Vegetable Price Hike: गर्मियों के साथ हरी सब्जियों का भी चढ़ा पारा, जानें क्या हैं इनके मार्केट में नए रेट

एक तरफ गर्मी का मार तो आम आदमी झेल ही रहा था तो अब हरी सब्जियों के बढ़े दाम ने सबके लिए और मुसीबत बढ़ा दी है। हरी मिर्च के दाम हुए लाल 60 से 120 रुपये प्रति किलो पर पहुंची। रेट बढ़ने के कारण रसोई का बजट गड़बड़ाया गया है। कहा जा रहा है कि आने वाले समय में सब्जी के दाम अभी और बढ़ सकते हैं।

By Mohd Haroon Edited By: Monu Kumar Jha Publish:Wed, 19 Jun 2024 07:14 PM (IST) Updated:Wed, 19 Jun 2024 07:14 PM (IST)
Vegetable Price Hike: गर्मियों के साथ हरी सब्जियों का भी चढ़ा पारा, जानें क्या हैं इनके मार्केट में नए रेट
Vegetable Price Rate: गर्मियों के साथ हरी सब्जियों का भी चढ़ा पारा। फाइल फोटो

HighLights

  • गर्मी का प्रकोप के कारण हरी सब्जियों के दामों में दो गुना से ज्यादा उछाल।
  • हरी मिर्च के दाम हुए लाल 60 से 120 रुपये प्रति किलो पर पहुंची।
  • रेट बढ़ने के कारण रसोई का बजट गड़बड़ाया, अभी और बढ़ सकते हैं सब्जी के दाम।

जागरण संवाददाता, नूंह। गर्मी की आग का असर दिनचर्या में प्रयोग होने वाली सब्जियों पर पड़ रहा है। जून माह के दौरान सीजनल सब्जियों के दामों में दो गुना से भी इजाफा होने से रसोई का बजट बिगड़ने लगा है। पिछले माह जो सब्जी 20 रुपये किलो में मिल रही थी, वहीं सब्जी अब दोगुना दामों पर मिलने लगी है।

सब्जी विक्रेताओं की मानें तो अभी सब्जी के दामों में और ज्यादा बढ़ोतरी होगी। सब्जी के दामों एकाएक हुई बढ़ोरी के कारण घरों का बजट डगमगाया हुआ है और रसोई स्वाद फीका पड़ने लगा है। हरी मिर्च के दाम लाल हो गए हैं तथा रेट 60 से बढ़कर 120 रुपये प्रति किलो हो गए हैं।

बता दें कि इस बार जून माह में तापमान अच्छा खासा रहा है। तापमान का असर जन जीवन पर तो पड़ा ही है साथ ही सब्जी की फसल पर असर पड़ने के कारण सब्जी के दामो में दोगुना से भी ज्यादा बढ़ोतरी हुई है। सब्जी में डाला जाना वाला धनिया 400 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गया है। वहीं अदरक के रेट 280 रुपये प्रति किलो पार कर चुका है। नींबू, टमाटर , मिर्च ,प्याज के दाम भी बढ़े हैं।

जिले में सब्जी की आवक ज्यादा पल्ला गांव से आती है। इसके अलावा कुछ सब्जियां जिले में यूपी के अलग-अलग शहरों के अलावा हरियाणा के सोहना व क्षेत्रों से आती हैं। सब्जी व्यवसाय से जुड़े लोगों की माने तो इस बार अधिक तापमान के कारण सब्जी की फसलें खराब हुई है, जिससे उत्पादन पर भी असर पड़ा। उत्पादन कम होने के कारण रेटों में बेतहाशा बढ़ोतरी देखी जा रही है।

पिछले माह व इस माह के सब्जी के रेट प्रति किलो में

सब्जी का नाम        पिछले माह                 इस माह

आलू                       28                              32

टमाटर                   20                               60

गोभी                     60                                 80

लोकी                    20                                 60

बैंगन                    40                                  80

भिंडी                  30                                    60

करेला                 20                                    40

तोरई                  20                                    40

प्याज                 28                                    40

हरी मिर्च           60                                    120

खीरा                40                                      60

धनिया               40                                     400

लहसुन             140                                    200

अदरक            200                                      280

नींबू                 80                                         100

पेंठा                  20                                       40

टिंडा                40                                          80

पत्ता गोभी       20                                            30

इनके अलावा अन्य सब्जियों के दामों पर रेट बढ़े हैं।

गर्मी के मौसम में नीबू की खपत बढ़ी: गर्मी के मौसम में नींबू खपत बढ़ी है। दुकानदारों की माने तो जब से ज्यादा गर्मी बढ़ी है। लोगों ने नींबू का इस्तेमाल ज्यादा करना शुरू कर दिया है। नींबू की शिकंजी के तौर पर भी लोग ज्यादा प्रयोग करते हैं। इसके अलावा सब्जी में भी लोग ज्यादा प्रयोग करने लगे हैं।

रेट ज्यादा बढ़ने के कारण लोगों ने सब्जी कम खरीदनी शुरू कर दी है। यह सब गर्मी के कारण हो रहा है। सब्जी पीछे से ही मंहगी है।

संजय , सब्जी विक्रेता नूंह मंडी

पहले 100 रुपये की सब्जी में काम चल जाता था। लेकिन गर्मी में सब्जियों के दाम बढ़ने के कारण 100 रुपये कुछ भी सब्जी नहीं आती।

सचिन, खरीददार

सब्जी के साथ इसमें प्रयोग होने वाली धनिया, प्याज टमाटर व अन्य सामग्री के रेट भी बढ़ने से जेब ढीली करनी पड़ रही है।

इरशाद, खरीददार

सब्जी ही नहीं सभी खाद्यय सामग्री मंहगी हो चुकी है। गरीब व्यक्ति कैसे घर को खर्चा चला पाएगा। इसके लिए कोई व्यवस्था होनी चाहिए।

हनीफ , खरीददार

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