सीरियल किलर: नशा करते ही लगती थी शिकार की तलब, झुग्गी में सो रहे बच्चों की दुष्कर्म के बाद करता था हत्या

रविंद्र दिल्ली उत्तर प्रदेश हरियाणा में उन बच्चों को अपना शिकार बनाता था जो या तो झुग्गियों में रहते थे या निर्माणाधीन इमारतों के पास अस्थाई रूप से रहते थे। रविंद्र ने पुलिस को बताया था कि वह नशे का आदी है।

By Jagran NewsEdited By:
Updated: Sat, 27 May 2023 11:52 AM (IST)
सीरियल किलर: नशा करते ही लगती थी शिकार की तलब, झुग्गी में सो रहे बच्चों की दुष्कर्म के बाद करता था हत्या
सीरियल किलर रविंद्र कुमार को मिली उम्रकैद।

बाहरी दिल्ली, जागरण संवाददाता। सिर्फ दिल्ली में ही 14 बच्चों की जिंदगी से खिलवाड़ करने वाले सीरियल किलर रविंद्र कुमार ने करीब 30 बच्चों से हत्या, कुकर्म व दुष्कर्म की बात स्वीकार की है। ये सभी बच्चे 14 वर्ष से कम आयु वर्ग के थे।

नशा करते ही निकल जाता था बच्चों के शिकार पर

रविंद्र दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा में उन बच्चों को अपना शिकार बनाता था जो या तो झुग्गियों में रहते थे या निर्माणाधीन इमारतों के पास अस्थाई रूप से रहते थे। रविंद्र ने पुलिस को बताया था कि वह नशे का आदी है। नशे का सेवन कर वह बच्चों के शिकार पर निकल जाता था।

सुनसान इलाके में ले जाकर करता था हैवानियत

रास्ते में झुग्गियों में माता-पिता के पास सो रहे बच्चों को उठाकर ले जाता था। सुनसान इलाके में उन्हें ले जाकर उनसे दुष्कर्म, कुकर्म का प्रयास करता था।

बच्चों के चिल्लाने पर दबा देता था गला

जब बच्चे चिल्लाते थे तो उनकी गला दबाकर हत्या कर देता था व उनके शव के साथ दुष्कर्म करता था। यह बात बेगमपुर हत्याकांड मामले के जांच अधिकारी और दिल्ली पुलिस से एसीपी पद से रिटायर हुए जगमिंदर सिंह दहिया ने बताई।

डरावनी फिल्म देख हैवान बना था रविंद्र

रविंद्र कुमार बेगमपुर थाना क्षेत्र में मां, पिता व छोटे भाई के साथ रहता था। स्वजन ध्यान नहीं देते थे कि रविंद्र क्या कर रहा है। कब घर आता है और कब बाहर जाता है। बचपन में ही उसने अंग्रेजी हॉरर मूवी (डरावनी फिल्म) देखी।

इस फिल्म में तीन लोग बच्चों की हत्या कर उनसे कुकर्म या दुष्कर्म करते थे। इस फिल्म ने उसके दिमाग पर ऐसा असर डाला कि उसने वर्ष 2008 में नशे में चूर होकर पहली वारदात को अंजाम दिया।

इसके बाद वह मासूमों के लिए कहर बन गया और एक के बाद एक मासूमों को अपनी हवस का शिकार बनाता गया।