जमा होगा।

30 साल बाद रोशन हुई यह झील

निगम की योजना है कि अब इस झील में नौकाविहार के साथ रेस्तरां की व्यवस्था की जाए। ताकि यहां पर परिवार संग लोग आकर झील का आनंद ले सकें और खाने-पीने के लजीज पकवानों का भी स्वाद चख सकें। स्थानीय लोगों के मुताबिक 30 साल पहले यह झील होती थी, जिसमें मछलियां भी होती थी। लेकिन देखरेख के अभाव में यह खराब अवस्था में हो गई थी। पीएम की अमृत सरोवर योजना के तहत इसका सुंदरीकरण किया गया है।

दिल्ली नगर निगम के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हमारी योजना है कि इसमें नौका विहार की व्यवस्था हो। चुनाव आचार संहिता लगे होने के कारण हम इस दिशा में आगे नहीं बढ़ सके थे। हम अब नौका विहार और रेस्तरां संचालन के लिए निविदा आमंत्रित करेंगे। जिससे लोग यहां आएं। इसके साथ ही यहां पर झूले भी लगाए गए हैं ताकि बच्चे भी मस्ती कर सकें और उन्हें भी यह स्थान पंसद आए।

टिकट के आधार पर मिलेगी एंट्री

अधिकारी ने आगे बताया कि चूंकि यह झील पार्क के बीचों बीच है और पार्क में बड़ी संख्या में लोग आते भी है। ऐसे में जो लोग आएं उनको कोई असुविधा न हो और असमाजिक तत्व उन्हें परेशान न करें इसके लिए झील का क्षेत्र की बायोफेसिंग होगी, जिसमें केवल टिकट के आधार पर अंदर प्रवेश मिलेगा। जिससे असामाजिक तत्व इस इलाके में नहीं आएंगे।

अधिकारी ने बताया कि 10.64 करोड़ की लागत से यह कार्य हुआ है। सुंदरीकरण के तहत इसके चारों तरफ फुटपाथ बनाया गया है। साथ ही लोग बैठकर समय बिता सके इसके लिए भी जगह-जगह बैठने के स्थान बनाए गए हैं। साथ ही लाइटिंग की व्यवस्था भी गई है। 57 एकड़ के फैले इस पार्क में करीब चार एकड़ भूमि में यह झील बनाई गई है।