रेलवे से अलॉट हुए क्वार्टर को दे रखा था किराये पर, दो कर्मचारी चार्जशीट

जींद रेलवे जंक्शन पर कर्मचारियों को मिले क्वार्टरों में किरायेदार रख खुद कहीं और रहने के मामले में हुई जांच के बाद दो कर्मचारियों को चार्जशीट किया गया है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 07 Mar 2021 06:30 AM (IST) Updated:Sun, 07 Mar 2021 06:30 AM (IST)
रेलवे से अलॉट हुए क्वार्टर को दे रखा था किराये पर, दो कर्मचारी चार्जशीट
रेलवे से अलॉट हुए क्वार्टर को दे रखा था किराये पर, दो कर्मचारी चार्जशीट

जागरण संवाददाता, जींद : जींद रेलवे जंक्शन पर कर्मचारियों को मिले क्वार्टरों में किरायेदार रख खुद कहीं और रहने के मामले में हुई जांच के बाद दो कर्मचारियों को चार्जशीट किया गया है। 24 फरवरी को उत्तर रेलवे महाप्रबंधक के जींद जंक्शन पर निरीक्षण के दौरान यह सामने आया था कि क्वार्टर में दो परिवार रह रहे हैं, लेकिन वह क्वार्टर उनके नाम अलॉट नहीं थे। इस पर महाप्रबंधक ने जांच के आदेश दिए थे। 25 सदस्यीय कमेटी की जांच रिपोर्ट के आधार पर ट्रेन एंड लाइटिग के टेक्नीशियन सुरेंद्र और राजेश को चार्जशीट किए जाने का पत्र डीआरएम कार्यालय द्वारा संबंधित इंचार्ज को जारी कर दिया।

बताते चलें कि 24 फरवरी को रेलवे जीएम आशुतोष गंगल ने जींद जंक्शन का दौरा किया था। इस दौरान जीएम ने क्वार्टरों का निरीक्षण किया तो कुछ क्वार्टरों पर ताले लटके मिले। एक क्वार्टर में रेलवे कर्मचारी ने अपने क्वार्टर को किराये पर दिया हुआ था और वह उससे हर महीने किराया वसूल कर रहा है। एक अन्य क्वार्टर में रेलवे के ही एक कर्मचारी ने अपने रिश्तेदारों को रखा हुआ है। नियमों के अनुसार ऐसा नहीं किया जा सकता। इस पर जीएम ने जांच के आदेश जारी किए थे। इसके बाद स्थानीय रेलवे अधिकारियों ने एडीईएन के निर्देशन में 25 सदस्यों की एक कमेटी बनाकर सभी क्वार्टरों में निरीक्षण किया गया था। निरीक्षण रिपोर्ट एडीईएन कार्यालय द्वारा जीएम को सौंप दी गई थी। ट्रेन एंड लाइटिग शाखा से दो कर्मचारियों राजेश और सुरेंद्र को चार्जशीट किया गया है। यह शाखा में टेक्नीशियन के पद पर कार्यरत थे। डीआरएम कार्यालय से ही इनके चार्जशीट होने का पत्र जारी हुआ था।

-सुशील, एसएसई, ट्रेन एंड लाइटिग शाखा, जींद डीआरएम कार्यालय से क्वार्टरों की जांच के आदेश हुए थे। उसके बाद जांच पूरी कर रिपोर्ट सौंप दी गई थी। जहां तक बात है कर्मचारियों के चार्जशीट किए जाने की तो वह संबंधित शाखा के इंचार्ज का मामला है। जिस भी शाखा के कर्मचारी थे, उनके इंचार्ज को पत्र जारी हुआ होगा।

-सुमित चौधरी, एडीईएन, जींद जंक्शन

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