अमृत सरोवरों के किनारे बनेंगे सुंदर पार्क
जिले में आजादी का अमृत महोत्सव के तहत तैयार किए जा रहे अमृत सरोवरों के किनारों पर सुंदर पार्क बनाए जाएंगे। इन पार्को में पौधे लगाने के साथ लोगों के टहलने के लिए पक्के रास्ते भी बनाए जाएंगे।
- ग्रामीणों के टहलने के लिए बनाए जाएंगे पक्के रास्ते - गांवों में बढ़ेगी हरियाली विनोद चौधरी, कुरुक्षेत्र :
जिले में आजादी का अमृत महोत्सव के तहत तैयार किए जा रहे अमृत सरोवरों के किनारों पर सुंदर पार्क बनाए जाएंगे। इन पार्को में पौधे लगाने के साथ लोगों के टहलने के लिए पक्के रास्ते भी बनाए जाएंगे। सुबह-शाम ग्रामीण यहां टहल सकेंगे। अगर योजना सही तरीके से लागू हुई तो अमृत सरोवरों के पास बने पार्क ग्रामीणों की सबसे पसंदीदा जगह बनेंगे।
गौरतलब है कि केंद्र सरकार की ओर से जल संरक्षण को लेकर एक महत्वाकांक्षी योजना शुरू की गई थी। इस योजना के तहत प्रदेश भर में तालाबों को चिह्नित कर उन्हें अमृत सरोवर में बदला जा रहा है। यह योजना आजादी के अमृत महोत्सव को लेकर शुरू की गई है। इसके लिए कुरुक्षेत्र में पहले चरण में 75 तालाबों को अमृत सरोवर बनाया जाएगा। इनमें से 36 तालाबों पर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इस काम को 15 अगस्त 2023 से पहले-पहले पूरा करने के लिए अधिकारियों की टीम प्रयासरत है।
कई गांवों में सैर के लिए नहीं जगह
आधुनिक जीवन शैली के चलते अब ग्रामीण भी दिन भर अपने घरों में ही रहते हैं। ऐसे में सुबह -शाम टहलने के लिए उचित जगह न होने पर ग्रामीणों को सड़कों पर ही टहलना पड़ता है। अब जिला भर के कई गावों में तालाबों को अमृत सरोवर बनाने पर काम चल रहा है। इन सभी तालाबों के आस-पास पौधारोपण करने के साथ-साथ लोगों के टहलने के लिए पक्का रास्ते बनाए की भी योजना है। कई गांवों में तालाबों के पास दो से तीन एकड़ तक जगह खाली पड़ी है। ऐसे में इस जगह पर पौधे लगाने से हरियाणा बढ़ेगी और सुंदर पार्क बनाए जाएंगे। गांव किरमिच निवासी सुभाष व रमेश ने बताया कि उनके गांव में पार्क न होने पर ग्रामीणों को सुबह शाम टहलने के लिए जगह नहीं मिल पाती। अब इन सरोवरों के पास पार्क तैयार होने पर उन्हें भी टहलने के लिए जगह मिल पाएगी।
सरोवरों के आसपास खाली जगह में लगेंगे पौधे
पंचायत राज विभाग के एक्सईएन वीरेंद्र चौहान ने बताया कि अगस्त 2023 तक जिला भर में 75 तालाबों को अमृत सरोवर बनाया जाएगा। इन सभी तालाबों के साथ लगती खाली जगह में पौधारोपण किया जाएगा। इसके साथ ही इनके बीच से लोगों के टहलने के लिए रास्ते बनाए जाएंगे। इसके साथ ही तालाबों पर पशुओं के लिए पक्के घाट बनाए जाएंगे।