आवागमन होगा सुगम, रेलवे के तीन फाटकों पर बनेंगे अंडरपास

रेलवे ट्रैक की तीन ग्रामीण क्षेत्र की फाटकों पर अंडरपास बनाने की योजना को रेल मंत्रालय ने मंजूरी दे दी है। इन पर निर्माण कार्य शुरू करने के लिए कंपनी ने अपने बोर्ड भी लगा दिए हैं। अंडरपास बनने से करीब 50 गांवों के लोगों का आवागमन सुगम होगा।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 26 Dec 2019 07:13 PM (IST) Updated:Thu, 26 Dec 2019 07:13 PM (IST)
आवागमन होगा सुगम, रेलवे के तीन फाटकों पर बनेंगे अंडरपास
आवागमन होगा सुगम, रेलवे के तीन फाटकों पर बनेंगे अंडरपास

सुभाष डागर, बल्लभगढ़ : जिले के 50 गांवों के लोगों के लिए यह अच्छी खबर है। तीन ग्रामीण क्षेत्र के रेलवे फाटकों पर अंडरपास बनाने की योजना को रेल मंत्रालय ने मंजूरी दे दी है। इन पर निर्माण कार्य शुरू करने के लिए कंपनी ने अपने बोर्ड भी लगा दिए हैं। अंडरपास बनने से कई गांवों के लोगों का आवागमन सुगम होगा। फाटक पार करते हुए रेल की चपेट में आने से आए दिन होने वाली दुर्घटनाओं पर अंकुश लगेगा, साथ ही आसपास के गांवों में विकास कार्यों को गति मिलेगी। योजना को कैसे पहनाया गया अमलीजामा

पृथला के पूर्व विधायक टेकचंद शर्मा ने अपने कार्यकाल के दौरान गांव पियाला, जाजरू, असावटी पर अंडर पास बनाने की योजना को लेकर विधानसभा में प्रस्ताव रखा था। जिसे विधानसभा से मंजूरी मिलने के बाद रेल मंत्रालय को मंजूरी के लिए भेजा गया। विधायक टेकचंद शर्मा इन अंडरपासों को मंजूर कराने के लिए रेल मंत्री पीयूष गोयल से मिले। उन्होंने इन अंडरपासों की जरूरत के बारे में मंत्री को बताया। तब मंत्री ने इन अंडरपासों को मंजूरी देने का आश्वासन दे दिया। अब योजना को मंजूरी मिल चुकी है और रेल मंत्रालय ने योजना को अमलीजामा पहनाने के लिए अंडरपास बनाने वाली कंपनी को ठेका भी दे दिया है। अंडरपास बनाने वाली कंपनी ने काम शुरू करने के लिए मौके पर बोर्ड लगा दिए हैं। इन बोर्डों पर लिख दिया है कि फाटक अंडरपास बनाने के कारण बंद कर दिया गया है। अंडरपासों के बनने से इन गांवों को मिलेगा लाभ

पियाला, डूंडसा, सीकरी, भनकपुर, हरफला, मोहला, सहराला, लोहसिघानी, सिकरौना, कबूलपुर, सरमथला, खंदावली, कैलगांव, जाजरू, असावटी, जटौला, पृथला, दूधौला, बघौला, देवली, डीग, फतेहपुर बिल्लौच, पन्हैंड़ा कलां, लडौली, शाहपुर कलां, सुनपेड़, सागरपुर, साहुपुरा, मलेरना, ककड़ीपुर, पन्हैड़ा कलां, पन्हैड़ा खुर्द आदि गांवों के ग्रामीणों को लाभ मिलेगा। इन गांवों की आपस में कनेक्टिविटी बढ़ेगी। अब अंडरपास बनने से दुर्घटना घटने का खतरा नहीं बनेगा। अब तक घंटों फाटक खुलने का इंतजार करना पड़ता था, अब इंतजार नहीं करना पड़ेगा।

-जयप्रकाश रेलवे फाटक होने की वजह से बच्चों और बुजुर्गों को ट्रैक पैदल पार करने में काफी परेशानी होती है। कई बार पैदल ट्रैक पार करते समय दुर्घटना घट जाती थी।

-मुकेश कुमार रेलवे ट्रैक की तीन फाटकों पर अंडरपास बनाने की योजना को मंजूरी दी जा चुकी है और जल्दी ही इनका निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। एक वर्ष के अंदर तीनों अंडरपास बना कर तैयार कर दिए जाएंगे।

-कुलतार सिंह, प्रवक्ता, रेलवे

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