मानसून की पहली बारिश में ही खुल गई प्रशासन की पोल, सड़कों में धंसी गाड़ियां; छत गिरने से किसान की मौत

लगभग पूरे देश में मानसून की एंट्री हो चुकी है। कई जगहों पर बारिश से निपटने के लिए प्रशासन ने पुख्ता इंतजाम नहीं किए हैं। फतेहाबाद में हुई वर्षा के बाद शहर में पानी निकासी को तीने से चार घंटे लगे। जिससे शहरवासियों में रोष है। गांव थेहड़ी में ट्यूबवेल के कमरे की छत गिरने से 67 वर्षीय किसान महावीर की मौत हो गई।

By Vinod Kumar Edited By: Rajiv Mishra Publish:Tue, 02 Jul 2024 04:14 PM (IST) Updated:Tue, 02 Jul 2024 04:14 PM (IST)
मानसून की पहली बारिश में ही खुल गई प्रशासन की पोल, सड़कों में धंसी गाड़ियां; छत गिरने से किसान की मौत
फतेहाबाद में सड़कों पर भरा पानी (फाइल फोटो)

HighLights

  • लोगों के घरों में घुसा बारिश का पानी
  • ट्यूबवेल की छत गिरने से किसान की हो गई मौत
  • मंगलवार को फतेहाबाद में केवल 27 एमएम वर्षा हुई

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद। फतेहाबाद में मानसून की पहली झमाझम वर्षा हुई। करीब दो घंटे तक रुक-रुक कर हुई वर्षा से शहर की अधिकतर सड़कें पानी से भर गई। पिछले दो दिनों से सुबह के समय वर्षा हो रही है। ऐसे में लोगों को आफिस व बच्चों को स्कूल जाने में परेशानी का सामना करना पड़ा।

वहीं मानसून की पहली वर्षा आफत भी लेकर आई। गांव थेहड़ी में ट्यूबवेल के कमरे की छत गिरने से 67 वर्षीय किसान महावीर की मौत हो गई।

एसबीआई रोड पर एक पिकअप गाड़ी और एक कार सड़क के बीच में धंस गई। ऐसे में क्रेन की सहायता से इन गाड़ियों को बाहर निकाला गया। पूरे शहर में पानी निकासी में करीब तीन से चार घंटे लग गए।

लोगों के घरों में घुस गया बारिश का पानी

मंगलवार को फतेहाबाद में केवल 27 एमएम वर्षा हुई। लेकिन इतनी कम वर्षा में शहर का ये हालात है तो आने वाले दिनों में कैसे होंगे। सुबह 7 बजे ही एकाएक मौसम बदल गया और तेज हवाओं के साथ वर्षा शुरू हो गई। करीब दो घंटे तक वर्षा होती रही।

ऐसे में शहर में जवाहर चौक, तुलसी चौक, नागरिक अस्पताल के सामने, बीघड़ रोड, एसबीआई बैंक रोड सहित अनेक जगह पर पानी भर गया। ऐसे में यहां से गुजरना तक मुश्किल हो गया। इन घरों में रहने वाले लोग जब पानी कम हुआ तभी बाहर आए।

जनस्वास्थ्य विभाग के कार्यप्रणाली पर उठे सवाल

हर साल 30 जून तक सीवरेज लाइनों की सफाई करवानी होती है। लेकिन इस बार स्थानीय जनस्वास्थ्य विभाग विफल हो गया। दरअसल लोकसभा चुनाव के कारण देरी से टेंडर लगा। लेकिन अधिकारी इसे गंभीरता से लेकर तो यह आज नौबत नहीं आती है।

अगर शहर में एक दिन में 100 एमएम वर्षा हो गई तो पूरा शहर पानी से डूब जाएगा दरअसल निचले इलाके में अधिक परेशानी आएगी। यहीं कारण है कि अब शहरवासियों में रोष है।

लोगों ने आरोप लगाया है कि अगर उनके घरों में पानी भरा तो जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का घेराव करेंगे। जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारी दावा कर रहे है कि इस सप्ताह सफाई करने का अभियान शुरू कर दिया जाएगा।

एसबीआई बैंक वाली सड़क पर धंसी दो गाडियां

खैराती खेड़ा रोड यानी एसबीआई बैंक वाली सड़क पर पानी निकासी के लिए पाइप लाइन डाली जा रही है। यह कार्य पिछले दो महीनों से जारी है। लेकिन अभी तक पूरा नहीं हुआ है। कुछ स्थानों पर जहां पाइप लाइन डाली गई है वहां पर मिट्टी डाल दी है।

लेकिन अब जब वर्षा आई तो यह वाहन चालकों को दिखाई तक नहीं दी और एक पिकअप गाड़ी धंस गई। इसके अलावा एक व्यक्ति अपने परिवार सहित कार में सवार होकर जा रहा था। इसी दौरान यह कार भी धंस गई। ऐसे में बाद में क्रेन बुलाकर इस गाड़ी को बाहर निकाला गया।

भट्टूकलां में सबसे अधिक 57 एमएम हुई वर्षा

अगर मानसून के सीजन की बात करे तो अब तक सबसे अधिक भट्टूकलां क्षेत्र में अधिक वर्षा हुई है। मंगलवार को 57 एमएम वर्षा हुई है। इसके अलावा 27 एमएम वर्षा फतेहाबाद में हुई है। इसके अलावा अन्य क्षेत्र सूखे रहे है।

फतेहाबाद खंड में भी अनेक ऐसे गांव है जहां के किसान अब भी वर्षा का इंतजार कर रहे है। गांव धांगड़ के किसान भूप सिंह, विजय सिंह, रमेश कुमार ने बताया कि अभी तक केवल तीन से चार एमएम वर्षा हुई है।

मौसम ठंडा होने के कारण राहत मिली है। जब तक अच्छी वर्षा नहीं होगी तब तक फसलें भी अच्छी नहीं होगी। उम्मीद है कि आने वाले दिनों में अच्छी वर्षा होगी और इस बार सभी फसले ठीक होगी।

लोगों ने उठाए अधिकारियों पर सवाल

फतेहाबाद निवासी मुकेश प्रजापति ने कहा कि मंगलवार को शहर में हल्की वर्षा हुई, ऐसे में पूरे शहर की सड़कों पर पानी है। ऐसे में अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहा है।

अगर समय रहते सीवरेज लाइनों की सफाई करवाई जाती तो यह नौबत नहीं आई। ऐसे में हमारी मांग है कि जल्द ही यह काम किया जाए ताकि जब मूसलाधार वर्षा आए तो शहर की सड़कों पर पानी न भरे।

पार्षद ने कही ये बात

पार्षद मोहन लाल नारंग ने कहा कि सभी पार्षद लगातार मुद्दा उठा रहे है। लेकिन अधिकारी सुन नहीं रहे है। बीघड़ रोड का हाल ही देख लो। पिछले 10 सालों से यही समस्या है। आज तक अधिकारी इसका हल नहीं निकाल पाए है।

इस बार तो सीवरेज लाइनों की सफाई नहीं हुई। अगर मानसून की लगातार वर्षा हुई तो सफाई कैसे होगी। मंगलवार को कुछ समय के लिए वर्षा हुई थी और पूरा शहर जलमग्न हो गया। अधिकारियों को कोई योजना बनानी चाहिए ताकि परेशानी न आए।

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जनस्वास्थ्य विभाग फतेहाबाद के अधिकारी ने क्या कहा

बलविंद्र सिंह जेई ने कहा वर्षा के बाद सभी कर्मचारियों को फिल्ड में भेज दिया था। वो खुद मौके पर गए थे। जहां सीवरेज ब्लाक होने की शिकायत आई वहां जाकर सीवरेज को खोला गया है। टेंडर जल्द ही जारी कर दिया जाएगा। हमारे पास पंप सेट भी तैयार है। अगर जहां अधिक पानी भरने की शिकायत आएगी तो दुरुस्त किया जाएगा।

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