सप्ताह का साक्षात्कार: औद्योगिक क्षेत्रों में मजबूत पावर इंफ्रास्ट्रक्चर का होना जरूरी, तभी बनेगी बात

औद्योगिक क्षेत्रों में मजबूत पावर इंफ्रास्ट्रक्चर और निर्बाध बिजली आपूर्ति उद्योग जगत की लाइफलाइन है। इस बुनियादी जरूरत के पूरा हुए बिना औद्योगिक विकास की कल्पना तक नहीं की जा सकती है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 03 Apr 2022 04:32 PM (IST) Updated:Sun, 03 Apr 2022 04:32 PM (IST)
सप्ताह का साक्षात्कार: औद्योगिक क्षेत्रों में मजबूत पावर इंफ्रास्ट्रक्चर का होना जरूरी, तभी बनेगी बात
सप्ताह का साक्षात्कार: औद्योगिक क्षेत्रों में मजबूत पावर इंफ्रास्ट्रक्चर का होना जरूरी, तभी बनेगी बात

औद्योगिक क्षेत्रों में मजबूत पावर इंफ्रास्ट्रक्चर और निर्बाध बिजली आपूर्ति उद्योग जगत की लाइफलाइन है। इस बुनियादी जरूरत के पूरा हुए बिना औद्योगिक विकास की कल्पना तक नहीं की जा सकती है। लंबे समय से गुरुग्राम के औद्योगिक क्षेत्रों में यही बिजली चिता का विषय बनी हुई है। सर्दी के दिनों में भी अघोषित बिजली कटौती और पावर लाइनों में लगातार आए फाल्ट से दिक्कत बढ़ती जा रही है। अब तो गर्मी शुरू के आगाज के साथ ही विभिन्न औद्योगिक क्षेत्रों में बिजली को लेकर उद्योगों की समस्या और भी तीव्रता से बढ़ती दिख रही है। सबसे अधिक समस्या तो आइएमटी मानेसर स्थित औद्योगिक इकाइयों को हो रही है। औद्योगिक क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति को लेकर आ रही परेशानी और पावर इंफ्रास्ट्रक्चर के विषय पर दैनिक जागरण के यशलोक सिंह ने गुड़गांव इंडस्ट्रियल एसोसिएशन (जीआइए) के अध्यक्ष जेएन मंगला से बातचीत की। प्रस्तुत है इस बातचीत के प्रमुख अंश:

गर्मी शुरू होने के बाद से औद्योगिक क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति को लेकर क्या स्थिति है?

जहां तक औद्योगिक क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति की बात है लंबे समय से समस्या बनी हुई है। कभी-कभी यह परेशानी काफी गंभीर हो जाती है, जिससे औद्योगिक कामकाज बाधित होने लगता है। इस बार सर्दी के दिनों में भी बिजली को लेकर औद्योगिक क्षेत्रों में समस्या रही। कभी मरम्मत, तो कभी फाल्ट तो कभी अघोषित बिजली कटौती के नाम पर बिजली काटी जाती रही। अब तो गर्मी की दस्तक के साथ ही समस्या बढ़ गई है। आइएमटी मानेसर, उद्योग विहार, आइडीसी, बिनौला औद्योगिक क्षेत्र, बेगमपुर खटोला औद्योगिक क्षेत्र, बसई, कादीपुर और दौलताबाद सहित औद्योगिक क्षेत्र में लगातार बिजली को लेकर दिक्कत आ रही है। बिजली को लेकर तो आइएमटी मानेसर औद्योगिक क्षेत्र में लगातार संकट बढ़ता जा रहा है। इस ओर विशेष ध्यान देने की जरूरत है।

औद्योगिक क्षेत्रों में बिजली को लेकर जो भी समस्याएं आ रही हैं इसका सबसे बड़ा कारण क्या है?

औद्योगिक क्षेत्रों में बिजली को लेकर जो समस्याएं आ रही हैं। उसका सबसे बड़ा कारण है पावर इंफ्रास्ट्रक्चर का कमजोर होना है। ट्रिपिग और ब्रेकडाउन की समस्या बढ़ती जा रही है। बारिश, तेज हवा, ठंड और गर्मी में बिजली निगम का पावर इंफ्रास्ट्रक्चर जवाब देने लगता है। वहीं बिजली से संबंधित उपकरणों की गुणवत्ता में कमी के कारण भी फाल्ट की समस्या बढ़ जाती है। हर बार यह दावा किया जाता है कि आने वाली गर्मी में बिजली को लेकर दिक्कत नहीं होगी मगर ऐसा होता नहीं है। हालांकि पिछले कुछ वर्षों की तुलना में बिजली आपूर्ति की स्थिति में वर्तमान में कुछ सुधार हुआ है। यह अभी काफी नहीं है। इस पर ध्यान देने की जरूरत है। फाल्ट को सुधारने में अधिक समय लगता है। इस समय को कम करना होगा।

बिजली आपूर्ति में सुधार को लेकर को क्या कदम उठाए जाने चाहिए?

अब तो प्रदेश सरकार ने अपने बजट में पावर इंफ्रास्ट्रक्चर को दुरुस्त करने को लेकर 1000 करोड़ रुपये का प्रविधान किया है। इसका इस्तेमाल कर औद्योगिक क्षेत्रों के पावर इंफ्रास्ट्रक्चर को दुरुस्त करने की जरूरत है। केबल से लेकर अन्य प्रकार के बिजली संबंधी उपकरण गुणवत्तापूर्ण होने चाहिए। जो हर प्रकार के मौसम को सहन कर सकें। यदि आइएमटी मानेसर की बात की जाए तो यहां पर कंप्लेंट सेंटर एक ही है। इस प्रकार के तीन और कंप्लेंट सेंटर यहां स्थापित किए जाने की जरूरत है। सिर्फ मानेसर ही नहीं हर औद्योगिक क्षेत्र में कंप्लेंट सेंटर होने चाहिए। स्मार्ट ग्रिड के काम को जल्द से जल्द पूरा किए जाने की जरूरत है। उद्योग विहार में सड़कों के किनारे खोदाई की गई है केबल डाली गई है मगर यह काम अभी भी अधूरा है। निर्बाध बिजली आपूर्ति के अभाव में उद्योगों को किस प्रकार की समस्या आ रही है?

कोविड-19 महामारी के बाद से उद्योगों की राह काफी कठिन हो गई है। कभी कोरोना तो भी वायु प्रदूषण के नाम पर उद्योग जगत को कई प्रकार के प्रतिबंधों के दौर से गुजरना पड़ा है। ऐसे में यदि बिजली जैसी बुनियादी सुविधा का अभाव हो तो यह बड़े चिता का विषय है। बिजली के अभाव में उद्यमियों को डीजल जेनरेटर चलाना पड़ रहा है। इससे उत्पादन लागत में वृद्धि हो रही है। इससे उद्यमियों की कठिनाई बढ़ती जा रही है। परिचय

नाम: जेएन मंगला

अध्यक्ष : गुड़गांव इंडस्ट्रियल एसोसिएशन (जीआइए)

जन्मतिथि : 10-06-1948

शिक्षा : एलएलबी (दिल्ली विश्वविद्यालय)

अन्य कार्य : सामाजिक कार्यों में भी सक्रिय

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