पिता बनने का नहीं मिल रहा सुख तो यह आपके काम की खबर, पुरुषों को करना होगा ये काम; दिल्ली AIIMS में हुआ शोध
किसी महिला को बार-बार गर्भपात की समस्या हो तो इसका कारण पति के स्पर्म की गुणवत्ता में खराबी भी हो सकती है। पिता बनने में नाकाम ऐसे पुरुष यदि 30 से 45 मिनट नियमित योग व प्राणायाम करें तो उनके आंगन में भी किलकारी गूंज सकती है। एम्स के डॉक्टर्स द्वारा किए गए एक शोध में यह बात सामने आई है।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। किसी महिला को बार-बार गर्भपात की समस्या हो तो इसका कारण पति के स्पर्म की गुणवत्ता में खराबी भी हो सकती है। पिता बनने में नाकाम ऐसे पुरुष यदि 30 से 45 मिनट नियमित योग व प्राणायाम करें तो उनके आंगन में भी किलकारी गूंज सकती है। एम्स के डॉक्टर्स द्वारा किए गए एक शोध में यह बात सामने आई है।
यह शोध एम्स के एनाटोमी व गायनी विभाग के डॉक्टर्स ने मिलकर किया है। यह शोध हाल ही में मेडिकल जर्नल साइंस रिपोर्ट में प्रकाशित भी हुआ है।
ऐसे पुरुषों पर किया गया शोध
एम्स के एनाटोमी विभाग की प्रोफेसर डॉ. रीमा दादा ने बताया यह शोध ऐसे पुरुषों पर किया गया, जिनकी पत्नियों को बार-बार गर्भपात की समस्या हो रही थी। आईवीएफ के बाद भी गर्भधारण में समस्या हो रही थी। इस शोध के लिए 239 पुरुषों की स्क्रीनिंग की गई, जिसमें से 60 पुरुषों पर यह अध्ययन किया गया। उनके स्पर्म की गुणवत्ता जांच की गई।
छह सप्ताह तक दो घंटे योग
इसके बाद छह सप्ताह तक प्रतिदिन दो घंटे योग कराया गया। इस दौरान कई तरह के योगासन, प्राणायाम, ध्यान क्रिया व सूर्य नमस्कार कराया गया। छह सप्ताह के बाद दोबारा स्पर्म की गुणवत्ता जांच में पाया गया कि योग करने से न सिर्फ स्पर्म काउंट बढ़ा, बल्कि स्पर्म के डीएनए में भी सुधार हुआ।
इससे अध्ययन में शामिल कई पुरुषों के पिता बनने में मदद मिली। डॉ. रीमा दादा ने कहा कि खराब जीवनशैली, तनाव, खराब खानपान, मोटापा इत्यादि कारणों से स्पर्म के डीएनए में खराबी आती है। योग करने से उसमें सुधार होता है।