Delhi Airport पर T1 से नहीं उड़ेगी कोई भी फ्लाइट, दोबारा शुरू होने में लग सकते हैं दो महीने; प्रशासन ने निकाला ये रास्ता
Delhi Airport Roof Collapse दिल्ली के IGI एयरपोर्ट के टर्मिनल 1 की छत का एक बड़ा हिस्सा 28 जून की सुबह भारी बारिश के बाद ढह गया। इससे फ्लाइट्स का संचालन प्रभावित हो रहा है। सभी उड़ानों को टर्मिनल-2 और 3 पर स्थानांतरित किया गया है। इस दुर्घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई और आठ अन्य घायल हुए थे।
HighLights
- IGI Airport पर T1 की फ्लाइट्स T2 और T3 से होगीं संचालित
- उड़ान रद्द होने के बाद 30 प्रतिशत यात्रियों ने लिया रिफंड
- तीनों टर्मिनल से रोजाना होता है 1400 फ्लाइट का संचालन
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। आइजीआइ एयरपोर्ट के टर्मिनल-1 के फोरकोर्ट की छत गिरने के बाद शनिवार को टर्मिनल-1 पर विमानों का संचालन ठप रहा। टर्मिनल-1 की सभी उड़ानों को टर्मिनल-2 व 3 पर स्थानांतरित कर दिया गया है।
फिलहाल इसकी जानकारी नहीं दी गई है कि टर्मिनल पर उड़ानों का संचालन कब शुरू होगा, लेकिन आशंका जताई जा रही है कि इसमें दो महीने से ज्यादा का समय लग सकता है। शनिवार को टर्मिनल-1 पर चहल-पहल काफी कम रही।
मरम्मत में लगेगा कितना वक्त?
टर्मिनल के अंदर सीआइएसएफ के जवान भी कुर्सियों पर आराम से बैठे नजर आए। यात्रियों के न होने की वजह से वह भी खाली थे। सूत्रों का कहना है कि कम से कम दो महीने का समय छत की मरम्मत में लग सकता है।
ऐसे में कहना मुश्किल है कि टर्मिनल-1 पर फिर कब से उड़ानों का आवागमन सामान्य होगा। एयरपोर्ट अथारिटी की ओर से शनिवार सुबह जानकारी दी गई कि दिल्ली एयरपोर्ट पर उड़ान संचालन सामान्य है। सभी उड़ानों का संचालन टर्मिनल-2 व 3 से किया जा रहा है।
टर्मिनल-1 से घरेलू उड़ानें होती हैं संचालित
आइजीआइ एयरपोर्ट के तीनों टर्मिनल से प्रतिदिन लगभग 1400 उड़ानों का संचालन होता है। इनमें से सबसे ज्यादा उड़ानों का संचालन टर्मिनल-2 व 3 से होता है। टर्मिनल-1 से इंडिगो और स्पाइसजेट की घरेलू उड़ानें संचालित होती हैं।
30 प्रतिशत यात्रियों ने लिया अपना रिफंड
यात्रियों की सुविधा के लिए इंडिगो व स्पाइसजेट ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। उड़ान को लेकर कोई समस्या होती है तो वेबसाइट पर भी जानकारी लगातार अपडेट की जा रही है।
आइजीआइ एयरपोर्ट पर शुक्रवार रात को छत गिरने के बाद से करीब 70 प्रतिशत लोगों ने अपनी यात्रा को अगले दिन के लिए रीशेड्यूल किया और 30 प्रतिशत ने अपना रिफंड लिया है।
टर्मिनल-1 की छत गिरने के बाद जब उड़ानों को रद्द किया गया तो लोगों को दो विकल्प दिए गए- या तो लोग अपने टिकट के पैसे वापस ले लें या फिर दूसरी उड़ान में टिकट बुक करा लें। सूत्रों के अनुसार, करीब 70 प्रतिशत लोगों ने अगले दिन यानी शनिवार के लिए अपनी उड़ान को रीशेड्यूल किया और 30 प्रतिशत लोगों ने अपना रिफंड लिया।