Gurugram News: नौवें दिन भी सफाईकर्मियों की हड़ताल जारी, नहीं हो रहा कूड़े का उठान

नौ दिन से जारी सफाई कर्मियों की हड़ताल से एनसीआर के शहरों में कई टन कूड़ा जमा हो गया है। इन शहरों में न सफाई हो रही है और न कूड़े का उठान हो रहा है। नगरपालिका कर्मचारी संघ के सफाई कर्मचारी 19 अक्टूबर से हड़ताल पर हैं।

By Jagran NewsEdited By: Publish:Thu, 27 Oct 2022 11:35 AM (IST) Updated:Thu, 27 Oct 2022 11:35 AM (IST)
Gurugram News: नौवें दिन भी सफाईकर्मियों की हड़ताल जारी, नहीं हो रहा कूड़े का उठान
नौवें दिन भी सफाईकर्मियों की हड़ताल जारी, नहीं हो रहा कूड़े का उठान

गुरुग्राम,जागरण संवाददाता । लगातार नौ दिन से जारी सफाई कर्मियों की हड़ताल से एनसीआर के शहरों में कई सौ टन कूड़ा जमा हो गया है। इन शहरों में न तो सफाई हो रही है और न ही कूड़े का उठान हो पा रहा है। नगरपालिका कर्मचारी संघ हरियाणा के आह्वान पर सफाई कर्मचारी 19 अक्टूबर से हड़ताल पर हैं। कर्मचारी कच्चे कर्मचारियों को पक्का करना, ठेकेदारी प्रथा समाप्त करना और कौशल रोजगार निगम को भंग करने आदि मांगों को मनवाने के लिए अड़े हुए हैं और कर्मचारियों ने अब हड़ताल की अवधि तीन दिन और बढ़ाते हुए 29 अक्टूबर तक हड़ताल पर रहने की घोषणा कर दी है।

व्यापारियों-दुकानदारों काे रही है परेशानी

गुरुग्राम, नूंह, सोनीपत, नारनौल, रेवाड़ी, पलवल और फरीदाबाद शहर में पिछले नौ दिन से सफाई नहीं हुई है। यहां तक कि घरों से भी नियमित तौर पर कूड़ा नहीं उठाया जा रहा है। इसके चलते सड़कों किनारे, बाजारों और खाली प्लांटों तथा कूड़ा डंपिंग प्वाइंट पर कूड़े के बड़े-बड़े ढ़ेर लग चुके हैं। कूड़ा शहरों की सुंदरता को बिगाड़ रहा है, वहीं रिहायशी इलाकों में गंदगी होने से समस्या बढ़ गई है। वहीं बाजारों में सफाई की स्थिति को लेकर व्यापारियों-दुकानदारों काे कई दिक्कताें का सामना करना पड़ रहा है।

सोनीपत में 80 जगहों पर पड़ा है 400 टन कूड़ा 

कर्मचारियों की हड़ताल का असर शहर की सफाई व्यवस्था पर दिख रहा है। हालांकि नगर निगम अधिकारियों ने कई जगह से कचरा तो उठाया लेकिन व्यवस्था पूरी तरह से दुरुस्त नहीं हो सकी है। कचरा उठान का काम देख रही एजेंसी का डोजर खराब होने से भी कचरा उठान में बाधा आ रही है। इसका असर ये है कि शहर में 70-80 जगहों पर करीब 400 टन कचरा जमा हो गया है।

हड़ताली कर्मचारियों की बढ़ी संख्या

हड़ताली कर्मचारियों की संख्या भी बढ़ गई। पहले जहां 96 में से आठ पक्के कर्मचारी ही हड़ताल में शामिल थे, वहीं, बुधवार को इनकी संख्या 16 हो गई। पहले जहां 51 अनुबंधित कर्मचारी हड़ताल पर थे, अब उनकी संख्या बढ़ कर 75 हो गई है। वहीं फरीदाबाद में नगर निगम मुख्यालय व ओल्ड फरीदाबाद व बल्लभगढ़ जोन कार्यालय में अपने काम कराने के लिए लोग आए, पर उन्हें मुख्यालय के मुख्य द्वार बंद मिले। क्योंकि हड़ताली कर्मियों ने ताले लगा कर द्वार बंद कर रखे थे। हड़ताल के चलते न तो लगातार नौवें दिन सड़कों पर झाड़ू लगी और न ही कार्यालय में लिपिकीय कार्य संग्रह से जुड़े काम हुए। हड़ताल में निगम के तीन हजार से अधिक सफाई कर्मचारी शामिल हैं और आउटसोर्सिंग के तहत एनआइटी, ओल्ड फरीदाबाद तथा बल्लभगढ़ में लगभग 400 कर्मचारी तीन महीने से वेतन न मिलने से हड़ताल पर हैं, इनमें क्लर्क डाटा एंट्री आपरेटर की संख्या अधिक है।

सीवर हो रहे हैं ओवरफ्लो 

औद्योगिक क्षेत्रों में कूड़ा उठाने की व्यवस्था पहले से ही काफी कमजोर है। जब से सफाई कर्मियों ने हड़ताल की है तब से शहर की सफाई व्यवस्था चरमरा गई। हर ओर कूड़े-कचरे का अंबार लगा हुआ है। इससे शहर की साख पर बट्टा लग रहा है। दिनेश अग्रवाल ने कहा उद्यमी सेक्टर वैसे तो पाश क्षेत्र कहलाते हैं, लेकिन इन दिनों गुरुग्राम के सेक्टर नरक बने हुए हैं। सफाई नहीं हो रही है। सीवर भी जगह-जगह ओवरफ्लो हो रहे हैं।

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