Ajit Death Anniversary: जब हीरो पर भारी पड़ा ये विलेन, स्टाइल में भी दी मात, जानें कैसे बना बॉलीवुड का 'लॉयन'

Ajit Khan Death Anniversary हिंदी सिनेमा में हीरो तो बहुत रहे जिन्होंने अपनी एक्टिंग और पर्सनैलिटी से फैंस का दिल जीता लेकिन विलेन कम रहे जिनके स्टाइल के आगे हीरो भी फेल थे। इनमें से एक अजीत खान भी रहे जिन्होंने अपने अनोखे स्टाइल और डायलॉग बोलने के अंदाज से इंडस्ट्री में खुद की अलग पहचान बनाई। जानिए उनके बारे में।

By Rinki TiwariEdited By: Publish:Sat, 21 Oct 2023 05:39 PM (IST) Updated:Sat, 21 Oct 2023 05:39 PM (IST)
Ajit Death Anniversary: जब हीरो पर भारी पड़ा ये विलेन, स्टाइल में भी दी मात, जानें कैसे बना बॉलीवुड का 'लॉयन'
बॉलीवुड के लेजेंड्री एक्टर अजीत खान के अनोखे किस्से (फोटो क्रेडिट- ट्विटर)

 एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। Ajit Khan Death Anniversary: फिल्म इंडस्ट्री एक ऐसी दुनिया है, जहां कई लोग हीरो बनने का ख्वाब लिए आते हैं, कुछ तो अपने सपनों को पूरा कर लेते हैं, लेकिन कुछ की किस्मत उन्हें कहां से कहां ले जाती है, इसका अंदाजा शायद उन्हें भी होता है। हिंदी सिनेमा के दिग्गज अभिनेता अजीत खान (Ajit Khan) के साथ भी कुछ ऐसा ही था। वह मायानगरी मुंबई में आए तो हीरो बनने थे, लेकिन बन गए खूंखार विलेन, जिन्हें आज भी 'बॉलीवुड का लायन' कहा जाता है। 

घर से भागकर मुंबई आए थे अजीत

27 जनवरी 1922 को हैदराबाद में जन्मे अजीत खान का असली नाम हामिद अली खान था। लंबे-छोटे कद वाले हामिद दिखने में बिल्कुल हीरो जैसे थे। उनका ख्वाब भी फिल्मी दुनिया में जाने का था। पढ़ाई को बीच में छोड़कर वह एक्टर बनने मुंबई भाग आए। उस दौर में परिवार हीरो-हीरोइन बनने के हक में नहीं होता था। अजीत की फैमिली भी उनके फैसले से खुश नहीं था। कहा जाता है कि अजीत ने अपनी किताबों को बेचकर पैसे लेकर मुंबई भाग आए थे।

सीमेंट की पाइप में रहकर अजीत ने किया गुजारा

अजीत को लगा कि पर्सनैलिटी जबरदस्त है तो फिल्में तो मिल ही जाएंगी, मगर जब उनका सपना हकीकत से हुआ तो वह थोड़ा घबरा गए। न जेब में पैसा था और ना सिर पर छत। वह सीमेंट की पाइप में रहकर गुजारा करने पर मजबूर हो गए।

उन दिनों लोकल एरिया के गुंडे सीमेंट के पाइप में रहने वालों से भी पैसा वसूलते थे। जब गुंडों ने अजीत से पैसा मांगा और गुंडागर्दी करने लगे तो एक्टर ने भी उन्हें ऐसा सबक सिखाया कि सिर्फ वही नहीं, बल्कि आस-पास के हर गुंडे उनसे खौफ खाने लगे। उनके दबंगई अंदाज से लोग डरने लगे और उन्हें मुफ्त में खाना भी मिलने लगा।

अजीत खान को कैसे मिला पहला ब्रेक

सालों तक संघर्ष करने के बाद अजीत खान को 1940 में अजीत खान को फिल्मों में काम मिलना शुरू हो गया था। वह छोटे-मोटे रोल करके अपने सपनों की ओर आगे भी बढ़ रहे थे और अपना पेट भी पाल रहे थे। तभी 1946 में अजीत के हाथ लगी फिल्म 'शाहे मिस्श्र', जिसमें वह बतौर लीड हीरो नजर आए। इसके बाद उन्होंने 'जीवनसाथी' और 'आपबीती' जैसी कई फिल्मों में काम किया। 

अजीत खान उन अभिनेताओं में से एक थे, जिन्होंने अपने जमाने की हर सुपरहिट एक्ट्रेसेस के साथ काम किया। उनकी जोड़ी सुरैया से लेकर रेहाना तक जैसी अदाकाराओं के साथ जमीं। वह मधुबाला के साथ भी नजर आ चुके हैं। इसके बाद उन्होंने अपना नाम हामिद अली खान से अजीत रख लिया और फिर वह इसी नाम से जाने जाने लगे।

कैसे हीरो से विलेन बने अजीत?

अजीत ने बतौर हीरो तो कई फिल्मों में काम किया, लेकिन उन्हें वह पॉपुलैरिटी नहीं मिली, जिसकी उन्हें चाह थी। फिर साल 1966 में अजीत की झोली में एक फिल्म गिरी, नाम था 'सूरज'। इस फिल्म में अजीत को हीरो नहीं बल्कि विलेन के रोल के लिए चुना गया। अजीत ने हामी भर दी थी और फिर वह बन गए बॉलीवुड के 'लायन'।

अजीत ने 'कालीचरण', 'मुगल-ए-आजम', 'जंजीर', 'यादों की बारात', 'मिस्टर नटवरलाल', 'कहानी किस्मत की', 'जुग्नू' समेत सभी फिल्में हिट साबित हुईं। लिहाजा हीरो न सही, मगर अजीत विलेन बनकर इंडस्ट्री पर राज करने लगे। एक्टिंग तो जबरदस्त थी ही, अजीत का डायलॉग बोलने का स्टाइल भी ऐसा था, जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता है।

स्टाइल में हीरो को फेल करते थे अजीत

स्टाइल के मामले में अजीत का कोई जवाब नहीं था। एक तो उनकी पर्सनैलिटी इतनी जबरदस्त थी, ऊपर से उनका काला चश्मा और हाथ में सिगार पकड़डने का स्टाइल, अच्छे-अच्छे हीरो को भी फेल कर देता था। यहां तक कि उनके बेटे शहजाद खान भी फिल्मों में अक्सर अपने पिता के स्टाइल को कॉपी करते हुए देखे गए हैं।

कैसे हुई अजीत की मौत?

हिंदी सिनेमा में अपनी अमिट छाप छोड़ने वाले अजीत 22 अक्टूबर 1998 को महज 76 साल की उम्र में इस दुनिया को अलविदा कह गए। उनका निधन हार्ट अटैक से हुआ था। तीन शादियां कर चुके अजीत के पांच बच्चे हुए, जिनके नाम शहजाद खान, शाहिद अली खान, आबिद अली खान, अरबाज अली खान और जाहिद अली खान हैं। 

यह भी पढ़ें- Ajit Khan Death Anniversary: इस विलेन के आगे नहीं टिक पाया कोई हीरो, सारा शहर इन्हें 'लायन' के नाम से जानता है

chat bot
आपका साथी