Rashtriya Arogya Mela: दिल्ली में आज से चार दिवसीय राष्ट्रीय आरोग्य मेला शुरू, जानें खुद को स्वस्थ रखने के तरीके

आधुनिक जीवनशैली और रोजमर्रा की आपाधापी में जीवन का मजबूत पहलू स्वास्थ्य पीछे छूट जाता है। ऐसे में लोगों को पारंरिक तरीके से स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने और उपचार के तरीके सुझाने के लिए आयुष मंत्रालय के सहयोग से पूरन चंद गुप्ता स्मारक ट्रस्ट चार दिवसीय राष्ट्रीय आरोग्य मेले का आयोजन कर रहा है। इसकी शुरुआत गुरुवार एक फरवरी को जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में होगी।

By uday jagtap Edited By: Abhishek Tiwari Publish:Thu, 01 Feb 2024 07:44 AM (IST) Updated:Thu, 01 Feb 2024 07:44 AM (IST)
Rashtriya Arogya Mela: दिल्ली में आज से चार दिवसीय राष्ट्रीय आरोग्य मेला शुरू, जानें खुद को स्वस्थ रखने के तरीके
Rashtriya Arogya Mela: दिल्ली में आज से चार दिवसीय राष्ट्रीय आरोग्य मेला शुरू

HighLights

  • केंद्रीय आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल करेंगे मेले का उद्घाटन
  • गेट संख्या छह से मिलेगा प्रवेश

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। आधुनिक जीवनशैली और रोजमर्रा की आपाधापी में जीवन का मजबूत पहलू स्वास्थ्य पीछे छूट जाता है। ऐसे में लोगों को पारंरिक तरीके से स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने और उपचार के तरीके सुझाने के लिए आयुष मंत्रालय के सहयोग से पूरन चंद गुप्ता स्मारक ट्रस्ट चार दिवसीय राष्ट्रीय आरोग्य मेले का आयोजन कर रहा है।

ग्रेट नंबर-6 से मिलेगी एंट्री

इसकी शुरुआत गुरुवार एक फरवरी को जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में होगी। गेट संख्या छह से प्रवेश किया जा सकेगा। उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि केंद्रीय कैबिनेट मंत्री आयुष, बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्रालय सर्बानंद सोनोवाल होंगे।

मेले की शुरुआत सुबह 11 बजे होगी। शाम पांच बजे तक मेला जारी रहेगा। समग्र स्वास्थ्य के लिए आयुष थीम पर लग रहे मेले में अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान ज्ञान का साथी बना है।

-एक फरवरी के कार्यक्रम का विषय ‘हर दिन हर घर आयुष’ होगा। इसके जरिये आयुर्वेद, योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा, सिद्ध, यूनानी, होम्योपैथी और सोवा रिग्पा से साक्ष्य आधारित, विज्ञान सम्मत और आधुनिक प्रौद्योगिकी के लाभों में शामिल कर जन स्वास्थ्य से प्रत्येक नागरिक को लाभांवित किया जाएगा। आयुष क्षेत्र में हो रहे बदलावों को भी शामिल किया जाएगा।

- दो फरवरी को ‘जीवन शैली आधारित बीमारियों के लिये आयुष’ विषय पर दो सत्र होंगे। पहले सत्र में परंपरागत चिकित्सा में आधुनिक जीवन शैली से उपजने वाली बीमारियों के उपचार, बचाव व रोकथाम की जानकारी दी जाएगी। दूसरे सत्र में महिला एवं बच्चों के स्वास्थ्य पर चर्चा होगी। इसमें मुख्य वक्ता डॉ. सुनीता सोमन बीएचयू, डा. वेद प्रकाश व्यास (एआइआइए), शोभित कुमार रिसर्च आफिसर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण संभाग, नीति आयोग, डा. गायत्री भट पीटीएसआर एसडीएम आयुर्वेद महाविद्यालय, हासन कर्नाटक होंगे।

- तीन फरवरी को दो सत्र होंगे। पहला आयुष आहार पर केंद्रित होगा। तनाव भरी जीवनशैली में आयुष आहार की उपयोगिता, नये आयाम आदि पर विशेषज्ञ मार्गदर्शन करेंगे। इसमें एनआइए जयपुर के कुलपति डॉ. संजीव शर्मा, आयुष के आरएमएस विभाग एमसीडी के डॉ. सत्य एन, शेफ मंजीत गिल, अध्यक्ष इंडियन फेडरेशन आफ कालीनरी एसोसिएशन, आनंद कॉर्डिया, निदेशक तकनीकी एवं नवाचार, सुहाना एंड फाउंडर, द इको फाउंडेशन शामिल होंगे।

दूसरा सत्र आयुष स्टार्टअप्स और नवाचार का होगा। इसमें इन्वेस्ट इंडिया की वाइस प्रेसिडेंट आशा त्यागी, जीवा आयुर्वेद के निदेशक मधुसूदन चौहान, इकजोरियल बायोमेड आइएनसी के सीईओ कार्तिकेय बालदवा, बयोटेक्नोलाजी विभाग के हेड स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप एंड इंटरप्न्यूरशिप डेवलपमेंट डॉ. मनीष दीवान, नुस्खा किचन के फाउंडर अपना तिवारी संबोधित करेंगे।

- चार फरवरी को आयुष में कोस्मेटोलाजी पर विशेष सत्र का आयोजन होगा। इसमें मुख्य वक्ता केशायुर्वेद एवं कायायुर्वेद प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक डा. हरीश पाटनकर, ओडीपीजी विभाग में कायाचिकित्सा के प्रो. श्रीकांत बाबू पेरुगू, आयुर्वेद (स्किन) की एमडी डा. सारिका भुजबल, आयुर्वेदिक कास्मेटोलाजी विशेषज्ञ, त्वचा और केश विशेषज्ञ डॉ. कीर्ति देव होंगी।

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