Ambala News: रेल मंत्रालय की नई पालिसी, एक मंडल में पांच साल बाद विदाई, सेफ्टी में भी करनी होगी नौकरी

एक ही मंडल में कई साल तक जमे रहने वाले अधिकारियों की मुश्किलें बढ़नी तय हैं। पांच साल के बाद अब अधिकारी को मंडल से विदाई लेनी ही होगी। सिफारिश हो या फिर कोई जुगाड़ अब काम नहीं आएगा। रेल मंत्रालय ने इसको लेकर नई पॉलिसी बनाई है जिसे लागू करने के लिए सभी महाप्रबंधकों को भेज दी गई है।

By Deepak Behal Edited By: Nidhi Vinodiya Publish:Fri, 12 Jan 2024 09:26 PM (IST) Updated:Fri, 12 Jan 2024 09:26 PM (IST)
Ambala News: रेल मंत्रालय की नई पालिसी, एक मंडल में पांच साल बाद विदाई, सेफ्टी में भी करनी होगी नौकरी
रेल मंत्रालय की नई पालिसी, एक मंडल में पांच साल बाद विदाई

HighLights

  • अफसरों और कर्मचारियों को लेकर नई गाइडलाइन जारी की गई हैंं, छूटेंगे पसीने
  • ग्रुप सी से पदोन्नत होने वाले कर्मचारी को भी अब दूसरे मंडल जाना होगा
  • सभी जोन को हिदायत दी गई है कि नई पॉलिसी के अनुसार ही अब कार्य होगा

दीपक बहल, अंबाला। एक ही मंडल में कई साल तक जमे रहने वाले अधिकारियों की मुश्किलें बढ़नी तय हैं। पांच साल के बाद अब अधिकारी को मंडल से विदाई लेनी ही होगी। सिफारिश हो या फिर कोई जुगाड़ अब काम नहीं आएगा। रेल मंत्रालय ने इसको लेकर नई पॉलिसी बनाई है, जिसे लागू करने के लिए सभी महाप्रबंधकों को भेज दी गई है। सभी जोन को हिदायत दी गई है कि नई पॉलिसी के अनुसार ही अब कार्य होगा।

अब तक अधिकारी कमर्शियल या फिर ऑपरेटिंग में ही नौकरी करने में रुचि रखते थे, लेकिन अब सेफ्टी में भी काम करना होगा। इसके अलावा ग्रुप सी से पदोन्नत होने वाले कर्मचारियों को अब उसी मंडल में तैनात नहीं दी जाएगी, जबकि प्रमोशन के साथ दूसरे मंडल में जाना होगा। दस जनवरी 2024 से यह पॉलिसी लागू कर दी गई है।

सेफ्टी विभाग में जाने में रुचि नहीं रखते हैं अधिकारी

जानकारी के अनुसार रेलवे में अधिकतर मंडल से तबादला दूसरे मंडल या जाने में न हो जाए, इसको लेकर जुगाड़ में लग जाते हैं। ऐसे में एक-एक मंडल में पंद्रह-पंद्रह साल नौकरी कर लेते हैं। अधिकारी की अधिकतर रुचि सीनियर डीसीएम पद की रहती है, क्योंकि मंडल में डीआरएम के अलावा सीनियर डीसीएम का पद भी रुतबे वाला होता है। ऐसे में अधिकारी सेफ्टी विभाग में जाने में रुचि नहीं रखते। 

जारी की गई गाइडलाइन

यदि वहां तबादला हो जाए, तो प्रयास किया जाता है कि ऑपरेटिंग या कमर्शियल में ही रह जाए। इसी को लेकर रेल मंत्रालय ने अब कितने साल की सर्विस पर अधिकारी को कहां-कहां तैनात किया जाए, इसको लेकर गाइडलाइन जारी की है। बारह साल की नौकरी में अधिकारी मंडल में सीनियर डीसीएम पद पर कार्यरत हो जाता है। अब अधिकारी को सीनियर डीसीएम के अलावा सेफ्टी में भी नौकरी करनी होगी। सेफ्टी, ऑपरेटिंग और कमर्शियल, तीनों ब्रांचों, में अधिकारी का पांच साल का कार्यकाल पूरा हो चुका है, तो मंडल से उनका तबादला करने का नियम बना दिया गया है। 

पांच साल पूरे होने पर दूसरे मंडल में भेजा जाएगा

अक्सर ऐसा होता है कि मंडल में अधिकारी एक ब्रांच में दो से तीन साल फिर उसी मंडल में ऑपरेटिंग और फिर सेफ्टी जैसे पदों पर कार्यरत रह जाते हैं। ऐसे में एक ही मंडल में कार्यरत पांच साल से काफी अधिक हो जाता है, लेकिन ऐसा अब नहीं होगा। पांच साल की सर्विस पूरी होने पर दूसरे मंडल में भेजा जाएगा। यदि इस कार्यकाल में भी मंडल में आधिकारी ने सेफ्टी में नौकरी नहीं की और उसका तबादला दूसरे जोन में हो जाता है, तो उनको वहां पर भी सेफ्टी में नौकरी जरूर करनी होगी। यह कार्यकाल कम से कम एक साल का होगा। 

दूसरे मंडल में जाकर कम से कम एक साल नौकरी करनी होगी

मंडलों में कार्य कर रहे सीनियर डीसीएम, सीनियर डीओएम या फिर सीनियर डीएसओ का तबादला करने का अधिकार प्रिंसिपल चीफ ऑपरेटिंग मैनेजर के पास होगा। इसके अलावा ग्रुप सी के कर्मी, जो लिखित परीक्षा के बाद पदोन्नति पाते हैं, ग्रुप बी में पहुंचते हैं, वे अपने रसूख आदि के माध्यम से उसी मंडल में कुर्सी संभाल लेते हैं। लेकिन यहां पर भी ऐसा नहीं होगा। ऐसे कर्मचारियों को मंडल से दूसरे मंडल में जाकर कम से कम एक साल नौकरी करनी होगी।

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